0 मोदी वाली गारंटी नहीं चाहिए, वे अकेले ओबीसी बचे हैं
बूंदी/दौसा। राहुल गांधी ने रविवार (19 नवंबर) को राजस्थान में गोठड़ा (बूंदी) और दौसा में चुनावी सभा को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि भारत माता की जय का नारा लगता है, लेकिन ये भारत माता कौन है? मुझे पता लगाना है कि भारत माता में कौन-कौन लोग हैं। जिनसे भारत माता है वे आदिवासी कितने? गरीब कितने? अमीर कितने? मैं ये जानना चाहता हूं।
अगर हमें इस देश में मालूम ही नहीं कि गरीब कितने, अमीर कितने तो भारत माता की जय का मतलब क्या है। इसलिए इस देश को एक क्रांतिकारी काम करना है। हमें जातिगत जनगणना करवानी पड़ेगी। देश में पिछड़ों की आबादी लगभग 50 प्रतिशत है, लेकिन दलितों को चलाने में इनकी कोई भूमिका नहीं है।
देश को विधायक या सांसद नहीं चलाते। देश को सरकार के अफसर चलाते हैं। नेता चुनाव हारते हैं, लेकिन अफसर कभी बदला नहीं जाता। इसलिए मैंने पार्लियामेंट में सवाल पूछा नरेंद्र मोदी जी से कि आप अपने आप को ओबीसी कहते हो, लेकिन देश को जो 90 अफसर चलाते हैं उसमें से ओबीसी, दलित, आदिवासी कितने हैं? नरेंद्र मोदी कुछ नहीं बोले।
राहुल गांधी ने कहा कि मोदी लगातार अपने उद्योगपति मित्रों का पैसा माफ कर रहे हैं। उन्होंने 14 लाख करोड़ रुपए का कर्जा माफ किया है। मोदी ने कोविड के समय पिछड़े, दलितों और आदिवासियों को मरवा दिया।
चुनाव जीतने की बात पर मोदी कहते हैं मैं ओबीसी हूं
नरेंद्र मोदी कहते हैं देश में केवल एक जात है और वो है गरीब। जब ओबीसी को भागीदारी देने की बात आई, जब दलितों को भागीदारी देने की बात आई तब नरेंद्र मोदी कहते हैं इस देश में न दलित, न आदिवासी। जब चुनाव जीतने की बात आई तो मोदी कहते हैं मैं तो ओबीसी हूं। या तो आप ओबीसी हैं या इस देश में एक जात है। आप चौंक जाओगे 90 अफसरों में से 3 अफसर ओबीसी। आबादी 50 प्रतिशत, मतलब कम से कम 45 ओबीसी अफसर होने चाहिए। जो तीन ओबीसी अफसर हैं, वे भी कोने में पीछे बैठे हुए हैं। ये वो 90 अफसर हैं जो हिंदुस्तान का बजट बांटते हैं। देश में जिनकी आबादी 50 प्रतिशत है उस आबादी के अफसर केवल 5 रुपए का निर्णय लेते हैं।
14 लाख करोड़ रुपए का कर्जा माफ किया है
नरेंद्र मोदी ने हिंदुस्तान के अरबपतियों का 14 लाख करोड़ का कर्जा माफ किया। उसमें एक दलित नहीं, आदिवासी कोई नहीं। मतलब उसमें हिंदुस्तान की 80 प्रतिशत आबादी का कोई नहीं। इन्होंने अपने मित्रों को 14 लाख करोड़ का तोहफा दिया और आप लोग देखते रह गए। केवल 20-25 लोगों को यह पैसा दिया गया। दलितों, आदिवासियों से उनके सामने ही चोरी की गई और आपको पता तक नहीं लगा।
मोदी का चेहरा 24 घंटे टीवी पर दिखता है
