0 ईडी ने 20 घंटे तक 8 ठिकानों पर तलाशी ली, राशन घोटाले के हैं आरोपी
कोलकाता। इनफोर्समेंट डायरेक्टरेट (ईडी) ने शुक्रवार को पश्चिम बंगाल के वन मंत्री ज्योतिप्रिय मलिक को गिरफ्तार कर लिया। ईडी की टीम गुरुवार सुबह 8 बजे के करीब मलिक के घर पहुंची थी। 20 घंटे तक ईडी ने मलिक के घर और अन्य 7 ठिकानों पर तलाशी अभियान चलाया।
आखिर में शुक्रवार सुबह 4 बजे मलिक को राशन घोटाले के आरोप में अरेस्ट कर लिया। गिरफ्तारी के बाद मीडिया से बातचीत में मलिक ने कहा- वह एक साजिश का शिकार हैं। बता दें वन मंत्रालय से पहले मलिक के पास खाद्य और नागरिक आपूर्ति विभाग का प्रभार था।
उन्हें कोर्ट में पेश किया गया, जहां वे बेहोश होकर गिर गए। उन्हें बालकनी में ले जाया गया। कुछ देर बाद उन्हें पीने को पानी दिया गया।
राशन घोटाले में ज्योतिप्रिय मलिक का नाम कैसे सामने आया
सूत्रों के मुताबिक, केंद्रीय जांच एजेंसी ने बिजनेसमैन बकीबुर रहमान की गिरफ्तारी के बाद मलिक के घर छापा मारा। रहमान को पिछले हफ्ते कैखाली स्थित उनके फ्लैट पर 53 घंटे से अधिक समय तक चली ईडी की छापेमारी के बाद गिरफ्तार किया गया था। रहमान के फ्लैट से सरकारी दफ्तरों की मोहरें लगे 100 से ज्यादा दस्तावेज मिले थे। रहमान अपने चावल मिल व्यवसाय के अलावा कई होटल, रिसॉर्ट और बार के भी मालिक हैं।
पश्चिम बंगाल के मंत्री पर क्या है आरोप
ईडी सूत्रों ने बताया कि रहमान की कंपनियों में 50 करोड़ रुपये से ज्यादा का निवेश किया गया था। आरोप लगाया गया है कि कोविड-19 लॉकडाउन के दौरान राज्य में सार्वजनिक वितरण प्रणाली में कई अनियमितताएं हुईं और राशन वितरण में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार हुआ। उस वक्त मलिक खाद्य और नागरिक आपूर्ति विभाग के मंत्री थे।
सरकार भाजपा नेताओं पर कार्रवाई क्यों नहीं करतीः ममता
पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने गुरुवार 26 अक्टूबर को विपक्षी नेताओं के खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के छापे को लेकर भाजपा पर निशाना साधा। छापेमारी पर ममता ने कहा कि भाजपा गंदा राजनीतिक खेल खेल रही है। चुनाव से पहले देशभर में विपक्षी नेताओं पर ईडी की छापामार कार्रवाई क्या दर्शाती है?
क्या किसी भाजपा नेता के घर भी ईडी की छापेमारी हुई हैः ममता
ममता ने कहा कि भाजपा कहती है कि वह सबका साथ, सबका विकास चाहती है। हकीकत में इसका मतलब सबका साथ, सबका सत्यनाश है। ईडी जांच और छापेमारी के नाम पर लोगों पर अत्याचार कर रही है। अंग्रेजों की तरह भाजपा उन सभी पर अत्याचार कर रही है, जो उसके खिलाफ हैं। ममता ने कहा कि ज्योतिप्रिया मलिक बीमार हैं। अगर ईडी की छापेमारी के दौरान उन्हें कुछ हुआ तो मैं भाजपा और ईडी के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराऊंगी।