0 ममता बोलीं- 7 दिन पहले बताना चाहिए था
नई दिल्ली। विपक्षी गठबंधन इंडिया (इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इंक्लूसिव अलायंस) की बैठक कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के घर पर हुई। खड़गे ने 28 दलों को मीटिंग के लिए बुलाया था, लेकिन पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, तमिलनाडु के सीएम स्टालिन, बिहार के सीएम नीतीश कुमार और सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव शामिल नहीं हुए हैं।
मीटिंग में कांग्रेस नेता राहुल गांधी, अधीर रंजन चौधरी, राष्ट्रीय लोक दल के अध्यक्ष जयंत चौधरी और आप (आम आदमी पार्टी) नेता राघव चड्ढा समेत कई नेता शामिल हुए। सपा की ओर से राम गोपाल यादव मीटिंग में पहुंचे
ममता बनर्जी ने कहा कि मीटिंग का समय कांग्रेस के हिसाब से क्यों तय होता है। मुझे इस मीटिंग के बारे पहले नहीं बताया गया था। 4 दिसंबर को राहुल गांधी ने बताया कि हम जल्द ही मीटिंग करने वाले हैं। ममता ने कहा कि मीटिंग के लिए कम से कम 7 से 10 दिन पहले बताना चाहिए।
मीटिंग के बाद कांग्रेस के राज्यसभा सांसद सैयद नसीर हुसैन ने कहा कि सदन में आने वाले बिलों को लेकर चर्चा हुई है। आने वाले दिनों में अलायंस की एक और मीटिंग होगी, जिसकी तारीख 1-2 दिन में बताई जाएगी। नसीर हुसैन ने दावा किया 17 से 18 पार्टियां शामिल हुई थीं। शिव सेना (उद्धव गुट) के नेता संजय राउत ने कहा कि विपक्ष की अगली बैठक 16 से 18 दिसंबर के बीच होगी, जिसमें अलायंस के चेहरे का फैसला किया जाएगा।
सपा और कांग्रेस के बीच तनातनी
हाल ही में पांच राज्यों (मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान, तेलंगाना और मिजोरम) के विधानसभा चुनाव हुए, जिसमें कांग्रेस की 4 राज्यों में हार हुई है। चुनाव के दौरान गठबंधन के नेताओं में नोकझोंक भी हुई थी। अखिलेश यादव ने कहा था कि मध्य प्रदेश में कांग्रेस ने हमें सीट शेयरिंग को लेकर धोखा दिया है।