येरूशलम। इस्राइली पुलिस ने एक फलस्तीनी युवक के अंतिम संस्कार के बाद पथराव कर रही प्रदर्शनकारियों की भीड़ को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले दागे और रबर की गोलियां चलाईं। इसके बाद अल-अक्सा मस्जिद के पास फिर हिंसा भड़क गई। कुछ के हाथ में फलस्तीनी झंडे भी दिखे।
दरअसल, 22 अप्रैल को हुई हिंसक झड़प में घायल फलस्तीनी युवक वलीद शरीफ की हाल ही में हुई मौत के बाद येरूशलम के संवेदनशील धार्मिक स्थल पर फलस्तीनी लोगों ने प्रदर्शन शुरू कर दिए। इस दौरान इस्राइली पुलिस ने रबर की गोलियां चलाई थीं। इस बीच, ‘फलस्तीन रेड क्रेसेंट’ बचाव सेवा ने कहा- रबर की गोलियां, हथ गोलों और मारपीट में 71 फलस्तीनी घायल हो गए।
घायलों में से 13 लोगों को अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा, जिनमें से दो लोगों की आंख में चोट आई है। इस हिंसा से पहले अल-जजीरा की पत्रकार शिरीन अबू अक्लेह का ताबूत ले जाने वाले लोगों की भी पुलिस ने कथित तौर पर पिटाई की थी। इस घटना की भी व्यापक स्तर पर निंदा की गई थी।
राष्ट्रपति जो बाइडन ने बोस्टन क्षेत्र के प्रख्यात भारतीय-अमेरिकी अभिषेक सिंह से कहा है कि अमेरिका 21वीं सदी में दुनिया का नेतृत्व करने के लिए किसी भी अन्य देश की तुलना में बेहतर स्थिति में है। एशियाई विरासत माह के जश्न के बीच उन्होंने कहा, हमारा देश कई चुनौतियों का सामना कर रहा है। बेहद कठिन समय के बावजूद मैं अमेरिका के भविष्य के लिए पहले कभी इतना आशावादी नहीं रहा। फेडरेशन ऑफ इंडियन एसोसिएशन, न्यू इंग्लैंड के अध्यक्ष अभिषेक को लिखे एक पत्र में बाइडन ने कहा, हम निश्चत ही दुनिया का नेतृत्व करने की स्थिति में हैं।
चीन विशेषज्ञ नवीन श्रीवास्तव नेपाल में भारत के राजदूत
विदेश मंत्रालय के अतिरिक्त सचिव (पूर्वी एशिया डेस्क) नवीन श्रीवास्तव को नेपाल में भारत का नया राजदूत नियुक्त किया गया है। 1993 बैच के भारतीय विदेश सेवा (आईएफएस) अधिकारी श्रीवास्तव चीन मामलों के विशेषज्ञ हैं। नेपाल में चीन की बढ़ती गतिविधियों के मद्देनजर इस नियुक्ति को बेहद अहम माना जा रहा है।
इसी महीने नेपाल के तत्कालीन राजदूत विनय मोहन क्वात्रा हर्षवर्धन शृंगला की जगह नए विदेश सचिव बनाए गए थे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेपाल दौरे के अगले दिन ही इस पद पर श्रीवास्तव की नियुक्ति हुई है। वह जल्द ही कार्यभार ग्रहण करेंगे। मई 2020 में पूर्वी लद्दाख में भारत और चीन के बीच हुई खूनी झड़प के बाद वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर हालात शांत करने की मुहिम में श्रीवास्तव भी शािमल थे। वह भारत-चीन के सैन्य कमांडरों की बैठक में भी शामिल थे। चीन के साथ उन्हें नेपाल, श्रीलंका, भूटान के हालात की भी गहरी जानकारी है।
इस सप्ताह गाला सम्मेलन की मेजबानी करेगा भारत-अमेरिकी समूह
अमेरिका स्थित एक भारतीय-अमेरिकी लोकतांत्रिक निकाय इस सप्ताह ‘ड्रीम विद एम्बिशन’ शिखर सम्मेलन की मेजबानी करेगा। इसे चार भारतवंशी सांसद प्रमिला जयपाल, रो खन्ना, एमी बेरा और राजा कृष्णमूर्ति संबोधित करेंगे।
एएपीआई विरासत माह के दौरान ‘इंडियन अमेरिकन इम्पैक्ट’ द्वारा आयोजित यह कार्यक्रम बुधवार को 300 से अधिक दक्षिण एशियाई अमेरिकी समुदाय के नेताओं, मशहूर हस्तियों और आयोजकों को एक साथ लाएगा। शिखर सम्मेलन भारतीय-अमेरिकी और दक्षिण एशियाई समुदाय को सरकार से जुड़ने और देश में सबसे तेज बढ़ते मतदान समूह को सक्रिय करने के लिए प्रभावी परियोजना की नई पहल साबित हो सकता है।
तिब्बत के लिए भारत-नेपाल के दौरे पर दिल्ली पहुंचीं उजरा जेया
बाइडन प्रशासन की मानवाधिकार और तिब्बत मुद्दे देखने वाली शीर्ष दूत उजरा जेया मंगलवार को भारत-नेपाल की यात्रा पर नई दिल्ली पहुंचीं। वह मानवाधिकारों, लोकतांत्रिक शासन और मानवीय प्राथमिकताओं को आगे बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित करेंगी। इस यात्रा का मकसद इन दो दक्षिण एशियाई देशों के साथ मानवाधिकारों पर सहयोग को और मजबूत बनाना है।
नई दिल्ली पहुंचकर उन्होंने कहा, नमस्ते! यहां आकर अच्छा लगा। उजरा जेया ‘ईयर ऑफ एक्शन फॉर द समिट फॉर डेमोक्रेसी’ के दौरान भारत और नेपाल के साथ साझेदारी पर भी चर्चा करेंगी। उनके साथ प्रतिनिधिमंडल में एशिया के लिए यूएसएआईडी की उप सहायक प्रशासक अंजलि कौर भी शामिल होंगी।
मुंबई में सीरियल धमाकों के चार आरोपी गिरफ्तार
गुजरात के आतंकवाद विरोधी दस्ते (एटीएस) ने 1993 के मुंबई सीरियल बम धमाकों के चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है। यह 29 साल से फरार थे। अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक अमित विश्वकर्मा के मुताबिक, अबू बकर, सैयद कुरैशी, मोहम्मद शोएब कुरैशी और मोहम्मद यूसुफ इस्माइल मुंबई के रहने वाले हैं। इन्हें एक सूचना के बाद अहमदाबाद के सरदारनगर इलाके से 12 मई को पकड़ा गया। अपनी पहचान छुपाने के लिए इन्होंने फर्जी पासपोर्ट दिखाए। प्रारंभिक जांच के बाद स्पष्ट हो गया कि सभी 1993 के सीरियल धमाकों में वांछित हैं। सीरियल धमाकों की जांच कर रही सीबीआई के अनुरोध पर इंटरपोल ने इनके खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस जारी कर रखा है। इन सीरियल धमाकों में 257 लोगों की मौत हुई थी और 1400 से ज्यादा घायल हुए थे।