0 52 साल शासन किया, बेटे प्रिंस फ्रेडरिक को राजगद्दी सौंपेंगी
कोपेनहेगन। डेनमार्क की महारानी माग्ररेथ-द्वितीय ने रविवार देर रात पद छोड़ने की घोषणा की। उन्होंने नए साल को लेकर दिए गए अपने संबोधन में कहा कि वह इसी महीने 14 जनवरी को अपना पद छोड़ देंगी। वो अपने बेटे क्राउन प्रिंस फ्रेडरिक आंद्रे हेनरिक को राजगद्दी सौंपेंगी।
क्वीन माग्ररेथ-द्वितीय ने 14 जनवरी 1972 में पिता किंग फ्रेडरिक नाइन्थ के निधन के बाद सिंहासन संभाला था। 52 साल बाद वो यह पद छोड़ रही हैं। ब्रिटेन की क्वीन एलिजाबेथ-द्वितीय के बाद क्वीन माग्ररेथ-द्वितीय यूरोप में सबसे लंबे समय तक राज करने वाली दूसरी शासक के तौर पर जानी जाती हैं।
पीठ की सर्जरी के बाद पद छोड़ने का ख्याल आया
83 साल की क्वीन मार्ग्रेथ की फरवरी 2023 में पीठ की सर्जरी हुई थी। इसके बाद से उनके मन में पद छोड़ने का ख्याल आया। उन्होंने लोगों को संबोधित करते हुए कहा- पीठ की सर्जरी के बाद भविष्य के बारे में विचार करने का समय मिला। मुझे लगने लगा कि अब अपने बेटे को ताज की जिम्मेदारियां सौंपने का वक्त आ गया है। मैंने तय कर लिया है कि 14 जनवरी 2024 पद छोड़ने और बेटे को जिम्मेदारी सौंपने का सही समय होगा।
फरवरी 2023 में भारत आए थे प्रिंस फेडरिक
डेनमार्क के प्रिंस फेडरिक आंद्रे हेनरिक और प्रिंसेस मेरी एलिजाबेथ फरवरी 2023 में आगरा पहुंचे थे। दोनों ने ताजमहल और आगरा किला देखा और इस दौरे को लेकर विजिटर डायरी में कमेंट भी लिखा था। इस दौरान उन्होंने फोटोशूट भी कराया था।