राजस्थान में हर किसी का फ्री में इलाज हाे रहा है। कैंसर हुआ, लिवर की प्रॉब्लम हो, डायबिटीज हो। कांग्रेस पार्टी की सरकार कहती है सभी का इलाज मुफ्त करवाएंगे। ये हैं कौन। ये हैं दलित, आदिवासी। तो हमारा पैसा भारत माता की जेब में जा रहा है, आपकी जेब में जा रहा है। उनका पैसा अडाणी जी की जेब में जा रहा है। नरेंद्र मोदीजी को अडाणी जी की जय कहनी चाहिए। काम तो उनका करते हैं। नरेंद्र मोदी 24 घंटे दिखता है, लेकिन टीवी है किसका ये भी अडाणी का है। तो सीधी से बात है 14 लाख करोड़ रुपए माफ होता है और इधर मोदी का चेहरा 24 घंटे दिखता है।
नरेंद्र मोदी जाति जनगणना नहीं कर सकता
कुछ भी हो जाए नरेंद्र मोदी जाति जनगणना नहीं कर सकता क्योंकि मोदी अडाणी के लिए कर सकता है। जाति जनगणना केवल राहुल गांधी और कांग्रेस कर सकती है। जिस दिन जाति जनगणना हो गई और जिस दिन आदिवासी, दलितों को यह जनगणना की बात समझ आ गई। उस दिन ये देश बदल जाएगा। अब देश को बदलने का समय आ गया है। दो हिंदुस्तान बन गए हैं। एक अरबपतियों का हिंदुस्तान। दूसरी तरफ किसान जब कर्जा माफ करने की बात करता है तो बीजेपी के प्रदेश में दो लाठी लगती है, अंदर कर देते हैं। छोटा दुकानदार कर्जा मांगता है तो उसे भगा दिया जाता है।
कुली ने कहा- सारे सपने नरेंद्र मोदी ने तोड़ दिए
इस देश का युवा सुबह उठता है कहता है मैं पढ़ाई करना चाहता हूं, स्कूल जाता है पता लगता है प्राइवेट स्कूल है, कॉलेज में लाखों रुपए लगते हैं। मुझे रेलवे स्टेशन पर एक कुली मिला। कहता- मेरे सारे सपने नरेंद्र मोदी ने तोड़ दिए। मैंने इंजीनियरिंग करने का सपना देखा था, मजदूर पापा से बड़ी मुश्किल से पैसे लिए। इसके बाद प्राइवेट कॉलेज में गया, पढ़ाई की, सिविल इंजीनियरिंग की डिग्री ली, लेकिन आज मैं कुली का काम कर रहा हूं। ये एक नहीं ऐसे हजारों युवा हैं जिन्हें ठगा जा रहा है।
हमें नहीं चाहिए अडानी का हिंदुस्तान, भारत माता की जय का हिंदुस्तान चाहिए
हिंदुस्तान के बड़े उद्याेगपतियों में से एक दलित या आदिवासी दिखा दो, मैं भाषण बंद कर दूंगा। आपके सामने चोरी हो रही है 24 घंटे। इसलिए हम एक हिंदुस्तान बनाना चाहते हैं। हमें नहीं चाहिए अडाणी का हिंदुस्तान, भारत माता की जय का हिंदुस्तान। जिसमें पिछड़ों, दलितों, आदिवासियों की इज्जत हो। ठीक है 90 अफसरों में से पिछड़ों को 45 नहीं मिले, लेकिन 25-30 तो मिले। इसलिए राजस्थान की सरकार ने 7 गारंटी दी है, लेकिन ये मोदी वाली गारंटी नहीं है कि 15 लाख बैंक अकाउंट में डाल देंगे। कोविड के समय थाली बजाइए, मजे लीजिए, मोबाइल फोन की लाइट ऑन कीजिए। वहां लाखों लोग मरते रहे, नरेंद्र मोदी ने बाहर सभी को लाकर नचा दिया। चलो कोविड फैलाओ और मरो। पिछड़ों, दलितों, आदिवासियों को मरवा दिया।
मैंने हर मुख्यमंत्री से कहा- गरीबों की जेब में पैसा डालना है
