काठमांडु। नेपाल पुलिस ने अवैध गतिविधियों में शामिल होने के संदेह में एक फर्म पर छापा मारकर 46 लाख नेपाली रुपये के साथ कास्की जिले से तीन चीनी नागरिकों और एक नेपाली नागरिक को गिरफ्तार किया है। चीफ एसपी रमेश थापा ने इस कार्रवाई की जानकारी देते हुए बताया कि जिला पुलिस कार्यालय कास्की की एक टीम ने गुरुवार को साइबर अपराध से संबंधित गतिविधियों के संदेह में चीनी फर्म पर छापा मारा। उन्होंने कहा कि हमने पोखरा -17 के दमसाइट में किराए के घर से तीन चीनी और एक नेपाली नागरिक को 46 लाख नकद(नेपाली रुपये) के साथ छापेमारी स्थल से गिरफ्तार किया है। आरोपी जब्त करने वाले पैसे का स्रोत नहीं दिखा सके जिसे हमने जब्त कर लिया था। साथ ही, हमारी प्रारंभिक जांच से पता चला है कि चीन के नागरिक यहां पर्यटक वीजा पर थे और यहां नेपाल में काम कर रहे हैं जो कि आव्रजन कानून के अनुसार प्रतिबंधित है। आगे की जांच चल रही है।
चीनी नागरिकों की पहचान अभी नहीं हो पाई है: नेपाल पुलिस
पुलिस के अनुसार, जिस फर्म पर छापा मारा गया था, वह एक सॉफ्टवेयर कंपनी थी और काकानी ग्राम परिषद (गिरफ्तार नेपाली नागरिक) के निवासी सुमन तमांग के नाम पर दर्ज की गई थी। चीनी नागरिकों की पहचान अभी नहीं हो पाई है। पुलिस ने कंपनी में काम करने वाले तीन चीनी नागरिकों और 75 नेपाली नागरिकों से भी पूछताछ की। बाकी कर्मचारियों को पुलिस ने जरूरत के समय सुरक्षा एजेंसियों के सामने पेश होने की अवधि के तहत रिहा कर दिया है।
नेपाल चीनी अपराधियों के लिए प्रवेश द्वार बनता जा रहा
बता दें कि नेपाल चीनी अपराधियों के लिए प्रवेश द्वार बनता जा रहा है और हिमालयी राष्ट्र ने अवैध गतिविधियों में चीनी नागरिकों की बढ़ती संलिप्तता पर चिंता जताई है। यह तब स्पष्ट हुआ जब अधिकारियों ने दिसंबर 2019 में 122 चीनी नागरिकों को भी इसी तरह के उपकरणों के साथ आपराधिक गतिविधियों में उनकी कथित संलिप्तता के लिए गिरफ्तार किया - विभिन्न बैंकों के स्विफ्ट कोड की हैकिंग।