बगदाद। इराक के प्रभावशाली शिया धर्मगुरु मुक्तदा अल-सद्र ने सोमवार को राजनीति से हटने की घोषणा की, जिसके बाद उनके सैकड़ों समर्थक सरकारी महल पहुंच गए। इस दौरान अल-सद्र के समर्थकों और सुरक्षा बलों के बीच हिंसक झड़प हुई जिसमें कम से कम 15 प्रदर्शनकारियों की मौत हो गई।
इराक की सेना ने बढ़ते तनाव को शांत करने के उद्देश्य से सोमवार को शहर भर में कर्फ्यू की घोषणा कर दी। इराक के कार्यवाहक प्रधानमंत्री मुस्तफा अल-कदीमी ने कैबिनेट का सत्र निलंबित कर दिया।
चिकित्सा अधिकारियों ने कहा कि शिया धर्मगुरु की घोषणा के बाद विरोध प्रदर्शनों के दौरान दंगा रोधी पुलिस द्वारा की गई गोलीबारी, आंसू गैस के गोले छोड़ने से दर्जनों लोग घायल हो गए।
अधिकारियों के अनुसार, रात के समय अल-सदर के समर्थक और पुलिस में झड़प शुरू हो गई और इस दौरान गोलीबारी में एक महिला घायल हो गई। मशीन गन की आवाजें पूरे मध्य बगदाद में गूंजती रही। सुरक्षा अधिकारियों ने बताया कि झड़प में मोर्टार और रॉकेट चालित ग्रेनेड का इस्तेमाल किया गया।