नई दिल्ली। अपराधों से निपटने में भारत और यूरोपीय संघ के देशों की सुरक्षा एजेंसी यूरोपोल के बीच एक समझौते पर हस्ताक्षर हुए हैं। इस समझौते पर यूरोपोल के कार्यकारी निदेशक कैथरीन डी बोले और सीबीआई निदेशक प्रवीण सूद ने दस्तखत किए। 21 मार्च गुरुवार के दिन नई दिल्ली में मौजूद वरिष्ठ सीबीआई अधिकारियों और हेग में मौजूद यूरोपोल अधिकारियों की एक वर्चुअल मीटिंग हुई। इस दौरान सीबीआई निदेशक ने दोनों पक्षों द्वारा दिखाए गए सहयोग की सराहना की।
कई वर्षों की बातचीत का सुखद नतीजा
इस दौरान प्रवीण सूद ने कहा कि इस कार्य व्यवस्था को अमलीजामा पहनाने के लिए सीबीआई और यूरोपोल के बीच कई वर्षों से बातचीत हो रही थी। अपराध से निपटने के प्रयासों में यह कोशिश मील का पत्थर साबित होगी। उन्होंने इस पर जोर दिया कि अपराध और अपराधियों का नेटवर्क अब अंतरराष्ट्रीय स्तर पर जा पहुंचा है, जिसके खात्मे के लिए अंतरराष्ट्रीय सहयोग की आवश्यकता है। इस तरह के आपराधिक नेटवर्क सीमाओं के पार काम करते हैं और आधुनिक तकनीकि का इस्तेमाल करते हैं। ऐसे में बेहतर सहयोग की मदद से हम ऐसी चुनौतियों का सामना कर सकते हैं।
इन बातों पर होगा फोकस
सीबीआई के अधिकारी के अनुसार यह कार्य व्यवस्था सीबीआई और यूरोपोल को एक साथ एक मंच पर लाएगी। सीबीआई और यूरोपोल के बीच नई कार्य व्यवस्था के तहत संगठित अपराध, वित्तीय अपराध, धोखाधड़ी, भ्रष्टाचार, आतंकवाद, साइबर अपराध, मानव तस्करी, मादक पदार्थों की तस्करी, मनी लॉन्ड्रिंग, पर्यावरणीय अपराधों से संयुक्त रूप से निपटने में सहयोग बढ़ेगा। यह कार्य व्यवस्था संचार और सहयोग के लिए मजबूत तंत्र स्थापित करती है। इससे यह सुनिश्चित होगा कि सीबीआई और यूरोपोल निर्बाध रूप से एक दूसरे का सहयोग कर सकेंगे।
क्या है यूरोपोल?
यूरोपोल का मिशन सभी प्रकार के गंभीर अंतरराष्ट्रीय और संगठित अपराध, साइबर अपराध और आतंकवाद का मुकाबला करने में अपने सदस्य देशों का समर्थन करना है।