वॉशिंगटन। अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने चीन को अंतरराष्ट्रीय नियमों का पालन करने को कहा है। उन्होंने कहा कि चीन को अंतरराष्ट्रीय व्यवस्था को बनाए रखना होगा। अमेरिका ने यह भी साफ किया कि वह चीन को वैश्विक अर्थव्यवस्था से अलग नहीं करना चाहता है।
गौतलब है कि ट्रंप के कार्यकाल में चीन और अमेरिका के रिश्तों में खटास आ गई थी। वहीं, जो बाइटन के कार्यकाल में दोनों देशों के संबंध और अधिक खराब हो गए हैं। चीनी समानों पर ट्रंप के समय के व्यापक टैरिफ को जो बाइडन ने अब तक बनाए रखा है। इतना ही नहीं इंडो-पैसिफिक सहयोगियों के साथ अमेरिका ने घनिष्ठ संबंध बनाए है। माना जा रहा है कि अमेरिका ने चीन के बढ़ते प्रभाव को कम करने के लिए ऐसा किया। वहीं, चीन को लेकर अपनी औपचारिक रणनीति की घोषणा ना करने की वजह से बाइडन आलोचकों को निशाने पर भी आ गए थे।
हाल ही में अमेरिका ने चीन के बढ़ते प्रभाव को कम करने के लिए भारत और अन्य सहयोगी देशों के साथ मिलकर इंडो-पैसिफिक इकोनॉमिक फ्रेमवर्क (आईपीईएफ) का गठन किया। इसके तहत सप्लाई चेन को मजबूत बनाने और डिजिटल अर्थव्यवस्था के नियम तय करने की पहल की जाएगी। अमेरिका को उम्मीद है कि इससे एशियाई देशों के साथ उसका सहयोग बढ़ेगा। वहीं, चीन ने आईपीईएफ के गठन पर कई सवाल उठाए। चीन का कहना है कि हिंद प्रांत के कई देशों को यह चिंता है कि यह गठबंधन उन्हें चीनी अर्थव्यवस्था से अलग कर देगा।