कराची। कराची विश्वविद्यालय में अप्रैल में तीन चीनी नागरिकों की हत्या करने वाली महिला आत्मघाती हमलावर शैरी बलूच के पति हेबतान बशीर के खिलाफ आतंकवाद के वित्तपोषण का मामला दर्ज किया गया है। जानकारी के मुताबिक, आत्मघाती विस्फोट मामले की जांच के क्रम में आतंकवाद विरोधी विभाग (सीटीडी) पुलिस स्टेशन में इंस्पेक्टर सनाउल्लाह की शिकायत पर बशीर और अन्य के खिलाफ आतंक के वित्तपोषण के आरोप में मामला दर्ज किया गया है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, पुलिस अधिकारियों का कहना है कि टेरर फंडिंग मामले में आरोपी बशीर और अन्य आरोपी अभी भी लापता हैं।
हुआ नया खुलासा
गौरतलब है कि 26 अप्रैल को कराची विश्वविद्यालय में कन्फ्यूशियस संस्थान के बाहर शैरी बलूच द्वारा किए गए आत्मघाती हमले में तीन चीनी नागरिकों सहित चार लोगों की मौत हो गई थी। साथ ही चार अन्य लोग घायल भी हो गए थे। अब सामने आया है कि उसने एक दिन पहले भी विस्फोट की कोशिश की थी।
एक वीडियो आया सामने
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, आत्मघाती हमलावर शैरी बलूच और उनके पति का और वीडियो फुटेज सामने आया है। इसमें वह दोनों अपने गिजरी अपार्टमेंट में दिख रहे हैं। वीडियो में देखा जा सकता है कि 25 अप्रैल को शैरी बलूच चीनी नागरिकों पर आत्मघाती विस्फोट करने के लिए अपने फ्लैट से सुबह 10:15 बजे निकली थी, लेकिन ऐसा करने में विफल रहने पर वह घर लौट आई।
शैरी बलूच के दो बच्चे थे और वह बलूचिस्तान में अपने पैतृक केच जिले के एक प्राथमिक विद्यालय की शिक्षिका थी। उसने हमले से दस घंटे पहले अपने ट्विटर अकाउंट पर एक अलविदा नोट भेजा था। शैरी बलूच ने 2014 में बी.एड और 2018 में एम.एड पूरा किया था। उसने बलूचिस्तान विश्वविद्यालय से जूलॉजी में मास्टर्स और अल्लामा इकबाल ओपन यूनिवर्सिटी से एमफिल भी किया था।
तीन चीनी महिलाओं और एक पाकिस्तानी नागरिक की हुई थी मौत
रिपोर्टों के मुताबिक, यह धमाका स्थानीय विद्यार्थियों को चीनी भाषा सिखाने वाले गैर-लाभकारी संस्थान कन्फ्यूशियस इंस्टीट्यूट के पास एक वैन में हुआ था। मृतकों में तीन चीनी महिलाएं हुआंग गुइपिंग, दिंग मपेंग और चेन साइ और एक अन्य वैन चालक खालिद शामिल था। हुआंग की पहचान इंस्टीट्यूट की निदेशक के रूप में हुई है। 26 अप्रैल को हुए इस हमले की जिम्मेदारी बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी (बीएलए) ने ली थी।