संयुक्त राष्ट्र। संयुक्त राष्ट्र महासभा के अधिवेशन के इतर गुरुवार को ब्रिक्स देशों के विदेश मंत्रियों की बैठक हुई जिसमें वैश्विक निकायों में बहुपक्षवाद को सशक्त बनाने के लिए काम करने का संकल्प लिया गया और आतंकवाद एवं चरमपंथी गतिविधियों को दोहरे मानदंडों को खारिज किया गया।
विदेश मंत्री एस जयशंकर, रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव, चीन के विदेश मंत्री वांग यी, ब्राज़ील के विदेश मंत्री कार्लोस एल्बर्टो फ्रैंको फ्रांसा और दक्षिण अफ्रीका की विदेश मंत्री डॉ. नालेदी पंडोर ने इस बैठक में भाग लिया।
बैठक के बाद आधिकारिक जानकारी में कहा गया कि मंत्रियों ने संयुक्त राष्ट्र के एजेंडा में राजनीति, सुरक्षा, अर्थव्यवस्था, वित्तीय एवं सतत विकास के प्रमुख वैश्विक एवं क्षेत्रीय मुद्दों के साथ साथ ब्रिक्स के अंदर के विषयों पर भी वैचारिक आदान प्रदान किया।
उन्होंने संयुक्त राष्ट्र एवं उसके विभिन्न निकायों में बहुपक्षवाद में सुधार एवं सशक्तीकरण के संकल्प दोहराया तथा आतंकवाद एवं चरमपंथी गतिविधियों से मुकाबले में दोहरे मानदंड अपनाये जाने को खारिज कर दिया। उन्होंने अंतरराष्ट्रीय आतंकवाद पर समग्र संधि को तत्काल अंतिम रूप देने एवं अंगीकृत करने का भी आह्वान किया। उन्होंने सभी देशों की प्रादेशिक अखंडता एवं संप्रभुता के प्रति सम्मान व्यक्त किया और मतभेदों एवं विवादों का संवाद एवं परामर्श से शांतिपूर्ण समाधान पर जोर दिया। उन्होंने यूक्रेन के मुद्दे के शांतिपूर्ण समाधान के अनुकूल माहौल बनाने के लिए हर प्रयास को समर्थन भी जताया।
उन्होंने विश्व व्यापार संगठन की मंत्रिस्तरीय बैठक में कोविड महामारी में काम आने वाली चिकित्सा उपकरणों एवं दवाओं के उत्पादन एवं आपूर्ति को लेकर नियमों को उदार बनाने के ट्रिप्स समझौते काे लेकर हुए निर्णय का अनुमोदन किया। उन्होंने सतत विकास लक्ष्यों के संतुलित एवं एकीकृत क्रियान्वयन का आह्वान किया। उन्होंने जलवायु परिवर्तन से मुकाबले के लिए तकनीक एवं वित्तपोषण को लेकर भी चर्चा की।