0 ईयू की साइंटिस्ट मैरी क्यूरी और अर्जेंटीना का पोंचू दिखे
नई दिल्ली। देश में आयोजित हुई जी20 समिट खत्म हो चुकी है। इससे एक दिन पहले भारत मंडपन में कल्चर कॉरिडोर का इनॉगरेशन हुआ। इसमें जी20 के 20 देशों के अलावा आमंत्रित किए गए 9 देशों की सांस्कृतिक विरासत का प्रदर्शन किया गया। यहां फिजिकल और डिजिटल फॉर्म में विदेशों की पहचान और लोकतंत्र से जुड़ी चीजें रखी गईं।
10 हजार वर्ग फुट के मंडपम के करीब 30% हिस्से में कल्चरल कॉरिडोर बनाया गया। भारत की तरफ से इसमें अष्टध्यायी, ऋग्वेद, भीमबेटका की पेंटिंग, योग, कुंभ, वैदिक ऋचाएं, हिमालय, गंगा, हिंद महासागर और रॉयल बंगाल टाइगर को लगाया गया।
यूके से मैग्नाकार्टा, फ्रांस से मोनालिसा और डिक्लेरेशन ऑफ द राइट्स ऑफ मैन एंड ऑफ द सिटीजन, ऑस्ट्रेलिया से ग्रेट बैरियर रीफ, अमेरिका का ग्रैंड कैनयन और चार्टर्स ऑफ फ्रीडम के अलावा डिजिटल फॉर्म में स्टैच्यू ऑफ लिबर्टी को प्रदर्शित किया गया।
वहीं, चीन का फोहुआ लिडेड जार, इटली का बेलवेद्रे अपोलो, ऑस्ट्रेलिया का वाकिंग थ्रू अ सॉन्ग लाइन, दक्षिण अफ्रीका से मिसेज प्लेस, यूएई का अब्राहमिक फैमिली हाउस, जापान का कसोड़े, तुर्किये की ट्रेडिशनल आर्चरी, कोरिया की वुमेन डाइवर्स और पहले आम चुनाव की तस्वीर और रूस के बोल्शेविक बैलेट को विदेशी मेहमानों सहित आम लोगों के लिए रखा गया।
मीडियो रिपोर्ट्स के मुताबिक, विदेशों से आई सभी कृतियां चार महीने के लिए एक समझौते के तहत मंगाई गई हैं। चार महीने बाद ये सभी उनके देशों को लौटा दी जाएंगी।