0 ग्रेटर अमेरिका का नारा दिया
0 कनाडा और ग्रीनलैंड को अमेरिका में मिलाने की बात कही
वॉशिंगटन। अमेरिका में 20 जनवरी को राष्ट्रपति पद की शपथ ले रहे डोनाल्ड ट्रम्प ने कहा वे ‘गल्फ ऑफ मैक्सिको’ का नाम बदलकर ‘गल्फ ऑफ अमेरिका रखेंगे’। ट्रम्प ने कहा कि यह नाम ज्यादा ‘सुंदर’ लगता है और यही नाम रखना सही भी है। राष्ट्रपति ट्रम्प ने अब ग्रेटर अमेरिका का नारा दिया और कनाडा को अमेरिका का 51वां स्टेट बनाने का आफर कनाडा पीएम जस्टिन ट्रडो को दे दिया है। हालांकि पीएम ट्रुडो ने कहा है कि इसकी कोई गुंजाइश नहीं है। साथ ही ट्रम्प ने ग्रीनलैंड को भी खरीदने की बात कही।
ट्रम्प ने कहा कि इस इलाके में अमेरिका की ज्यादा मौजूदगी है। अमेरिका इस इलाके में सबसे ज्यादा एक्टिविटी करता है, इसलिए ये जगह अमेरिका की है। ट्रम्प ने कहा कि बहुत जल्दी ही किसी तारीख को गल्फ का नाम बदलने की घोषणा की जाएगी।
हालांकि ट्रम्प ने यह नहीं बताया कि वे गल्फ ऑफ मैक्सिको का नाम कैसे बदलेंगे। गल्फ ऑफ मैक्सिको को अक्सर अमेरिका का ‘तीसरा तट’ कहा जाता है, क्योंकि यह अमेरिका के 5 राज्यों से सटी हुई है।
गल्फ ऑफ मैक्सिको को उसका नाम कैसे मिला?
गल्फ ऑफ मैक्सिको को 400 साल से भी ज्यादा समय से इस नाम से जाना जाता है। ऐसा माना जाता है कि यह नाम अमेरिकी शहर ‘मैक्सिको’ से लिया गया था। हालांकि पहली बार नहीं है जब गल्फ ऑफ मैक्सिको का नाम बदलने की चर्चा हुई है। साल 2012 में, मिसिसिपी एक रिप्रेजेंटेटिव ने गल्फ ऑफ मैक्सिको के कुछ हिस्सों का नाम बदलकर ‘गल्फ ऑफ अमेरिका’ करने का विधेयक प्रस्तावित किया था। वह विधेयक बाद में एक समिति को भेजा गया था जो पारित नहीं हो पाया।
क्या ट्रम्प मैक्सिको की खाड़ी का नाम बदल सकते हैं?
अमेरिका और मैक्सिको दोनों ही इंटरनेशनल हाइड्रोग्राफिक ऑर्गेनाइजेशन (आईएचओ) के सदस्य हैं। यह एजेंसी दुनिया के सभी समुद्रों, महासागरों का सर्वेक्षण करती है। आईएचओ के पास जगहों के नाम बदलने की भी जिम्मेदारी है। हालांकि सामान्य तौर पर नाम बदलने के लिए दोनों पक्षों की सहमति जरूरी है, लेकिन ट्रम्प चाहें तो अपने देश में ‘गल्फ ऑफ मैक्सिको’ की जगह ‘गल्फ ऑफ अमेरिका’ नाम का चलन शुरू कर सकते हैं। मंगलवार को ट्रम्प के बयान के बाद जॉर्जिया की रिप्रेजेंटेटिव मार्जोरी टेलर ग्रीन ने कहा कि वह अपने कर्मचारियों को गल्फ ऑफ मैक्सिको का नाम बदलने के लिए कानून का मसौदा तैयार करने का निर्देश देंगी। उन्होंने कहा कि इस कदम से पूरे देश में नए मैप और प्रशासनिक नीति तैयार करने के लिए लिए धन जुटाया जा सकेगा।
ट्रम्प बोले- कनाडा हमारी सेना पर निर्भर
अमेरिका के नव-निर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प राष्ट्रपति चुनाव जीतने के बाद कई बार कनाडा को अमेरिका में शामिल होकर 51वां राज्य बनने का ऑफर दे चुके हैं। इससे पहले ट्रम्प ने मंगलवार को फ्लोरिडा में मीडिया से बात करते हुए कहा कि आप (कनाडा) दोनों देशों के बीच खींची गई आर्टिफिशियल लाइन से छुटकारा पा लें। यह यह राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए भी बेहतर होगा। यह कनाडा और अमेरिका के लिए एक बड़ी बात होगी। ट्रम्प ने कनाडा के मिलिट्री खर्च को लेकर कहा- उनके पास बहुत छोटी सेना है। वो हमारी सेना पर निर्भर हैं। लेकिन उन्हें इसके लिए भुगतान करना होगा।
हालांकि ट्रम्प ने साफ कर दिया कि वो कनाडा पर कंट्रोल के लिए किसी भी तरह के मिलिट्री पावर का इस्तेमाल नहीं करेंगे। उन्होंने मिलिट्री की जगह इकोनॉमिक पावर इस्तेमाल करने की बात कही।
ट्रूडो के इस्तीफे के बाद भी दिया था ऑफर
ट्रम्प ने सोमवार को भी कनाडा को अमेरिका का 51वां राज्य बनने का ऑफर दिया था। तब ट्रम्प ने यह ऑफर कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो के इस्तीफे के कुछ घंटों बाद ही सोशल मीडिया के जरिए दिया था। तब ट्रम्प ने कहा था कि अमेरिका अब कनाडा से और व्यापार घाटा नहीं सहन कर सकता और न ही उसे और ज्यादा सब्सिडी दे सकता है। कनाडा को अपना अस्तित्व बचाए रखने के लिए इसकी बहुत ज्यादा जरूरत है। ट्रूडो ये बात जानते थे, इसलिए उन्होंने इस्तीफा दे दिया।