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0 अपडेट हो रहा सबसे ताकतवर फाइटर जेट
0 विरुपाक्ष रडार से लैस होगा, ज्यादा हथियार ले जा सकेगा

नई दिल्ली। इंडियन एयरफोर्स सुखोई -30 एमकेआई फाइटर जेट को अगले 20 साल तक बेड़े में शामिल रखने की तैयारी कर रही है। इसके लिए जेट में कई टेस्ट और बदलाव किए जा रहे हैं। वायु सेना के अधिकारियों ने कहा कि सुखोई को अपग्रेड करने के लिए एचएएल (हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड) की मदद ली जा रही है।

यह रूसी फाइटर जेट सितंबर 2002 से वायु सेना में शामिल है। रूस के फाइटर जेट्स की एयरफ्रेम और दूसरे कंपोनेंट्स काफी मजबूत होते हैं। इसको लेटेस्ट एवियोनिक्स, हथियार और देश में तैयार हुए विरुपाक्ष रडार से लैस किया जा रहा है।

सरकारी सूत्रों ने कहा कि भारतीय वायुसेना सक्रिय रूप से अपने उपकरण सूची को स्वदेशी बनाने के मिशन पर काम कर रही है। जल्द ही भारतीय कंपनियों से 3 लाख करोड़ रुपए से अधिक मूल्य के उपकरण खरीदने की तैयारी में है।

खरीदे जाएंगे 12 सुखोई फाइटर जेट
सितंबर 2023 में भारत सरकार ने 45,000 करोड़ रुपए के नौ रक्षा खरीद प्रस्तावों को मंजूरी दी थी। इसके तहत 12 सुखोई लड़ाकू प्लेन (सुखोई-30 एमकेआई) और हवा से सतह पर मार करने वाली मिसाइलें ध्रुवास्त्र खरीदी जाएंगी। साथ ही डोर्नियर विमान का अपग्रेडेशन किया जाएगा। वहीं, नवंबर 2023 में बाड़मेर के उतरलाई एयरबेस पर तैनात मिग-21 की एक स्क्वाड्रन को सुखोई-30 एमकेआई की स्क्वाड्रन से रिप्लेस किया गया था। इस एयरबेस पर सुखाई-30 एमकेआई की दो स्क्वाड्रन तैनात हैं। बाड़मेर जिले में पिछले 9 साल में 8 मिग क्रैश हो चुके थे। इसके बाद मिग-21 को एयरबेस से हटाने की चर्चा शुरू हुई थी। हालांकि देश में उतरलाई के अलावा बाकी जगहों पर मिग-21 की तैनात है।