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0 साल 2022 में 95 लाख बच्चे पैदा हुए

बीजिंग। 2022 में चीन की आबादी में 60 साल में पहली बार कम हुई है। पिछले साल चीन के नेशनल बर्थ रेट में रिकॉर्ड गिरावट दर्ज की गई है। चीन में साल 2022 में 95 लाख बच्चे पैदा हुए, जबकि साल 2021 में वहां 1 करोड़ 62 लाख बच्चे पैदा हुए थे।

नेशनल ब्यूरो स्टेटिस्टिक्स के मुताबिक साल चीन में साल 2021 में बर्थ रेट 7.52% था जो साल 2022 में घटकर 6.67% रह गया। इसका मतलब यह हुआ कि चीन में जहां साल 2021 में कुल हजार लोगों पर 7.52 बच्चों को जन्म होता था वो 2022 में घटकर 6.67 रह गया। ये साल 1949 के बाद सबसे कम है।

साल 2022 में 8 लाख 50 हजार लोग कम हुए
साल 2021 में चीन की आबादी 1.4126 बिलियन थी जो साल 2022 में घटकर 1.4118 बिलियन रह गई। यानी एक साल में कुल 8 लाख 50 हजार लोगों कम हुए। चीन की आबादी में वहां के 31 राज्यों के लोगों को गिना जाता है। इसमें हांगकांग, मैकाऊ और ताइवान शामिल नहीं हैं।

साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट के मुताबिक चीन में बच्चे पैदा करने में आने वाला खर्च लगातार बढ़ता जा रहा है। जो कई बार लोगों को गरीबी तक में धकेल देता है। वहीं लोगों की सोच परिवार और शादी को लेकर लगातार बदल रही है, इसका असर भी वहां के बर्थ रेट पर असर डाल रहा है। मॉर्निंग पोस्ट ने चीन में आर्थिक मंदी और कोरोना के समय लगाई गई पाबंदियों को भी इसका जिम्मेदार माना है।

2016 से कम हो रही चीन की आबादी
चीन में जनसंख्या दर 2016 से ही कम हो रही है। तभी से चीन ने बच्चों की तादाद बढ़ाने के लिए लोकल लेवल पर काम करना शुरू कर दिया था। इसके लिए लोगों को पैसे भी दिए गए। सोशल सिक्योरिटी बेनेफिट्स के अलावा उन्हें हाउसिंग और एजुकेशन डिस्काउंट की भी घोषणा की गई थी। साल 2021 के आते-आते चीन ने अपनी वन चाइल्ड पॉलिसी को भी हटा दिया। जिससे लोगों को केवल एक बच्चा पैदा करने की अनुमति थी। चीन ने ऐलान किया था कि लोग अब 3 बच्चे पैदा कर सकते हैं। हालांकि उसका कुछ ज्यादा फायदा नहीं हुआ।

चीन ने 1979 में लागू की थी वन चाइल्ड पॉलिसी, 2016 में बदली
चीन ने 1979 में वन चाइल्ड पॉलिसी इंट्रोड्यूस की थी। 1980 से इसे लागू कर दिया गया। तब चीन की आबादी 98.61 करोड़ थी और लगातार बढ़ रही थी। चीन को डर था कि बढ़ती आबादी देश के विकास में बाधा बन सकती है। इस वजह से ये पॉलिसी लागू की गई थी। इस दौरान लोगों को परिवार नियोजन के प्रति जागरूक भी किया गया और सख्ती भी की गई। 1 से ज्यादा बच्चे होने पर लोगों पर फाइन लगाया गया, नौकरी से निकाला गया, महिलाओं को जबरन गर्भपात कराने के लिए मजबूर किया गया और पुरुषों की जबरन नसबंदी की गई। 2016 तक चीन में वन चाइल्ड पॉलिसी लागू रही। माना जाता है कि इस दौरान चीन ने 40 करोड़ बच्चों को जन्म से रोका। इसका नुकसान ये हुआ कि देश में वृद्ध लोगों की आबादी बढ़ती रही और युवा आबादी कम हो गई। इस वजह से 2016 में थोड़ी छूट देते हुए टू-चाइल्ड पॉलिसी लागू की गई।