0 कहा-कांग्रेस अकेली पार्टी, जिसने रामलला की प्राण प्रतिष्ठा को नकारा
मुंबई। कांग्रेस से निष्कासित पूर्व सांसद संजय निरुपम ने गुरुवार को कांग्रेस पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि कांग्रेस में पांच अलग-अलग पावर सेंटर हैं। सोनिया, राहुल, बहनजी, नए अध्यक्ष खड़गे और वेणुगोपाल। कांग्रेस में वैचारिक द्वंद्व चल रहा है, इससे कार्यकर्ताओं में निराशा है।
निरुपम ने कहा कि राहुल गांधी के आसपास जो लेफ्टिस्ट हैं, वे आस्था में विश्वास नहीं करते। अकेले कांग्रेस ने रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के निमंत्रण के जवाब में चिट्ठी लिखी कि ये भाजपा का प्रचार है। उन्होंने राम के अस्तित्व को ही नकार दिया।
इससे पहले, संजय निरुपम ने गुरुवार सुबह एक्स पर पोस्ट किया था कि बुधवार को कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के नाम अपना इस्तीफा भेजने के बाद पार्टी ने उन्हें निकाला। निरुपम ने इस्तीफे की तस्वीर शेयर की। उन्होंने लिखा- ऐसा लगता है कि बीती रात मेरा इस्तीफा मिलते ही पार्टी ने मुझे निकाले जाने का ऐलान करने का फैसला लिया। ऐसी फुर्ती देखकर अच्छा लगा। दरअसल, बुधवार रात खड़गे ने अनुशासनहीनता और पार्टी विरोधी बयानों की शिकायतों के बाद निरुपम को 6 साल के लिए पार्टी से निष्कासित करने की मंजूरी दी थी।
संजय ने कहा- पार्टी बिखरी हुई है
कांग्रेस में पांच अलग-अलग पावर सेंटर हैं। पांचों की अपनी लॉबी है, जो आपस में टकराती रहती है। यह सब अपने प्रकार से राजनीति कर रहे हैं। कांग्रेस पार्टी पूरी तरह से बिखरी हुई पार्टी है और पार्टी के नेताओं ने भी कहा है कि इसकी विचारधारा दिशाहीन है। आने वाले वक्त में काफी कुछ खत्म हो जाएगा। कांग्रेस कहती है कि वो सेक्युलर पार्टी है। इसमें कुछ गलत नहीं। गांधीजी के सेक्युलरिज्म में किसी धर्म का विरोध नहीं था। नेहरूजी के सेकुलरिज्म में ये सही, ये गलत वाली बात थी, लेकिन आज नेहरू के सेक्युलरिज्म की विचारधारा खत्म हो गई है। इसे मानने के लिए कांग्रेस तैयार नहीं है। इस विचारधारा को लेकर सबसे तेजी से लेफ्टिस्ट चल रहे हैं। वे खुद खत्म हो चुके हैं।
मुंबई नॉर्थ-वेस्ट सीट से टिकट न मिलने से नाराज हैं निरुपम
मुंबई कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष संजय निरुपम मुंबई नॉर्थ-वेस्ट सीट से टिकट न मिलने से कांग्रेस से नाराज थे। महाराष्ट्र में कांग्रेस, शिवसेना उद्धव और एनसीपी शरद पवार एमवीए गठबंधन में है। 27 मार्च को शिवसेना उद्धव गुट ने 17 कैंडिडेट्स का ऐलान किया था। निरुपम की पसंद वाली सीट से अमोल कीर्तिकर के नाम का ऐलान कर दिया गया। जबकि खुद राहुल गांधी ने निरुपम को यहां से टिकट मिलने का भरोसा दिया था।
स्टार प्रचारकों की लिस्ट से हटाया, तो कहा- पार्टी अपनी ऊर्जा खर्च न करे
इससे पहले बुधवार को हाराष्ट्र कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले ने संजय निरुपम को राज्य के स्टार प्रचारकों की लिस्ट से हटा दिया था। उन्होंने संजय को पार्टी से निष्कासित करने का प्रस्ताव भी पार्टी अध्यक्ष खड़गे को भेजा था। इस पर संजय ने बुधवार को पोस्ट किया था- पार्टी अपनी बची-खुची ऊर्जा और स्टेशनरी का इस्तेमाल पार्टी को बचाने के लिए करे। वैसे भी पार्टी भीषण आर्थिक संकट के दौर से गुजर रही है। मैंने जो एक हफ्ते की अवधि दी थी, वह आज (बुधवार) पूरी हो गई है। कल (गुरुवार को) मैं खुद फैसला ले लूंगा।