
कानपुर। कानपुर पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज के आधार पर 3 जून को हुए बवाल और हिंसा में शामिल 40 संदिग्धों का पोस्टर जारी किया है। साथ ही लोगों से संदिग्धों की तलाश में मदद करने की अपील की। पोस्टर में फोन नं. 9454403715 अंकित किया गया है। साथ ही लिखा है कि संदिग्धों के बारे में सूचना देने वाले की पहचान गुप्त रखी जाएगी।
मामले में कानपुर पुलिस ने ट्विटर और फेसबुक पोस्ट से सांप्रदायिक माहौल बिगाड़ने के आरोप में 15 हैंडल्स के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। बवाल और हिंसा में आईएस-273 गैंग समेत शहर के कई बड़े अपराधी शामिल थे। पुलिस ने गैंग के सक्रिय बदमाश अफजाल समेत करीब एक दर्जन को आरोपी बनाया है। इन सभी की धरपकड़ शुरू हो गई है। एक-दो को पुलिस ने हिरासत में भी ले लिया है। ये लोग बड़े पैमाने पर हिंसा फैलाने वाले थे। गनीमत रही कि पुलिस बल ने समय रहते बवाल पर काबू पा लिया।
पुलिस की अब तक की जांच में हयात जफर हाशमी के संगठन के अलावा पीएफआई का नाम सामने आया है। साक्ष्य भी पुलिस ने जुटाए हैं। इस बीच पुलिस की तफ्तीश में खुलासा हुआ कि आईएस-273 गैंग के अफजाल की बड़ी भूमिका रही है। इसके अलावा सबलू, बाबर, इजरायल आटा, फरहान कालिया, फैज, सुफिया कनखड़ा, जैन, मासूम, नसीम उर्फ बंटी, गुड्डू रियासत, दिलशाद, गलरेज, तल्हा अंसारी जैसे अपराधियों के नाम सामने आए हैं। आईस-273 वही गैंग है जो पहले डी-टू गैंग था। 2010 में डी-टू गैंग खत्म कर नया गैंग बनाया था।
उत्तर प्रदेश शासन के निर्देशानुसार माफियाओं, गैंगस्टर तथा गंभीर अपराध करने वाले अपराधियों की सूची जनपदवार तैयार कर उनके द्वारा अवैध रूप से अर्जित की गई संपत्ति के जब्तीकरण की कार्यवाही के सम्बन्ध में अपर पुलिस महानिदेशक कानून व्यवस्था द्वारा दी गई वीडियो बाइट।#UPPolice pic.twitter.com/icyuagnGfO
हिंसा के दिन ही 18 उपद्रवियों को दबोच लिया गया था। शनिवार को ये सभी जेल भेजे गए थे। वहीं शनिवार सुबह पुलिस ने लखनऊ से हिंसा के मास्टर माइंड हयात जफर हाशमी व उसके साथी जावेद खान, मोहम्मद राहिल व सूफियान को गिरफ्तार किया था। इन चारों आरोपियों से रातभर पूछताछ की गई। इसके बाद रविवार दोपहर करीब तीन बजे इन्हें कोर्ट में पेश किया गया। यहां से जेल भेेजे गए।