कोलंबो। आर्थिक संकट में फंसे श्रीलंका की मदद के लिए भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और जापान के प्रधानमंत्री फ्यूमियो किशिदा ने हाथ मिला लिए हैं। कोलंबो गेजेट की रिपोर्ट के मुताबिक, 24 मई को दोनों नेताओं की चतुर्भुज सुरक्षा वार्ता से अलग हुई बैठक के दौरान इस पर सहमति बनी। जापानी विदेश मंत्रालय ने बताया, दोनों के बीच श्रीलंका के सुरक्षा हालात पर चर्चा के बाद मानवीय मदद पहुंचाने का फैसला लिया गया।
जापान के साथ समझौते से पहले भी श्रीलंका को आर्थिक संकट से निकालने के लिए भारत हर संभव प्रयास कर रहा है। मानवीय मदद वाले सामानों, खाना बनाने वाली गैस, तेल, और चिकित्सीय सामानों से लदे जहाज भेजे गए हैं। इसके अलावा, भारत ने श्रीलंका में बौद्ध धर्म संबंधी गतिविधियां बढ़ाने के लिए भी 54 करोड़ श्रीलंकाई रुपये दिए हैं।
40 हजार मीट्रिक टन डीजल लेकर पहुंचा भारतीय जहाज
भारत ने बताया कि उसने ऊर्जा संकट से निपटने में श्रीलंका की मदद के लिए 40 हजार मीट्रिक टन डीजल भेजा है। इससे पहले भारत ने आर्थिक संकट के मद्देनजर श्रीलंका को 50 करोड़ अमेरिकी डॉलर का तेल उधार देने को मंजूरी दी थी। 23 मई को भारत ने 40 मीट्रिक टन पेट्रोल श्रीलंका भेजा था। भारतीय हाईकमीशन ने सोमवार शाम ट्वीट कर डीजल लदे जहाज के कोलंबो पहुंचने की जानकारी दी।