नई दिल्ली। मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस की सत्ता में आने पर अग्निवीर योजना को निरस्त करने की घोषणा के बीच प्रमुख रक्षा अध्यक्ष (सीडीएस) जनरल अनिल चौहान ने सोमवार को कहा कि अग्निवीर सिर्फ सैनिक नहीं हैं, बल्कि नेतृत्व करने वाले, नवप्रवर्तक और देश की संप्रभुता के रक्षक भी हैं।
जनरल चौहान ने कर्नाटक के बेलगावी में मराठा रेजिमेंटल सेंटर और एयरमैन ट्रेनिंग स्कूल (एटीएस), बेलगावी में प्रशिक्षण ले रहे अग्निवीरों को संबोधित करते हुए यह बात कही। उन्होंने सैन्य सेवा के उद्देश्य और सैन्य ढांचे में इसकी महत्वपूर्ण भूमिका को रेखांकित करते हुए कहा कि यह अग्निवीरों का राष्ट्र के प्रति उनके असाधारण कर्तव्य का प्रमाण है।
जनरल चौहान ने कहा कि सैनिकों और उनके परिवारों की चुनौतियां तथा कठिनाईयां बडी हैं। उन्होंने आश्वासन दिया कि चुनौतियों के बावजूद, अग्निवीरों को उनकी यात्रा बेहद फायदेमंद लगेगी तथा उनका हर कदम, उनके जीवन को आगे बढायेगा। इससे उनमें राष्ट्र की सेवा की गौरवशाली भावना गहरी होगी।
लड़ाईयों के बदलते परिदृश्य का उल्लेख करते हुए उन्होंने साइबर युद्ध, कृत्रिम बुद्धिमत्ता और असममित खतरों को शामिल करने के लिए भविष्य के संघर्षों की जटिलता और अप्रत्याशितता पर प्रकाश डाला और कहा कि ये अब युद्ध के मैदान का एक अभिन्न अंग हैं।
सीडीएस ने वायुसेना के अग्निवीरवायु प्रशिक्षण के बारे में जानकारी हासिल करने के लिए प्रशिक्षण संस्थान का दौरा किया। उन्होंने 2022 में रक्षा मंत्रालय द्वारा शुरू किए गए संशोधित प्रेरण पैटर्न के अनुसार प्रशिक्षण ले रहे अग्निवीरवायु प्रशिक्षुओं के तीसरे बैच के साथ बातचीत की। उन्होंने उन्हें भविष्य के युद्ध की चुनौतियों का सामना करने के लिए तैयार और तकनीकी रूप से कुशल सैनिक बनने के लिए प्रशिक्षण पर ध्यान केंद्रित करने के लिए प्रोत्साहित किया।