कोलकाता। कांग्रेस के राज्यसभा सांसद और पूर्व केंद्रीय वित्त मंत्री पी चिदंबरम ने कहा कि 2024 लोकसभा चुनाव की हवा का रुख भाजपा की तरफ है। वह कभी भी चुनाव को हल्के में नहीं लेती। भाजपा चुनाव ऐसे लड़ती है, जैसे कि वह आखिरी लड़ाई हो। हालांकि हवाएं दिशा बदल सकती हैं, लेकिन विपक्षी दलों को भाजपा की काबिलियत का एहसास होना चाहिए।
चिदंबरम ने न्यूज एजेंसी को दिए इंटरव्यू में कहा कि छत्तीसगढ़, राजस्थान और मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में जीत से भाजपा को हिम्मत मिली है। छत्तीसगढ़ और राजस्थान में कांग्रेस की हार की उम्मीद नहीं थी। नतीजे चिंताजनक हैं। मुझे विश्वास है कि पार्टी नेतृत्व कमजोरियों को दूर करेगा।
विपक्ष का पहला काम लोकसभा चुनाव जीतना
लोकसभा चुनावों के लिए गठबंधन की तैयारियों पर चिदंबरम ने कहा कि इंडिया गठबंधन के नेताओं को ऐसे उम्मीदवारों की पहचान करनी होगी, जो कम से कम 400-425 सीटों पर भाजपा का मुकाबला कर सकें। गठबंधन के नेताओं के प्रति लोगों की प्रतिक्रिया से पीएम का चेहरा तलाशने में मदद मिलेगी। फिलहाल इंडिया गठबंधन के लिए इससे भी ज्यादा जरूरी काम लोकसभा चुनाव जीतना है। मुझे इंडिया गठबंधन की बैठक के दौरान होने वाली चर्चाओं के बारे में जानकारी नहीं है। मुझे यकीन है कि उन्हें एहसास होगा कि चुनाव से पहले केवल तीन महीने बचे हैं।
भाजपा के एंटी मुस्लिम-ईसाई प्रचार से चिंतित
चिदंबरम ने कहा कि मैं भाजपा के ध्रुवीकरण, एंटी मुस्लिम-ईसाई और अति-राष्ट्रवाद प्रचार के बारे में ज्यादा चिंतित हूं। कांग्रेस को इसका तोड़ ढूंढना होगा। भाजपा एक ताकतवर पार्टी है। चुनाव में कांग्रेस की तरफ से जातिगत जनगणना (कास्ट सेंसस) को चुनावी एजेंडा बनाने पर चिदंबरम ने कहा- यह एक जरूरी मुद्दा है, लेकिन बेरोजगारी और महंगाई इससे ज्यादा गंभीर मुद्दे हैं। ये दो मुद्दे लोगों को सबसे ज्यादा अपील करते हैं।
2024 में बढ़ सकता है कांग्रेस का वोट पर्सेंट
चिदंबरम ने कहा कि राजस्थान, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और तेलंगाना विधानसभा चुनाव में कांग्रेस का वोट शेयर 40% रहा। लोकसभा चुनाव से पहले पार्टी का वोट शेयर 45% तक बढ़ सकता है। इसके लिए कांग्रेस को प्रचार, बूथ मैनेजमेंट और चुनाव में निष्क्रिय मतदाताओं को मतदान केंद्र तक लाने पर ध्यान देना होगा। इन 4 राज्यों में विधानसभा चुनाव के नतीजे 3 दिसंबर को आए थे। मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में भाजपा की जीत हुई। राजस्थान में भाजपा को 115, कांग्रेस को 69 सीटें मिलीं। मध्य प्रदेश में भाजपा ने 163 और कांग्रेस ने 66 सीटों पर जीत दर्ज की। वहीं छत्तीसगढ़ में भाजपा को 54, कांग्रेस को 35 सीटें मिलीं। तेलंगाना में कांग्रेस को 64, भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) को 39, भाजपा को 8 और AIMIM को 7 सीटें मिलीं।