0 इजराइल के झंडे में लिपटा हुआ लेटर मिला
0 एम्बेसी से 260 मीटर दूर हुआ था धमाका
नई दिल्ली। दिल्ली के चाणक्यपुरी स्थित इजराइली एम्बेसी के पास लो इंटेंसिटी के धमाके मामले में आज बुधवार को एनआईए एक्टिव हो गई है। एनआईए ने इजराइली एम्बेसी पहुंचकर सबूत जुटाए। इसके अलावा एनएसजी के जवान भी फोरेंसिक एक्सपर्ट के साथ इजराइली एम्बेसी पहुंचे। जांच के दौरान पता चला है कि धमाका एम्बेसी से 260 मीटर नंदास हाउस के गेट नंबर-4 पर हुआ था और इस जगह पर कोई सीसीटीवी कैमरा नहीं लगा था।
उधर, पुलिस को एम्बेसी के पास का एक सीसीटीवी फुटेज मिला है। एनआईए के मुताबिक, इसमें दो संदिग्ध लोग दिखे हैं। पुलिस दोनों को ट्रैक करने में जुटी हुई है।पुलिस सूत्रों ने बताया कि दो लोग धमाके वाले स्पॉट पर दिखे हैं, लेकिन वह संदिग्ध हैं या नहीं, इसे लेकर अभी कुछ कहा नहीं जा सकता। दिल्ली पुलिस को मौके से लेटर भी मिला, जो इजराइल के झंडे में लिपटा हुआ था। यह इंग्लिश भाषा में लिखा एक पेज का लेटर था, जो 'सर अल्लाह रेजिस्टेंस' ग्रुप से जुड़ा हुआ है। इसमें जियोनिस्ट, गाजा, फिलिस्तीन शब्द लिखे गए हैं। वहीं, एनआईए के मुताबिक लेटर में 'इजराइल का गाजा पर अटैक', 'रिवेंज' (बदला) की बात लिखी गई है। लेटर में इजराइल के गाजा पर एक्शन की आलोचना भी की गई है। इसके अलावा, इजराइल ने सुरक्षा एडवाइजरी भी जारी की है। इसमें भारत में रह रहे अपने नागरिकों को भीड़ वाले इलाकों में जाने से मना किया है। स्पेशल सेल के सूत्रों ने बताया कि मंगलवार शाम को एम्बेसी के पीछे खाली प्लॉट पर धमाके की आवाज आई थी। इसे तीन-चार लोगों ने सुना भी। धमाका किस ऑब्जेक्ट से हुआ, इसकी जांच की जा रही है।
हमारा स्टाफ पूरी तरह सुरक्षित : एम्बेसी प्रवक्ता
इजराइली एम्बेसी के प्रवक्ता गाय निर ने न्यूज एजेंसी रॉयटर्स से कहा- एम्बेसी के नजदीक मंगलवार शाम करीब 5.20 पर धमाका हुआ। हमारा स्टाफ पूरी तरह सुरक्षित है। मैं इस वक्त ड्यूटी पर था। हमने तेज आवाज सुनी। जब मैं बाहर आया तो एक पेड़ के ऊपरी हिस्से से धुआं निकलता दिखा। पुलिस ने मेरा बयान दर्ज किया है। प्रवक्ता गाय निर ने बाद में मीडिया से कहा- हां, एक घटना हुई है। अभी हम दावे से नहीं कह सकते कि ये (आवाज) कैसे हुई। पुलिस और हमारी सिक्योरिटी टीम जांच कर रही है।
दिल्ली पुलिस करेगी एंड टू एंड इनक्रिप्टेड कॉल की इंवेस्टिगेशन
दिल्ली पुलिस ने इजराइल एम्बेसी के आस-पास एक्टिव मोबाइल नंबर्स के एंड टू एंड इनक्रिप्टेड कॉल की इंवेस्टिगेशन करने का फैसला किया है। पहचान उजागर नहीं किए जाने की शर्त पर दिल्ली पुलिस के सीनियर ऑफिसर ने कहा कि एंड-टू-एंड एन्क्रिप्टेड कॉल का पता लगाना कठिन है, लेकिन विशेष जांच तकनीकों और एम्बेसी के आस-पास एक्टिव नंबरों की मदद से हम यह पता लगा सकते हैं कि उस क्षेत्र के आसपास कौन लोग थे। अधिकारी ने कहा कि कई सोशल मीडिया एप्लिकेशन हैं जिनकी जांच करने की जरूरत है। संबंधित कंपनियों से संपर्क किया जाएगा।