नई दिल्ली। राज्यसभा में गुरुवार को सत्तापक्ष के सदस्यों के हंगामे के कारण सदन की कार्यवाही लगभग आधे घंटे के लिए 4.30 बजे तक स्थगित करनी पड़ी। सभापति जगदीप धनखड़ ने भोजनावकाश के बाद राष्ट्रपति के अभिभाषण का धन्यवाद प्रस्ताव पारित कराने के पश्चात केंद्रीय बजट 2023 -24 पर चर्चा शुरु कराने के लिए कांग्रेस के शक्ति सिंह गोहिल का नाम पुकारा तो सत्तापक्ष के सदस्यों ने नारेबाजी शुरु कर दी।
इस हंगामे के बीच श्री गोहिल ने बोलने से इंकार कर दिया। कई बार उनका नाम पुकारे जाने और उनके खड़े होने के बावजूद सत्तापक्ष शोर गुल के कारण वह अपना वक्तव्य शुरु नहीं कर सके।
इसके बाद श्री धनखड़ ने चर्चा आगे बढ़ाने के लिए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के अरुण सिंह का नाम पुकारा तो उन्होंने अपना वक्तव्य आरंभ किया। इस बीच श्री गोहिल ने केंद्रीय बजट पर अपना वक्तव्य देने की इच्छा प्रकट की।
श्री धनखड ने फिर से श्री गोहिल का नाम पुकारा तो भाजपा के नेता भूपेंद्र यादव ने व्यवस्था का प्रश्न उठाते हुए कहा कि श्री गोहिल को फिर से बोलने का अवसर देना नियमों के विरूद्ध है। उन्होंने कहा कि नियमों के अनुसार यदि कोई सदस्य अपने नंबर पर नहीं बोलता है तो उसका नंबर सबसे बाद में आता है। सभापति ने श्री यादव को सुनने के बाद श्री गोहिल को फिर से बाेलने की अनुमति दे दी। इस पर सत्तापक्ष के सदस्यों ने हंगामा शुरू कर दिया। स्थिति को देखते हुए श्री धनखड़ ने चार बजे सदन की कार्यवाही 4.30 बजे तक लिए स्थगित करने की घोषणा कर दी।
इससे पहले राष्ट्रपति के अभिभाषण के धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा का प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा उत्तर दियेे जाने के दौरान कांग्रेस समेत विपक्ष के सदस्य नारेबाजी करते रहे थे।