नई दिल्ली। आज एंटी टेररिज्म डे है। आज के ही दिन 1991 में भारत के पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की एक आतंकी घटना में हत्या हो गई थी। तब से हर साल 21 मई को राष्ट्रीय आतंकवाद विरोधी दिवस मनाया जाता है। यह दिन शांति, सद्भाव और मानव जाति के संदेश को फैलाने और लोगों के बीच एकता को बढ़ावा देने के लिए भी मनाया जाता है। राजीव गांधी भारत के सबसे युवा प्रधानमंत्री थे।
आज हम आपको भारत समेत दुनियाभर में होने वाली आतंकी घटनाओं के बारे में जानकारी देंगे। बताएंगे कि पिछले 14 साल में दुनियाभर में कितनी आतंकी घटनाएं हुईं? उन पांच देशों के बारे में भी बताएंगे जो आतंकवाद से सबसे ज्यादा प्रभावित हैं। भारत में आतंकवाद की क्या स्थिति है इसके बारे में भी जानकारी देंगे। पढ़िए ये रिपोर्ट...
ग्लोबल टेरिरज्म इंडेक्स (जीटीआई) के मुताबिक, 2007 से लेकर 2021 तक दुनियाभर में 60 हजार 500 से ज्यादा बड़ी आतंकी घटनाएं हुईं हैं। ये रिपोर्ट इंस्टीट्यूट फॉर इकनॉमिक्स एंड पीस (आईईपी) ने तैयार की है। रिपोर्ट में कहा गया है कि 2021 में आतंकी घटनाओं में होने वाली मौतों के आंकड़े में 1.2% की गिरावट दर्ज हुई है, लेकिन ओवरऑल आतंकी घटनाओं में 17 फीसदी का इजाफा हुआ है।
दूसरी राहत की बात ये है कि 86 देशों में आतंकी घटनाओं में कमी आई है, लेकिन 19 देशों में हालात पहले के मुकाबले कहीं ज्यादा बिगड़ गए हैं। इन 19 देशों में हुईं घटनाएं 86 देशों के आंकड़े पर भारी पड़ गईं। इसके चलते 2020 के मुकाबले 2021 में 17 प्रतिशत ज्यादा आतंकी घटनाएं दर्ज की गईं।
2021 के आंकड़े और क्या कहते हैं?
44 देशों में आतंकी घटनाओं में कम से कम एक लोगों की मौत जरूर हुई है। 2020 में ऐसे देशों की संख्या 43 थी।
105 देशों में कोई मौत नहीं हुई। 2007 से लेकर 2021 तक का ये आंकड़ा सबसे ज्यादा है।
97 प्रतिशत आतंकी घटनाएं अलग-अलग देशों में चल रहे विवादों के चलते हुए हैं।
2021 में सबसे बड़ा आतंकी हमला अफगानिस्तान के एयरपोर्ट पर हुआ था। तब 170 लोगों की मौत हुई थी, जबकि 200 से ज्यादा लोग गंभीर रूप से घायल हो गए थे।
टॉप-5 देश, जहां सबसे ज्यादा आतंकी घटनाएं हुईं
एंटी टेररिज्म डे
1. अफगानिस्तान : पिछले साल दुनिया में सबसे ज्यादा आतंकी घटनाएं यहीं हुईं। इंस्टीट्यूट फॉर इकनॉमिक्स एंड पीस ने इसे सबसे ज्यादा आतंक प्रभावित देश बताया है। यहां पिछले साल कुल 837 आतंकवादी घटनाएं हुईं हैं। इनमें सबसे ज्यादा 1,426 लोगों की जान गई। 2,199 लोग घायल हुए। आतंकी घटनाओं में 2020 के मुकाबले 33 प्रतिशत और मौतों में 14 प्रतिशत का इजाफा हुआ है। 2007 से लेकर 2019 तक के आंकड़ों पर नजर डालें तो इस दौरान 17 हजार 461 लोगों की मौत हुई।
2. ईराक : अफगानिस्तान के बाद आतंकवाद से प्रभावित दूसरा सबसे बड़ा देश ईराक है। यहां पिछले साल 833 घटनाओं को दहशतगर्दों ने अंजाम दिया। 2020 के आंकड़ों के अनुसार, इसमें 33 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है। इस दौरान 542 लोगों की जान गई है। इसमें भी 15 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है। 836 लोग गंभीर रूप से घायल हुए। अगर 2007 से लेकर 2021 तक के आंकड़ों को देखें तो इस दौरान यहां आतंकी घटनाओं में कुल 34 हजार 43 लोगों की जान गई है।
3. सोमालिया : दुनिया में तीसरा सबसे ज्यादा आतंकवाद प्रभावित मुल्क सोमालिया है। यहां 2021 में कुल 308 आतंकी हमले हुए। इनमें 599 लोगों की मौत हो गई, जबकि 478 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। 2020 के मुकाबले आतंकी घटनाओं में यहां 10 प्रतिशत की गिरावट हुई है। 2007 से 2021 तक के आंकड़ों का विश्लेषण करें तो इस दौरान सोमालिया में कुल 6,166 लोगों ने दम तोड़ दिया।
4. बुर्किना फासो : पश्चिमी अफ्रीकन देश बुर्किना फासो आतंकवाद से प्रभावित दुनिया का चौथा सबसे बड़ा देश है। यहां 2020 के मुकाबले आतंकी घटनाओं में बढ़ोतरी दर्ज हुई है। पिछले साल कुल 216 आतंकी घटनाएं हुईं हैं। इस दौरान 732 लोगों की मौत हुई, जबकि 231 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। 2020 के मुकाबले आतंकी घटनाओं में होने वाली मौतों के आंकड़ों में भी 11 प्रतिशत का इजाफा हुआ है। 2007 से 2021 तक बुर्किना में हुए आतंकी हमलों में कुल 947 लोग मारे गए हैं।
5. सीरिया : दक्षिण पश्चिमी एशिया में स्थित सीरिया दुनिया का पांचवां सबसे ज्यादा आतंक प्रभावित देश है। पिछले साल यहां 338 हमले हुए, इनमें 488 लोगों की मौत हुई, जबकि 502 लोग घायल हो गए। 2020 के मुकाबले यहां आतंकी घटनाओं में 23 प्रतिशत और मौतों में 33 फीसदी की कमी आई है।
भारत में क्या स्थिति है?
इंस्टीट्यूट फॉर इकनॉमिक्स एंड पीस की ग्लोबल टेरिरज्म इंडेक्स में भारत 12वें स्थान पर है। भारत उन देशों की सूची में शामिल है, जहां 2020 के मुकाबले आतंकी घटनाओं में होने वाली मौतों में कमी आई है। रिपोर्ट के अनुसार, 2020 के मुकाबले 2021 में भारत में 49 कम मौतें हुईं हैं। साउथ एशिया टेररिज्म पोर्टल (एसटीएपी) के अनुसार, 2021 में भारत के अंदर 314 आतंकी हमले हुए हैं। इस दौरान 585 लोगों की मौत हुई है।