नई दिल्ली/मुंबई। महाराष्ट्र में 22 जून से शुरू हुआ सियासी घमासान लगातार आठवें दिन भी जारी है। सूरत से जिस राजनीतिक नाटक की शुरुआत हुई, उसके अहम डेवलपमेंट गुवाहाटी में हुए, लेकिन उसका क्लाइमैक्स अभी भी बाकी है। इस बीच महाराष्ट्र के राज्यपाल ने कल यानी 30 जून को शाम 5 बजे तक फ्लोर टेस्ट कराने का आदेश दिया है। शिवसेना ने इसके खिलाफ सुप्रीम का दरवाजा खटखटाया है, जिस पर सुनवाई जारी है।
शिवसेना के मुख्य सचेतक सुनील प्रभु की याचिका पर सुप्रीम कोर्ट ने बुधवार शाम को सुनवाई शुरू की। सुनवाई के दौरान देश की सर्वोच्च अदालत ने सुनील प्रभु के वकील अभिषेक सिंघवी की दलीलों पर दो-टूक कहा कि लोकतंत्र के इन मुद्दों को सुलझाने का एकमात्र तरीका सदन का पटल ही है। सुनील प्रभु ने याचिका के जरिए उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली महा विकास आघाड़ी (एमवीए) सरकार को फ्लोर टेस्ट में जाने के राज्यपाल के निर्देश को चुनौती दी है।
सर्वोच्च अदालत ने पूछा, बड़ा सवाल
न्यायमूर्ति सूर्यकांत और न्यायमूर्ति जेबी पारदीवाला की अवकाशकालीन पीठ ने सुनील प्रभु की ओर से पेश वरिष्ठ अधिवक्ता एएम सिंघवी से यह भी पूछा कि आप बताइये कि शक्ति परीक्षण अयोग्यता प्रक्रिया को कैसे प्रभावित कर सकता है या अयोग्यता की कार्यवाही में अध्यक्ष की शक्तियों में यह हस्तक्षेप कैसे कर सकता है। हमारी समझ तो यह है कि लोकतंत्र के इन मुद्दों को सुलझाने का एकमात्र तरीका सदन का पटल ही है।
बागी गुट की दलीलें
0 एकनाथ शिंदे के वकील नीरज किशन कौल ने कहा कि सदन का पटल तो भूल जाइए वे (उद्धव ठाकरे) पार्टी (शिवसेना) के भीतर ही 'निराशाजनक अल्पसंख्यक' में हैं।
0 एकनाथ शिदे की ओर से पेश हुए वरिष्ठ अधिवक्ता नीरज किशन कौल ने कहा- फ्लोर टेस्ट राज्यपाल के विवेकाधिकार का क्षेत्र है। जब तक राज्यपाल के निर्णय को घोर दुर्भावनापूर्ण या तर्कहीन नहीं माना जाता, तब तक गवर्नर के निर्देश कोई हस्तक्षेप संभव नहीं है।
0 इसके साथ ही नीरज किशन कौल ने सुप्रीम कोर्ट की एक रूलिंग का भी हवाला दिया। उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने अपने फैसले में कहा था कि अयोग्यता की कार्यवाही का फ्लोर टेस्ट पर कोई असर नहीं होगा।
0 समाचार एजेंसी पीटीआइ की रिपोर्ट के मुताबिक कौल ने कहा- स्पीकर के समक्ष अयोग्यता की कार्यवाही का लंबित होना फ्लोर टेस्ट में देरी का कोई आधार नहीं है। ऐसे में फ्लोर टेस्ट कराया जाना चाहिए।
0 विद्रोही गुट का पक्ष रहे नीरज किशन कौल ने कहा कि सदन का पटल ही लोकतंत्र की कसौटी है और यहां यही साबित करने की कोशिश की जा रही है।
0 नीरज किशन कौल ने कहा- सुप्रीम कोर्ट भी अपने पूर्व के फैसलों में कह चुका है कि जब कोई सीएम फ्लोर पर जाने की अनिच्छा दिखाता है, तो प्रथम दृष्टया साफ हो जाता है कि वह सदन का विश्वास खो चुका है...
