हांग कांग। टोक्यो में जिस रोज क्वाड्रैंगुलर सिक्योरिटी डायलॉग (क्वाड) की शिखर बैठक हुई, रूस और चीन के लड़ाकू विमानों ने एशिया-प्रशांत क्षेत्र के ऊपर से साझा उड़ान भरी। वे विमान तभी वहां से गुजरे, जब अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन अभी जापान में मौजूद थे। उसके एक दिन बाद यानी बुधवार को उत्तर कोरिया ने तीन मिसाइलें दाग दीं। उनमें एक अंतर-महाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल थी।
पर्यवेक्षकों के मुताबिक रूस, चीन, और उत्तर कोरिया ने इन कार्रवाइयों के जरिए अपने ढंग से अमेरिका को संदेश देने की कोशिश की है। बाइडन इस क्षेत्र के अपने दौरे के क्रम में दक्षिण कोरिया और जापान गए। दक्षिण कोरिया में उन्होंने परमाणु हथियार संपन्न उत्तर कोरिया की गतिविधियों को रोकने का इरादा जताया। जापान में उन्होंने चीन के प्रभाव को रोकने का संकल्प जताया और ताइवान के मामले में उसे खास सख्त संदेश दिया। समझा जाता है कि उनके इस क्षेत्र से वापस जाने के पहले ही चीन और उत्तर कोरिया ने उन्हें भी अपना जवाबी संदेश देने की कोशिश की है।
जापान सीमा तक पहुंचे लड़ाकू जहाज
बताया जाता है कि रूस और चीन के लड़ाकू विमान मंगलवार को उड़ान भरते हुए जापान की वायु सीमा के करीब तक चले गए। इस बारे में जापान के रक्षा मंत्री नोबुओ किशी जानकारी दी। उन्होंने इस उड़ान को रूस और चीन की ‘भड़काऊ कार्रवाई’ बताया। पर्यवेक्षकों के मुताबिक बीते 24 फरवरी को यूक्रेन पर रूस के हमले के बाद रूस और चीन की यह पहली साझा उड़ान थी।
जो बाइडन प्रशासन के एक वरिष्ठ अधिकारी ने एक न्यूज एजेंसी से कहा- ‘हमारी राय में चीन लगातार रूस के साथ निकट जुड़ाव बनाए हुए है। इसमें सैनिक सहयोग भी शामिल है।’ अधिकारी ने कहा कि मंगलवार को जैसी कार्रवाई हुई, निश्चित रूप से उसकी योजना काफी पहले बनाई गई होगी। अधिकारी ने कहा- ‘यह साफ है कि चीन रूस से दूरी नहीं बनाएगा। बल्कि ताजा अभ्यास से यह साफ हुआ कि जब रूस अपनी पश्चिमी सीमा पर युद्ध लड़ रहा है, तब चीन पूर्वी सीमा की रक्षा करने में उसकी मदद कर रहा है।’
फरवरी में रूसी राष्ट्रपति व्लादीमीर पुतिन की बीजिंग यात्रा के समय जारी साझा बयान में रूस और चीन ने कहा था कि उनके बीच संबंध और सहयोग की कोई सीमा नहीं है। जिस समय अमेरिकी राष्ट्रपति अपने सहयोगी देशों के साथ खास कर चीन की लामबंदी के लिए टोक्यो आए, इन दोनों देशों उन्हें अपने इसी रिश्ते के बारे में एक बार फिर संदेश दिया है। संदेश यह है कि अगर अमेरिका ने उनके मुख्य हितों की अवहेलना की, तो वे दोनों आपसी सहयोग के साथ किसी हद तक जा सकते हैं।
उ. कोरिया ने दी बाइडन के 'विदाई'
जापानी अधिकारियों ने कहा है कि क्वाड शिखर सम्मेलन के दौरान रूस और चीन का जापान की सीमा के पास आकर साझा अभ्यास करना उनकी अब तक की सबसे बड़ी भड़काऊ कार्रवाई है। चीन के रक्षा मंत्रालय ने इस बात की पुष्टि की है कि यह साझा अभ्यास जापान सागर, पूर्वी चीन सागर, और पश्चिमी प्रशांत महासागर क्षेत्र में किया गया। इस बीच उत्तर कोरिया ने भी अपने ढंग से राष्ट्रपति बाइडन को ‘विदाई’ दी। दक्षिण कोरिया की सेना ने बताया कि उत्तर कोरिया ने बुधवार सुबह एक घंटे के अंदर तीन मिसाइलें दागीं। इन घटनाओं ने पहले से तनावग्रस्त इस क्षेत्र में नई चिंताएं पैदा कर दी हैं।