राजस्थान के हर घर में एक महिला को 10 हजार रुपए डालकर बैंक अकाउंट खुलेगा। चुनाव के बाद महिलाओं को 500 रुपए का गैस सिलेंडर मिलेगा, आप लिख लो। बीजेपी के लोग पहले भारत माता की जय कहते हैं, मगर हिंदुस्तान के गरीब-पिछड़े-आदिवासी लोग आप अंग्रेजी मत सीखना, हिंदी सीखना। कहते हैं अंग्रेजी नहीं सीखनी चाहिए केवल हिंदी सीखनी चाहिए। वहीं, अमित शाह के बेटे से पूछाे कहां पढ़ा- सभी अंग्रेजी मीडियम कहेंगे। उनके बेटे अंग्रेजी मीडियम में पढ़ें, लेकिन गरीब अंग्रेजी न पढ़े। मैं ये नहीं कहता कि आप हिंदी मत सीखो, लेकिन अंग्रेजी पढ़नी चाहिए। कहीं भी काम करना है, आपके बेटे विदेशी कंपनी में काम करना चाहें तो अंग्रेजी की जरूरत है। ये चाहते हैं कि दो हिंदुस्तान हों। एक अडाणी वाला उसमे सभी लोग अंग्रेजी बोलें। दूसरा हिंदुस्तान जहां अंग्रेजी न चले। इसलिए हमने राजस्थान में अंग्रेजी स्कूल का जाल फैला दिया। वहीं, हमने पुरानी पेंशन स्कीम फिर से लागू की।
नरेंद्र मोदी की पॉलिसी में एक रुपया पिछड़ों को नहीं जाता
कांग्रेस सरकारों का 50 प्रतिशत पैसा ओबीसी और पिछड़ों को जाता है, लेकिन भाजपा सरकारों का नहीं जाता है। हम आपको आदिवासी कहते हैं वो आपको वनवासी कहते हैं। शब्द में बहुत फर्क है। आदिवासी का मतलब वो लोग जो इस जमीन के पहले मालिक हैं। शब्दों में बहुत चीज छुपी होती हैं। वो लोग जो इस जमीन के पहले और असली मालिक हैं। जो उनका हक है उन्हें वापस मिलना चाहिए। मतलब आदिवासियों के बच्चे डॉक्टर या इंजीनियर बनना चाहते हैं तो उनकी पूरी मदद होनी चाहिए। उनका हक बनता है। नरेंद्र मोदी नया शब्द लाए वनवासी। भाजपा का एक विधायक है मध्य प्रदेश का उसका वीडियो वायरल हुआ। आदिवासी पर पेशाब कर रहा है। जिसको वो वनवासी कहते हैं उस पर पेशाब कर रहा है और उसका मित्र वीडियो ले रहा है और पूरे देश में वायरल कर रहे हैं। ये है उनकी सोच।
जाति जनगणना हमारा पहला काम होगा
अगर मैं भारत माता की जय का नारा कहूंगा या कहलवाऊंगा तो सच में इसकी जय तो करनी होगी न। भारत माता आप सब लोग हो। नरेंद्र मोदी एक तरफ कहते हैं भारत माता की जय, दूसरी तरफ अडाणी का काम कर रहे हैं। आप उनसे कहिए नरेंद्र मोदी जाति जनगणना करवा दीजिए। जैसे ही दिल्ली में सरकार आएगी हमारा पहला काम होगा जाति जनगणना। पिछड़ों को पता लग जाएगा कि आपकी आबादी कितनी है। आपकी सच्ची भागीदारी तब शुरू होगी, भारत माता की जय तब शुरू होगी। अगर आपने भाजपा को वोट दिया तो फ्री में इलाज, बैंक अकाउंट में आने वाला पैसा, ओपीएस, सस्ता सिलेंडर, किसानों का कर्जा माफ सब बंद हो जाएगा। तो कांग्रेस पार्टी का पूरा समर्थन कीजिए और मिलकर सच में भारत माता की जय करनी है।
दलित को मारने वाले को टिकट नहीं दिया
राजस्थान में कांग्रेस ने उस विधायक को फिर से टिकट नहीं दिया, दलित पर अत्याचार के कारण। भाजपा ने एकदम से उसको टिकट दे दिया। ये उनकी सोच है। हक देने का समय आया तो मोदी जी कह रहे है अलग कोई जात नहीं है, लड़ाने का समय आया तो सब पैदा हो जाते हैं, ये उनकी विचारधारा है।