0 एकनाथ शिंदे के वकील ने यह भी कहा कि हार्स ट्रेडिंग को रोकने का सबसे अच्छा तरीका फ्लोर टेस्ट ही है। इसमें किसी भी देरी से लोकतांत्रिक व्यवस्था को नुकसान ही होगा।
0 नीरज किशन कौल ने कहा- महाराष्ट्र में जैसी परिस्थिति बनी है ऐसी स्थितियों के लिए फ्लोर टेस्ट की आवश्यकता होती है। राज्यपाल ने अपने विवेकाधिकार का इस्तेमाल करते हुए इसे आयोजित कराने का फैसला किया है...
उद्धव गुट की दलीलें
0 शिवसेना के मुख्य सचेतक सुनील प्रभु के वकील ने सुप्रीम कोर्ट को बताया कि राज्यपाल का पत्र जो फ्लोर टेस्ट को लेकर है। इसमें कहा गया है कि 28 जून को विपक्ष के नेता ने राज्यपाल से मुलाकात की। आज सुबह हमें इसके जरिए कल यानी गुरुवार को फ्लोर टेस्ट कराए जाने के बारे में जानकारी मिली। मौजूदा वक्त में राकांपा के दो सदस्य कोरोना से पीड़ित हैं और एक कांग्रेस विधायक देश से बाहर है।
0 सुनील प्रभु के वकील ने आगे कहा- यह बिल्कुल वैसा ही है जैसा चुनाव आयोग तुरंत चुनाव कराने का निर्देश जारी कर दे। यह अफरातफरी में चुनाव कराने की तरह है जहां मतदाताओं में मृत लोग या ऐसे लोग शामिल होंगे जो बाहर चले गए हैं। यदि फ्लोर टेस्ट यह निर्धारित किए बिना किया जाता है कि क्या ए, बी, सी और डी अयोग्य हैं, तो यह निरर्थक होगा।
0 सुनील प्रभु के वकील ने यह भी कहा कि फ्लोर टेस्ट यह निर्धारित करता है कि कौन सी सरकार लोगों की इच्छा का प्रतिनिधित्व करती है। सही बहुमत का पता लगाने के लिए फ्लोर टेस्ट कराया जाता है लेकिन इसमें योग्य लोग शामिल होने चाहिए। ऐसे में जब एक तरफ सुप्रीम कोर्ट ने अयोग्यता की कार्यवाही पर रोक लगा रखी है तो दूसरी तरफ विधायक कल मतदान में हिस्सा लेने जा रहे हैं, यह तो सीधा विरोधाभास है।
0 सुनील प्रभु के वकील अभिषेक सिंघवी ने कहा कि यह न्यायालय अयोग्यता कार्यवाही की वैधता पर विचार कर रहा है। इस मामले में 11 जुलाई को अगली सुनवाई होनी है। ऐसे में अयोग्यता का मसला फ्लोर टेस्ट से सीधे जुड़ा हुआ है।
0 सुनील प्रभु के वकील अभिषेक सिंघवी ने कहा- जो लोग पक्ष बदल चुके हैं और दलबदल कर चुके हैं, वे लोगों की इच्छा का प्रतिनिधित्व नहीं करते। क्या राज्यपाल सुप्रीम कोर्ट पर भरोसा नहीं कर सकते? कल फ्लोर टेस्ट नहीं हुआ तो क्या आसमान टूट जाएगा?
0 अधिवक्ता सिंघवी ने कहा- जहां मामला सुप्रीम कोर्ट के समक्ष विचाराधीन है और फैसले का इंतजार कर रहा है, ऐसे में कोविड से ठीक हुए राज्यपाल अगले दिन विपक्ष के नेता के साथ बैठक करने के बाद फ्लोर टेस्ट की मांग कैसे कर सकते हैं?
0 सिंघवी ने कहा कि फ्लोर टेस्ट की अनुमति देने का मतलब दसवीं अनुसूची को मृत पत्र बनाना होगा। जिन लोगों ने पाला बदल लिया है, वे लोगों की इच्छा को नहीं दर्शाते हैं।
0 शिवसेना नेता सुनील प्रभु के वकील सिंघवी ने सुप्रीम कोर्ट से कहा कि कोर्ट को तब तक फ्लोर टेस्ट नहीं होने देना चाहिए जब तक डिप्टी स्पीकर बागी विधायकों के खिलाफ अयोग्यता याचिका पर फैसला नहीं कर लेते