0 जैश आतंकी शाहिद लतीफ को सियालकोट में गोली मारी
0 एनआईए की मोस्ट वांटेड लिस्ट में शामिल था
सियालकोट। पठानकोट हमले के मास्टमाइंड शाहिद लतीफ की पाकिस्तान के सियालकोट की मस्जिद में गोली मारकर हत्या कर दी गई है। शाहिद लतीफ एनआईए की मोस्ट वांटेड लिस्ट में शामिल था। मीडिया रिपोट्र्स के मुताबिक लतीफ पर अज्ञात लोगों ने गोलियां चलाईं।
2 जनवरी, 2016 को जैश के आतंकियों ने पठानकोट में एयरबेस पर हमला कर दिया था। इसमें 7 जवान शहीद हो गए थे। 36 घंटे एनकाउंटर और तीन दिन तक कॉम्बिंग ऑपरेशन चला था। शाहिद लतीफ आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद (जेईएम) का एक प्रमुख सदस्य था।
उसने ही चारों जैश-ए-मोहम्मद (जेईएम) आतंकवादियों को पठानकोट भेजा था। लतीफ पर उन आतंकियों में भी शामिल होने का आरोप है, जिन्होंने 1999 में इंडियन एयरलाइंस के विमान को अगवा किया था।
भारत में गिरफ्तार हो चुका शाहिद लतीफ
लतीफ को नवंबर 1994 में भारत में गिरफ्तार किया गया था, और मुकदमा चलाया गया था। भारत में सजा पूरी होने के बाद 2010 में उसे वाघा के रास्ते पाकिस्तान भेज दिया गया था। एनआईए के मुताबिक लतीफ 2010 में अपनी रिहाई के बाद पाकिस्तान में जिहादी फैक्ट्री में वापस चला गया था।
भारतीय सेना की वर्दी में आए थे हथियारबंद आतंकी
एयरबेस पर यह हमला 2 जनवरी 2016 को हुआ था। भारतीय सेना की वर्दी में आए हथियारबंद आतंकियों ने इसे अंजाम दिया था। वे सभी भारत-पाकिस्तान बॉर्डर पर रावी नदी के रास्ते आए थे। भारतीय इलाके में पहुंचकर आतंकियों ने कुछ गाडिय़ां हाईजैक कीं और पठानकोट एयरबेस की ओर बढ़ गए।
इसके कैंपस की दीवार कूदकर, लंबी घास से होते हुए उस जगह पहुंचे, जहां सैनिक रहते थे। यहां उनका पहला सामना सैनिकों से हुआ। फायरिंग में चार हमलावर मारे गए और तीन जवान शहीद हो गए। अगले दिन एक आईईडी धमाके में चार और भारतीय सैनिक शहीद हुए। सुरक्षाबलों को यह पक्का करने में तीन दिन लग गए कि हालात पूरी तरह उनके काबू में हैं।