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नई दिल्ली। भीषण गर्मी और पश्चिम बंगाल में कुछ केन्द्रों पर मतदाताओं के बीच छिटपुट झड़प के बीच लोकसभा चुनाव के छठे चरण में आठ राज्यों एवं केन्द्रशासित प्रदेशों की 58 सीटों पर शनिवार को शाम पांच बजे तक औसतन 59.01 प्रतिशत मतदान हुआ।
चुनाव आयोग के अद्यतन आंकड़ाें के अनुसार सुबह सात बजे से शाम छह बजे तक चले मतदान में पश्चिम बंगाल में सबसे अधिक 78.19 प्रतिशत वोट डाले गये जबकि उत्तर प्रदेश
में 54.03 प्रतिशत मतदाताओं ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु , उप-राष्ट्रपति जगदीप धनखड़, मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार, विदेश मंत्री एस जयशंकर, कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी, पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और कई गणमान्य लोगों ने दिल्ली के विभिन्न मतदान केन्द्रों पर वोट डाले।
जम्मू-कश्मीर की अनंतनाग-राजौरी संसदीय सीट पर भारी सुरक्षा के बीच 52.28 प्रतिशत मतदाताओं ने वोट डाला, जो 35 वर्ष का रिकॉर्ड है। इससे पहले श्रीनगर और बारामूला सीट पर भी रिकॉर्ड मतदान दर्ज किया गया था। वहां मतदाताओं में लंबे समय बाद संसदीय चुनाव को लेकर भारी उत्साह देखा गया और कई केन्द्रों पर शाम तक मतदाताओं की कतारें देखी गयीं, जिनमें महिलायें भी शामिल थीं।
आयोग के आंकड़ों के अनुसार बिहार में 53.30, हरियाणा में 58.27, झारखंड में 62.74, दिल्ली में 54.48 और ओडिशा में 60.07 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया।
विभिन्न जगहों पर कई मतदान केन्द्रों में सुबह मतदाताओं की लम्बी कतारें देखी गयीं। आधिकारिक सूत्रों के अनुसार पश्चिम बंगाल के कुछ मतदान केन्द्रों और जम्मू-कश्मीर में
पुंछ क्षेत्र में एकआध स्थान पर कुछ गुटों के बीच हल्की झड़प की घटनाओं को छोड़कर सभी जगह मतदान शांतिपूर्ण रहा।
चुनाव आयोग ने मतदाताओं को गर्मी से राहत के लिये मतदान केन्द्रों पर शामियानों और पेयजल आदि की सुविधायें प्रदान करायी हैं।
पश्चिम बंगाल में आदिवासी बहुल झारग्राम इलाके में मतदाताओं के दो गुटों में झड़प हुई। सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में देखा गया कि मतदान केन्द्र पर मौजूद केन्द्रीय बलों ने उपद्रवियों को खदेड़ा।

चुनाव आयोग के अनुसार, दिल्ली की सातों सीटों पर मतदान प्रतिशत इस प्रकार रहा.... राजधानी दिल्ली में औसतन 54.48 प्रतिशत मतदान हुआ था। राजधानी की उत्तर-पूर्व दिल्ली संसदीय क्षेत्र में सबसे अधिक 58.76 प्रतिशत मतदान हुआ, नयी दिल्ली संसदीय सीट में सबसे कम 51.54 प्रतिशत मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया। चांदनी चौक में 53.60 प्रतिशत, पूर्वी दिल्ली में 54.37, उत्तर-पश्चिम दिल्ली में 58.76 प्रतिशत, दक्षिण दिल्ली में 52.83 प्रतिशत और पश्चिम दिल्ली में 54.90 प्रतिशत मतदान हुआ।
ओडिशा विधानसभा के तीसरे चरण के मतदान में 42 सीटों पर शाम पांच बजे तक 60.07
प्रतिशत मतदान हुआ था। राज्य विधानसभा चुनाव के लिये आज 10 जिलों में मतदान कराया गया। देवगढ़ जिले में सबसे अधिक 67.00 प्रतिशत और कटक जिले में सबसे कम 53.14 प्रतिशत मतदान हुआ। इसके अलावा अंगुल में 65.19, ढेंकनाल में 58.69, क्योंझर में 62.59, खुर्दा में 54.35, मयूरभंज में 61.38, नयागढ़ में 61.08, पुरी में 61.96 और संभलपुर में 70.98 प्रतिशत मतदान हुआ।
इसके साथ ही लोकसभा की 543 में 486 सीटों पर मतदान संपन्न हो गया है। सातवें और अंतिम चरण में एक जून को आठ राज्यों और केन्द्र शासित क्षेत्रों की 57 सीटों पर मतदान कराया जायेगा। मतों की गणना चार जून को करायी जायेगी।
