कोलंबो। श्रीलंका में जारी उठा पटक के बीच 20 जुलाई को होने वाले राष्ट्रपति चुनाव के लिए रानिल विक्रमसिंघे, साजिथ प्रेमदासा, अनुरा कुमारा दिसानायके और दुलास अल्हाप्परुमा ने नॉमिनेशन भरा है। वहीं, आज संसद के विशेष सत्र के में पूर्व राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे का त्याग पत्र पढ़ा गया।
राजपक्षे ने अपने त्यागपत्र में लिखा- मैंने अपनी क्षमता के मुताबिक अपनी मातृभूमि की सेवा की और भविष्य में भी करता रहूंगा। हमने आर्थिक मंदी से निपटने के लिए सर्वदलीय सरकार बनाने जैसे कदम उठाए। राजपक्षे ने आर्थिक संकट के लिए कोरोना और लॉकडाउन को जिम्मेदार ठहराया।
दूसरी तरफ वर्ल्ड फूड प्रोग्राम ने बताया कि श्रीलंका में 60 लाख लोगों पर खाद्य संकट मंडरा रहा है। देश में फॉरेन करेंसी की भारी किल्लत की वजह से सरकार विदेशों से जरूरी इंपोर्ट भी नहीं कर पा रही है। ईधन की इतनी ज्यादा किल्लत है कि लोगों को पेट्रोल-डीजल भरवाने के लिए दो दिन तक इंतजार करना पड़ रहा है।
देश छोड़कर सिंगापुर भागे गोटबाया राजपक्षे को नया ठिकाना तलाशना पड़ सकता है। दरअसल, यहां रह रहे श्रीलंकाई नागरिक गोटबाया का विरोध कर रहे हैं और उन्हें वापस श्रीलंका भेजने की मांग कर रहे हैं। हालांकि, सिंगापुर सरकार ने विरोध-प्रदर्शन पर पाबंदी लगा दी है।
गोटबाया के आने-जाने को लेकर पुलिस ने भी चेतावनी जारी की है। इसमें कहा गया है कि सिंगापुर में आए लोगों को देश का कानून मानना पड़ेगा। ऐसे हालातों में माना जा रहा है कि गोटबाया सिंगापुर जल्द छोड़ देंगे और दुबई को अपना स्थायी ठिकाना बना लेंगे।
सीक्रेट वोट के जरिए होगा राष्ट्रपति चुनाव
श्रीलंका में 44 साल बाद सीक्रेट वोटिंग के जरिए राष्ट्रपति चुना जाएगा। स्पीकर महिंदा यापा अभयवर्धने ने कहा कि 225 सदस्यीय संसद में 20 जुलाई को राष्ट्रपति चुनाव होगा। बता दें कि 1978 के बाद पहली बार देश में जनादेश के माध्यम से नहीं, बल्कि राष्ट्रपति का चुनाव सांसदों के सीक्रेट वोट के माध्यम से होगा। आर्थिक संकट से गुजर रहे हालातों को देखते हुए और जन विद्रोह को रोकने के लिए यह निर्णय लिया गया है। श्रीलंका की शीर्ष अदालत ने शुक्रवार को पूर्व PM महिंदा राजपक्षे और पूर्व फाइनेंस मिनिस्टर बासिल राजपक्षे के देश छोड़ने पर रोक लगा दी। ये दोनों 28 जुलाई तक अदालत की अनुमति के बिना देश से बाहर नहीं जा सकते। इनके साथ ही सेंट्रल बैंक के 2 पूर्व गवर्नर्स के भी बिना अनुमति देश छोड़ने पर रोक लगा दी गई।
श्रीलंका में सेना के 24 जवान घायल
श्रीलंका में शुक्रवार को उग्र भीड़ को कंट्रोल करने में सेना के 24 जवान घायल हो गए, जिसमें 2 की स्थिति गंभीर बनी हुई है। इस बात की जानकारी कार्यवाहक राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे ने दी है। वहीं, विक्रमसिंघे ने राष्ट्रपति का परिचय कराने के लिए ‘महामहिम’ शब्द का इस्तेमाल आधिकारिक तौर पर बैन कर दिया है।