किसान आंदोलन रोजाना आगे बढ़ता जा रहा है। अब ये आंदोलन दिल्ली की सीमाओं से बाहर निकल चुका है। दूसरी तरफ केंद्र सरकार अभी अपने स्टैंड पर कायम है। कृषि कानून वापस नहीं होंगे। आंदोलनकारी किसानों को समझाया जाएगा कि ये कानून उनके हित में हैं। जेएनयू में समाजशास्त्र के पूर्व प्रोफेसर और राजनीतिक मामलों के विशेषज्ञ डॉ. आनंद कुमार कहते हैं, किसान आंदोलन अब कई तरह की करवटें लेने लगा है।
