वियनतियाने/नई दिल्ली। विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने शनिवार को लाओस के प्रधानमंत्री सोनेक्साय सिफांडोन से मुलाकात की। इस दौरान विदेश मंत्री ने दक्षिण पूर्व एशियाई देश में साइबर घोटाला केंद्रों के जरिए भारतीय नागरिकों की तस्करी का मुद्दा उठाया तथा रक्षा एवं ऊर्जा जैसे क्षेत्रों में विकास साझेदारी और सहयोग पर चर्चा की।
विदेश मंत्रालय ने सोशल मीडिया एक्स पर एक पोस्ट किया कि विदेश मंत्री आसियान की बैठक के लिए लाओस में हैं, उन्होंने कंबोडियाई और थाईलैंड के विदेश मंत्रियों के साथ भारतीय नागरिकों की तस्करी के मुद्दे पर भी चर्चा की।
डॉ जयशंकर ने एक्स पर कहा, “लाओस के पीएम सोनेक्से सिफांडोन से मुलाकात करते हुए खुशी हो रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से हार्दिक बधाई दी। रक्षा, विरासत संरक्षण, ऊर्जा, डिजिटल और क्षमता निर्माण में हमारी विकास साझेदारी और सहयोग पर चर्चा की। हमारे घनिष्ठ संबंधों को और मजबूत करने के लिए उनके मार्गदर्शन को महत्व दिया, जो साझा सभ्यतागत जुड़ाव में गहराई से निहित हैं।”
विदेश मंत्री ने कहा, “लाओस के प्रधानमंत्री से मुलाकात के दौरान मैंने साइबर घोटाला केंद्रों के जरिए भारतीय नागरिकों की तस्करी का मुद्दा उठाया। हमारे नागरिकों को बचाने के लिए पीडीआर सरकार के निरंतर सहयोग की सराहना करते हैं।इस मामले पर कंबोडिया और थाईलैंड के विदेश मंत्रियों के साथ भी चर्चा की।”
उन्होंने यह भी कहा कि भारत आसियान और पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन में लाओ पीडीआर की अध्यक्षता का पूरा समर्थन करता है।
गौरतलब है कि 21 जुलाई को लाओस में साइबर घोटाला केंद्रों में लालच देकर भेजे गए 13 भारतीयों को बचाया गया और स्वदेश भेजा गया था। लाओस में रोजगार के अवसरों के झूठे वायदों के साथ भारतीय नागरिकों की तस्करी साइबर घोटाला केंद्रों में की जाती है।
लाओस में भारतीय दूतावास ने अब तक दूतावास ने 518 भारतीयों को बचाया है। दूतावास ने भारतीयों को नौकरी की फर्जी पेशकश के प्रति आगाह करते हुए एक एडवाइजरी भी जारी की।
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