वॉशिंगटन। पैगंबर मोहम्मद को लेकर विवादित बयानों से मचे बवाल के कई दिनों बाद अमेरिका ने इस मामले में अपनी बात कही है। आपत्तिजनक बयानों पर अरब देशों ने कड़ी प्रतिक्रिया जाहिर की थी। इसके बाद भाजपा ने ताबड़तोड़ कार्रवाई करते हुए अपने ही दो नेताओं को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया। अमेरिका ने भी विवादित बयानों की निंदा करने के साथ ही भाजपा के रुख को सराहा है।
अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता नेड प्राइस ने गुरुवार को पत्रकारों से चर्चा में कहा कि हम भाजपा के दो पदाधिकारियों के बयानों की निंदा करते हैं और हमें यह देखकर खुशी हुई कि भाजपा ने इन टिप्पणियों की सार्वजनिक रूप से निंदा की।
नेड प्राइस ने नियमित प्रेस ब्रीफिंग के दौरान कहा कि हम धर्मों व आस्था की स्वतंत्रता और मानवाधिकार संबंधी चिंताओं पर भारत सरकार के साथ संपर्क में रहते हैं। अमेरिका भारत को मानवाधिकारों के सम्मान को बढ़ावा देने के लिए प्रोत्साहित करता है। बीते दिनों विदेश मंत्री एंटोनी ब्लिंकन जब दिल्ली प्रवास पर थे, तब उन्होंने कहा था कि भारतीय और अमेरिकी लोग समान मूल्यों में विश्वास करते हैं।
मानव गरिमा, मानव सम्मान, अवसर की समानता और धर्म या आस्था की स्वतंत्रता ये मौलिक सिद्धांत हैं। ये किसी भी लोकतंत्र के बुनियादी मूल्य हैं। हम दुनिया भर में इनके पक्षधर हैं।
बता दें, भाजपा की पूर्व प्रवक्ता नुपुर शर्मा व पार्टी की दिल्ली इकाई के मीडिया प्रभारी नवीन कुमार जिंदल ने पैगंबर मोहम्मद को लेकर कथित तौर पर आपत्तिजनक बातें कही थीं। इसे लेकर देश विदेश में बवाल मच गया था।
इसे लेकर कई अरब देशों ने आपत्ति प्रकट करते हुए भारत से सख्त कार्रवाई की अपील की थी। देश के कई शहरों में हिंसक प्रदर्शन भी हुए थे। इसके बाद भाजपा ने न केवल विवादित बयानों की निंदा की, बल्कि दोनों नेताओं को पार्टी से निकाल दिया है। इन दोनों नेताओं के खिलाफ पुलिस में केस भी दर्ज किए गए हैं।