छठे चरण में चुनाव लड़ रहे कुछ प्रमुख प्रत्याशियों में केन्द्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान, पूर्व केंद्रीय मंत्री मेनका गांधी, भाजपा प्रवक्ता संवित पात्रा, भोजपुरी कलाकार एवं सांसद मनोज तिवारी, भोजपुरी गायक एवं भाजपा उम्मीदवार निरहुआ, जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती और हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल समेत कई केंद्रीय मंत्रियों की किस्मत का फैसला इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) में दर्ज हो गया है।
इस चरण में 58 लोकसभा सीटों पर 889 उम्मीदवारों और ओडिशा विधानसभा के तीसरे चरण के लिये 42 सीटों पर उतरे 44 महिलाओं सहित 383 उम्मीदवारों ने अपनी चुनावी किस्मत आजमायी है।
ओडिशा विधानसभा की 147 सीटों में से पहले चरण में 13 मई को 28 और दूसरे चरण में
35 सीटों पर मतदान हो चुका है।
छठे चरण में 58 लोकसभा निर्वाचन क्षेत्रों में 11.13 करोड़ मतदाता पंजीकृत थे, जिनको 1.14 लाख मतदान केंद्रों पर वोट डाल कर 889 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला तय करने का अधिकार था। इन मतदाताओं में 5.84 करोड़ पुरुष तथा 5.29 करोड़ महिला और 5120 उभयलिंगी मतदाता शामिल हैं।
राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली की सात सीटों पर 162 उम्मीदवार किस्मत आजमा रहे हैं। दिल्ली में चुनाव लड़ रहे प्रमुख उम्मीदवारों में भाजपा की बांसुरी स्वराज, कांग्रेस के कन्हैया कुमार, भोजपुरी गायक मनोज तिवारी, पूर्व मंत्री एवं आप नेता सोमनाथ भारती शामिल हैं।
इस चरण की 58 संसदीय सीटों में सामान्य श्रेणी की 49, अनुसूचित जनजाति दो और अनुसूचित जाति की सात सीटें हैं। ओडिशा विधानसभा की 35 सीटों में सामान्य श्रेणी की 31, अनुसूचित जनजाति के लिये पांच और अनुसूचित जाति की छह सीटें हैं।
आयोग ने इस चरण के चुनाव को सुचारु और शांतिपूर्वक सम्पन्न कराने के लिये 184 पर्यवेक्षकों (66 सामान्य पर्यवेक्षक, 35 पुलिस पर्यवेक्षक, 83 व्यय पर्यवेक्षक) की तैनाती कर रखी थी। इसके अतिरिक्त, कुछ राज्यों में विशेष पर्यवेक्षकों को तैनात किये थे। कुल 257 अंतरराष्ट्रीय सीमा चौकियां और 927 अंतरराज्यीय सीमा चौकियां शराब, ड्रग, नकदी और मुफ्त वस्तुओं को लाने और ले जाने पर कड़ी निगरानी रख रही थीं। इसके अलावा समुद्री और हवाई मार्गों पर कड़ी निगरानी रखी गयी।
छठे चरण में उत्तर प्रदेश की 14 सीटों पर 162, हरियाणा की 10 सीटों पर 223, बिहार की आठ सीटों पर 86, पश्चिम बंगाल की आठ सीटों के लिये 79, राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली की सात सीटों पर 162, ओडिशा की छह सीटों पर 64, झारखंड की चार सीटों पर 93 और केन्द्रशासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर की एक सीट पर 20 उम्मीदवार अपनी किस्मत आजमायी।आम चुनाव के पहले चरण में 102, दूसरे में 88, तीसरे में 93, चौथे में 96 और पांचवें चरण के 49 संसदीय क्षेत्रों में चुनाव कराये गये।
इस बार के लोकसभा चुनाव के साथ-साथ सिक्किम, अरुणाचल प्रदेश ,आंध्रप्रदेश और ओडिशा विधानसभाओं के लिये भी चुनाव कराया गया। ओडिशा में छठे चरण के बाद 147 सदस्यीय विधानसभा की 105 सीटों पर चुनाव संपन्न हो चुका है।

छठे चरण में राज्यवार वोट प्रतिशत
राज्य/ यूटी                 मतदान प्रतिशत
बिहार                        53.42
हरियाणा                    58.37
जम्मू-कश्मीर              52.28
झारखंड                      62.87
दिल्ली                        54.48
ओडिशा                       60.07
उत्तर प्रदेश                    54.03
पश्चिम बंगाल               78.19