हांगकांग। चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने हांगकांग के लिए अपनी ‘एक देश, दो प्रणाली’ नीति का शुक्रवार को बचाव किया। उन्होंने अमेरिका, ब्रिटेन व अन्य देशों के वह आरोप खारिज किए, जिसमें दावा किया गया है कि चीन ने इस नीति के जरिये 50 वर्ष के लिए हांगकांग को स्वतंत्रता देने का वादा कमजोर किया है।
चीनी शासन को ब्रिटेन द्वारा हांगकांग सौंपने की 25वीं वर्षगांठ के मौके पर जिनपिंग यहां कोरोना प्रकोप के ढाई वर्ष बाद हांगकांग यात्रा पर आए हैं। शी ने यहां एक कार्यक्रम के संबोधन के दौरान अमेरिका और पश्चिमी धारणा के विरुद्ध ‘एक देश, दो प्रणाली’ नीति की जमकर वकालत की। यह नीति हांगकांग को उसके स्वयं के कानून और अपनी सरकार बनाने का अधिकार देती है।
विदेशी दखल या देशद्रोहियों के प्रति कोई सहिष्णुता नहीं
शी जिनपिंग ने आगाह किया कि हांगकांग के मामलों में विदेशी दखल या देशद्रोहियों के प्रति कोई सहिष्णुता नहीं बरती जाएगी। उन्होंने कहा, राष्ट्रीय संप्रभुता, सुरक्षा और विकास के हितों की रक्षा करना सर्वोच्च प्राथमिकता है। शी ने कहा, हम यहां किसी भी विदेशी या देशद्रोही ताकतों को सत्ता पर कब्जा करने की इजाजत नहीं देंगे।
जॉन ली ने ली नए नेता की शपथ
चीन के राष्ट्रपति ने इस खास मौके पर जॉन ली को हांगकांग के नए नेता के रूप में शुक्रवार को शपथ दिलाई। ली, एक पूर्व सुरक्षा अधिकारी हैं। शहर में 2019 के लोकतंत्र समर्थक प्रदर्शनों के बाद से असंतोष जताने वाली घटनाओं पर कार्रवाई उनकी निगरानी में ही की गई। ली ने हांगकांग के प्रति निष्ठा रखने का संकल्प भी लिया।