एथेंस। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को कहा कि भारत और यूनान ने 2030 तक द्विपक्षीय व्यापार को दोगुना करने तथा रक्षा और सुरक्षा समेत विभिन्न क्षेत्रों में रणनीतिक साझेदारी को मजबूत करने के लिए काम करने पर सहमति जतायी है।
दक्षिण अफ्रीका में ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में भाग लेने के बाद आज यहां पहुंचे श्री मोदी ने अपने यूनान के समकक्ष किरियाकोस मिचोताकिस के साथ संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में कहा, “श्री मिचोताकिस और मैं इस बात से सहमत हैं कि हमारा द्विपक्षीय व्यापार तेजी से बढ़ रहा है और आने वाले समय में इसमें बढ़ोतरी अपार संभावनाएं हैं। इसलिए हमने 2030 तक अपने द्विपक्षीय व्यापार को दोगुना करने का फैसला किया है।” उन्होंने कहा, “आज हमने आतंकवाद और साइबर सुरक्षा के क्षेत्र में आपसी सहयोग पर चर्चा की। हमने तय किया है कि एनएसए स्तर का एक संवाद मंच भी होना चाहिए।
उन्होंने कहा कि भारत और यूनान भूराजनीतिक और क्षेत्रीय मुद्दों पर सहयोग कर रहे हैं तथा शीघ्र ही प्रवास और गतिशीलता साझेदारी पर समझौता करेंगे।
उन्होंने कहा, “ भारत और यूनान दुनिया की दो प्राचीन सभ्यताओं का स्वाभाविक मेल हैं और हमारे रिश्ते की नींव प्राचीन और मजबूत है।”
उन्होंने यहां मैक्सिमोस मेंशन में श्री मिचोताकिस के साथ द्विपक्षीय वार्ता की। बैठक के बाद अपनी प्रारंभिक प्रतिक्रिया में श्री मिचोताकिस ने हाल के वर्षों में भारत और यूनान के बीच संबंधों में काफी सुधार हुआ है और व्यापक द्विपक्षीय सहयोग की गुंजाइश है। उन्होंने कहा, “हमारा पहला उद्देश्य हमारे द्विपक्षीय व्यापार को दोगुना करना है और दोनों देश भविष्य की चुनौतियों, खासकर यूक्रेन युद्ध के दौरान उथल-पुथल से निपटने के लिए कंधे से कंधा मिलाकर आगे बढ़ने के लिए तैयार हैं।”
इससे पहले श्री मोदी ने राष्ट्रपति कतेरीना एन सकेलारोपोलू से मुलाकात की।
श्री मोदी ने सोशल नेटवर्किंग साइट एक्स पर अपने पोस्ट में लिखा , “मैंने और राष्ट्रपति ने कई मुद्दों पर चर्चा की है जो भारत-यूनान की मित्रता को मजबूत करेंगे। हमने सतत विकास को बढ़ावा देने के तरीकों पर भी चर्चा की।” यूनान के राष्ट्रपति ने चंद्रयान-3 की सफलता पर भारत को बधाई दी और कहा कि चंद्रयान-3 की सफलता अकेले भारत की नहीं बल्कि पूरी मानव जाति की सफलता है। उन्होंने कहा कि चंद्रयान-3 मिशन द्वारा एकत्र किए गए डेटा के नतीजे पूरी वैज्ञानिक बिरादरी और मानव जाति को मदद करेंगे।