0 इंफाल एयरपोर्ट की सूचना पर एयर डिफेंस सिस्टम भी एक्टिवेट किए
नई दिल्ली। इंफाल में अनआइडेंटिफाइड फ्लाइंग ऑब्जेक्ट (यूएफओ) दिखने के बाद वायुसेना ने इसका पता लगाने के लिए 2 राफेल फाइटर प्लेन लगाए थे। इसके अलावा अपने एयर डिफेंस सिस्टम को भी फौरन एक्टिवेट कर दिया था। हालांकि अब तक की जांच में वायुसेना को कुछ हाथ नहीं लगा है।
न्यूज एजेंसी ने रक्षा सूत्रों के हवाले से बताया, 'एयरपोर्ट से सूचना मिलने के बाद वायुसेना की ईस्टर्न कमांड ने बारी-बारी से दो राफेल भेजे थे, लेकिन हमें आसमान में कहीं भी कोई ऑब्जेक्ट नहीं दिखा।' राफेल फाइटर प्लेन की पश्चिम बंगाल के हाशीमारा एयरबेस पर तैनाती की गई है। यह चीन सीमा के पास स्थित कई वायुसेना बेस से उड़ान भरता रहता है।
वायुसेना ने यूएफओ मामले में 19 नवंबर को एयर डिफेंस सिस्टम एक्टिवेट किए जाने की पुष्टि की थी। कहा गया था कि यूएफओ के वीडियो भी हैं। संबंधित एजेंसियां इसका पता लगाने की कोशिश कर रही हैं। पूरी जांच-पड़ताल के बाद ही इंफाल एयरपोर्ट को फ्लाइट ऑपरेशन का क्लियरेंस दिया गया था।
इंफाल एयरपोर्ट के एटीसी ने यूएफओ देखने का दावा किया था
दरअसल इंफाल एयरपोर्ट पर 19 नवंबर को दोपहर 2:30 बजे एयर ट्रैफिक कंट्रोल (एटीसी) ने यूएफओ देखने का दावा किया था। इसके बाद एअर इंडिया की दो और इंडिगो की एक फ्लाइट को लैंड करने से मना कर दिया गया। ठीक उसी समय इंफाल आने वाली दो फ्लाइट्स को कोलकाता डायवर्ट कर दिया गया। इंफाल एटीसी ने इसकी जानकारी वायुसेना को दी थी।
एयरफोर्स की क्लियरेंस के बाद उड़ान सेवा शुरू हुई
एटीसी की रिपोर्ट में यह भी बताया गया कि इंफाल का एयरस्पेस और फ्लाइट ऑपरेशन तुरंत बंद कर दिया गया। इसके चलते करीब एक हजार पैसेंजर्स पर असर पड़ा। एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया (एएआई) ने इंफाल एयरस्पेस का नियंत्रण एयरफोर्स को दे दिया। एयरफोर्स की क्लियरेंस के बाद ही इंफाल में कॉमर्शियल फ्लाइट ऑपरेशन बहाल किया गया।
एयरपोर्ट अधिकारी ने कहा-कोई उड़ती हुई चीज दिखी थी
एअर इंडिया की फ्लाइट में दिल्ली जाने वाली एक महिला यात्री ने बताया कि प्लेन में बोर्डिंग (बैठना) दोपहर 3 बजे तक पूरी हो चुकी थी, लेकिन टेकऑफ के लिए क्लियरेंस 6:10 बजे दिया गया। इससे यात्री डर गए, कुछ बुजुर्गों को चिंता हुई। एयरपोर्ट के एक अधिकारी ने नाम न बताने की शर्त पर बताया कि एक बहुत बड़ी चीज करीब एक घंटे तक आसमान में उड़ते हुए दिखी थी।