0 इन पर पुलिस अफसर की हत्या और सुरक्षाबलों पर हमले का आरोप
इंफाल। मणिपुर पुलिस ने बुधवार को 44 लोगों को हिरासत में लिया। रिपोर्ट्स के मुताबिक, इसमें से 32 लोग म्यांमार के नागरिक हैं। इन पर एक दिन पहले टेंग्नौपाल जिले के मोरेह इलाके में पुलिस अफसर की हत्या और पुलिस कमांडो टीम पर हमला करने का आरोप है।
दरअसल, मणिपुर में मंगलवार को सुरक्षाबलों पर फायरिंग की दो घटनाएं हुईं। पहला मामला टेंग्नौपाल जिले के मोरेह इलाके का है, जिसमें एक पुलिस अफसर चिंगथाम आनंद कुमार की जान चली गई। इस घटना के बाद पुलिस टीम पर हमला हुआ, जिसे पुलिस अफसर की मौत के बाद इलाके में तैनाती के लिए भेजा गया था। हमले में 3 पुलिसकर्मी घायल हाे गए।
इन दो घटनाओं के बाद सुरक्षाबलों ने इलाके में सर्च ऑपरेशन चलाया और पूछताछ के लिए संदिग्ध लोगों को गिरफ्तार किया। मणिपुर में आरक्षण को लेकर कुकी और मैतेई समुदाय के बीच 3 मई से हिंसा शुरू हुई थी। हिंसा की घटनाओं में अब तक 180 से ज्यादा लोग मारे जा चुके हैं। वहीं 1100 से ज्यादा लोग घायल हैं।
जुमे की छुट्टी की मांग कर रहे छात्रों पर केस
26 अक्टूबर को चुराचांदपुर के जॉइंट स्टूडेंट बॉडी (जेबीएस) के मेंबर्स ने शुक्रवार को सरकारी दफ्तरों और शिक्षण संस्थानों में सार्वजनिक छुट्टी की घोषणा की थी। 27 अक्टूबर को राज्य के मुख्य सचिव विनीत जोशी ने स्टूडेंट बॉडी के इस नोटिस को अवैध करार दिया। उन्होंने कहा- इस तरह की घोषणा जानबूझकर की जा रही है। यह राज्य में अशांति फैलाने के लिए किया जा रहा है। जेबीएस ने कहा था कि हम इस कठिन समय में भी अपने रहने की जगह पर ठीक से पढ़ाई करना चाहते हैं। इसके लिए हमने एक रेजोल्यूशन अपनाया है। हम सभी सरकारी, गैर सरकारी संस्थानों और स्कूलों में रविवार की जगह शुक्रवार की छुट्टी रखना चाहते हैं। स्टूडेंट बॉडी ने 18 अगस्त को एक रेजोल्यूशन एडॉप्ट किया था, जिसमें सभी ऑफिसों और शिक्षण संस्धानों में छुट्टी की बात थी।