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0 3 घंटे में 50 झटके आए, 1000 से ज्यादा घर ढहे
ल्हासा/नई दिल्ली। तिब्बत में मंगलवार सुबह आए भूकंप से 126 से ज्यादा लोगों की जान चली गई है। वहीं 188 लोगों के घायल होने की खबर है। अमेरिकी भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण के आंकड़ों के मुताबिक इस भूकंप की तीव्रता 7.1 थी। इसका केंद्र तिब्बत के डिंगरी में जमीन से 10 किलोमीटर नीचे था। 3 घंटे में भूकंप के 50 झटके आए। भूकंप में लगभग 1,000 घर क्षतिग्रस्त हो गए।

चीन की न्यूज एजेंसी शिन्हुआ के मुताबिक पहला भूकंप आने के बाद 3 घंटे के भीतर 4.4 तीव्रता के करीब 50 भूकंप आए। इसके बाद माउंट एवरेस्ट का उत्तरी दरवाजा बंद कर दिया गया।

इस भूकंप को चीन में बीते कुछ सालों में आया सबसे भीषण भूकंप माना जा रहा है। इसके झटके नेपाल, भारत और बांग्लादेश तक महसूस किए गए। इससे पहले दिसंबर 2023 में चीन के गांसु प्रांत में 6.2 तीव्रता का भूकंप आया था, जिसमें 151 लोगों की जान गई थी।

प्रभावित इलाके में लेवल-3 इमरजेंसी घोषित
रिपोर्ट के मुताबिक भूकंप के बाद बड़ी संख्या में लोग मलबे में फंस गए हैं। इन्हें रेस्क्यू किया जा रहा है। चीन की सीसीटीवी न्यूज के अनुसार चीन की स्टेट काउंसिल ने भूकंप प्रभावित इलाके में टास्क फोर्स भेजी है और लेवल-3 इमरजेंसी घोषित कर दी है। चीनी वायुसेना भी प्रभावित क्षेत्र में रेस्क्यू में जुटी है। भूकंप की वजह से इलाके का इन्फ्रास्ट्रक्चर बुरी तरह डैमेज हो गया है, जिससे यहां बिजली और पानी दोनों की सप्लाई बाधित हो गई हैं। भूकंप के मद्देनजर चीन ने माउंट एवरेस्ट के टूरिस्ट क्षेत्रों को पर्यटकों के लिए बंद कर दिया है। लेवल-3 की इमरजेंसी तब डिक्लेयर की जाती है जब दुर्घटना इतनी बड़ी हो कि लोकल एडमिनिस्ट्रेशन और स्टेट की सरकार उससे नहीं निपट सकती। ऐसे हालात में केंद्र सरकार अपनी तरफ से तत्काल मदद भेजती है।

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