0 महिलाओं-किसानों को कैश मदद, 200 यूनिट फ्री बिजली, बेघरों को जमीन देगी सरकार
0 भट्टी विक्रमार्क डिप्टी सीएम बनाए गए
हैदराबाद। कांग्रेस नेता रेवंत रेड्डी ने 7 दिसंबर को तेलंगाना के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। भट्टी विक्रमार्क डिप्टी सीएम बनाए गए हैं। उनके साथ 11 मंत्रियों ने भी शपथ ली। शपथ ग्रहण कार्यक्रम एलबी स्टेडियम में हुआ। इसमें सोनिया गांधी, राहुल, प्रियंका गांधी वाड्रा और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे शामिल हुए।
रेवंत ने शपथ लेने के तुरंत बाद दो फाइलों पर दस्तखत किए। पहली फाइल चुनाव से पहले कांग्रेस की तरफ से दी गईं 6 गारंटियों की थी। दूसरी फाइल में एक दिव्यांग महिला को नौकरी देने का वादा किया गया। इसके अलावा उन्होंने मुख्यमंत्री कार्यालय 'प्रगति भवन' के बाहर लगी फेंस को हटवा दिया, जिसकी वजह से कई साल से लोगों को ट्रैफिक जाम की परेशानी हो रही थी।
तेलंगाना का गठन 2014 में हुआ था। तब से लेकर 2023 तक दो बार बीआरएस केके चंद्रशेखर राव (केसीआर) मुख्यमंत्री रहे। इस साल हुए विधानसभा चुनाव में केसीआर को हार मिली और रेवंत रेड्डी के रूप में राज्य को दूसरा (कार्यकाल के हिसाब से तीसरा) सीएम मिला।
राहुल ने लगाई थी रेवंत के नाम पर मुहर
तेलंगाना में कांग्रेस की जीत के बाद 5 दिसंबर को दिल्ली में पार्टी नेताओं की बैठक हुई। इसमें राहुल गांधी, पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और राष्ट्रीय महासचिव केसी वेणुगोपाल सहित कई सीनियर नेता मौजूद थे। बैठक में राहुल गांधी ने रेवंत रेड्डी के नाम पर मुहर लगी थी। रेवंत तेलंगाना कांग्रेस के अध्यक्ष हैं।
पहले 6 दिसंबर को शपथ ग्रहण समारोह होना था
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, तेलंगाना में पार्टी की जीते के बाद से सीएम पद के लिए रेवंत रेड्डी का नाम लगभग तय था। 6 दिसंबर की शाम उनका शपथ ग्रहण समारोह भी होना था, लेकिन पार्टी में विरोध के चलते इसे रद्द करना पड़ा। सीएम के रूप में रेवंत रेड्डी के शपथ ग्रहण का विरोध करने वालों में तेलंगाना के पूर्व कांग्रेस प्रमुख एन उत्तम कुमार रेड्डी, पूर्व सीएलपी नेता भट्टी विक्रमार्क, पूर्व मंत्री कोमाटिरेड्डी वेंकट रेड्डी, पूर्व डिप्टी सीएम दामोदर राजनरसिम्हा थे। इन नेताओं ने रेवंत रेड्डी पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया। यह पहला मौका नहीं है, जब रेवंत रेड्डी को पार्टी में विरोध का सामना करना पड़ा। जब 2021 में उन्हें तेलंगाना कांग्रेस का प्रभार सौंपा गया था, तब भी उन पर पद पाने के लिए करोड़ों रुपए देने का आरोप लगा था।
उत्तम कुमार ने भी सीएम पद के लिए दावेदारी पेश की थी
एन उत्तम कुमार रेड्डी ने 5 दिसंबर को कहा था कि वह भी मुख्यमंत्री पद की रेस में हैं। दिल्ली में मीडिया से बात करते हुए उत्तम कुमार ने कहा- मैं सात बार से विधायक और पार्टी का वफादार हूं। आर्म्ड फोर्स में सेवा करने का अनुभव भी है, इसलिए मैं सीएम बनने योग्य हूं। उन्होंने यह भी कहा कि पार्टी नेतृत्व जो भी फैसला करेगा, वो मुझे मंजूर होगा।
कांग्रेस ने तेलंगाना विधानसभा चुनाव में 64 सीटें जीतीं
तेलंगाना की 119 विधानसभा सीटों पर 30 नवंबर को वोटिंग हुई थी, रिजल्ट 3 दिसंबर को आया। इसमें कांग्रेस ने 64 सीटें जीतीं। सत्तारूढ़ भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) को 39 सीटें मिलीं। भाजपा को 8, एआईएमआईएम को 7 और एक सीट सीपीआई के खाते में गई। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष रेवंत रेड्डी और कर्नाटक के डिप्टी सीएम डीके शिवकुमार ने 3 दिसंबर की रात राज्यपाल से मुलाकात की और सरकार बनाने का दावा पेश किया था।
तेलंगाना की जनता को कांग्रेस की 6 गारंटी
0 महालक्ष्मी स्कीमः महिलाओं को हर महीने 2500 रुपए और 500 रुपए में गैस सिलेंडर। साथ ही राज्य परिवहन टीएसआरटीसी की बसों में मुफ्त यात्रा की घोषणा।
0 राज्य के सभी किसानों को 15 हजार रुपए प्रति एकड़ की वित्तीय सहायता और कृषि मजदूरों को 12 हजार रुपए देने का वादा।
0 ज्योति योजना के तहत हर परिवार को 200 यूनिट बिजली फ्री।
0 इंदिरम्मा इंदलु स्कीमः उन परिवारों को घर के लिए जमीन और 5 लाख रुपए की वित्तीय सहायता देंगे, जिनके पास खुद का घर नहीं है।
0 युवा विकासम योजनाः छात्रों को 5 लाख की सहायता, इसका उपयोग वे कॉलेज की फीस जमा करने में कर सकेंगे।
0 चेयुथा स्कीमः बुजुर्गों और कमजोर वर्ग के लोगों को 4 हजार रुपए की पेंशन दी जाएगी।
तेलंगाना कैबिनेट के मंत्री और उनके विभाग
मंत्री | विभाग |
उत्तम कुमार रेड्डी | गृह |
कोमाटी रेड्डी वेंकट रेड्डी | म्यूनिसिपल |
श्रीधर बाबू | वित्त |
पोंगुलेटी श्रीनिवास रेड्डी | सिंचाई |
कोंडा सुरेखा | महिला कल्याण |
भट्टी विक्रमार्क | राजस्व |
दामोदर राजनरसिम्हा | चिकित्सा और स्वास्थ्य |
जुपल्ली कृष्णा राव | सिविल सेवाएं |
सीताक्का | आदिवासी कल्याण |
थुम्मला नागेश्वर राव | सड़क और भवन |
पोन्नम प्रभाकर | अभी विभाग तय नहीं |