0 कहा- देश के हर हिस्से में इवेंट्स होंगे
0 चीन और पाकिस्तान ने आपत्ति जताई थी
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कश्मीर और अरुणाचल प्रदेश में जी-20 बैठक कराने पर पाकिस्तान और चीन की आपत्ति को खारिज कर दिया है। उन्होंने कहा कि हमें अपने देश के किसी भी हिस्से में बैठक करने का अधिकार है। ये बात उन्होंने पिछले हफ्ते न्यूज एजेंसी को दिए इंटरव्यू में कही थी। इस इंटरव्यू की जानकारी रविवार को सामने आई।
दरअसल, चीन (जी-20 सदस्य) और पाकिस्तान ने कश्मीर के कुछ इलाकों में जी-20 का एक इवेंट आयोजित करवाने पर आपत्ति जताई थी। दोनों देशों ने कहा था कि कश्मीर विवादित क्षेत्र है, इसलिए यहां आयोजन नहीं होना चाहिए।
इसे लेकर पीएम मोदी ने कहा कि ऐसा सवाल तब जायज होता, जब हम कश्मीर और अरुणाचल में बैठक कराने से बच रहे होते। हमारा देश इतना विशाल, खूबसूरत और विविधताओं से भरा हैं। जब देश में जी-20 बैठक हो रही है, तो ये स्वाभाविक है कि देश के हर हिस्से में बैठकें होंगी।
इससे पहले 28 अगस्त को चीन ने एक मैप जारी करके अरुणाचल और अक्साई चिन को अपना हिस्सा बताया था। पीएम मोदी के इस बयान को चीन की इस हरकत के जवाब के तौर पर भी देखा जा रहा है।
2047 तक विकसित हो जाएगा भारत
पीएम मोदी ने कहा कि 2047 तक भारत विकसित देश बन जाएगा। तब हमारी जिंदगियों में भ्रष्टाचार, जातिवाद और सांप्रदायिकता की कोई जगह नहीं रहेगी। लंबे समय तक दुनिया भारत को 100 करोड़ भूखे लोगों का देश मानती रही, लेकिन अब हम 100 करोड़ महत्वाकांक्षी मन और 200 करोड़ हुनरमंद हाथों का देश बन गए हैं। भारतीयों के पास आज ऐसे विकास की बुनियाद रखने का मौका है, जिसे अगले हजार साल तक याद रखा जाएगा। शीर्ष अर्थव्यवस्थाओं की सूची में हमने एक दशक से कम समय में पांच पायदानों की छलांग मारी है। जल्द ही भारत दुनिया की तीन बड़ी अर्थव्यवस्थाओं में शामिल होगा।
जी-20 में हमारी कही बातों को दुनिया भविष्य का रोडमैप मानती है
पीएम ने कहा कि ‘सबका साथ सबका विकास’ देश ही नहीं, दुनिया के लिए भी राह दिखाने वाला सिद्धांत बन सकता है। जी-20 बैठक में हमारी बातों और हमारे विजन को दुनिया सिर्फ आइडिया नहीं मानती है, बल्कि भविष्य के रोडमैप के तौर पर देखती है।पीएम मोदी ने कहा कि भारत की जी-20 की अध्यक्षता से कई पॉजिटिव बदलाव सामने आ रहे हैं, इनमें से कुछ मेरे दिल के बेहद करीब हैं। दुनिया का नजरिया जाे अब तक जीडीपी पर केंद्रित था, अब इंसानों पर केंद्रित होता जा रहा है। इस बदलाव में भारत ने अहम भूमिका निभाई है।