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0 सुकमा-कोंटा में बने भवन को लेकर मांगा जवाब
रायपुर। छत्तीसगढ़ कांग्रेस के प्रदेश कार्यालय राजीव भवन में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के अधिकारी कुछ नेताओं को समन देने पहुंची। जानकारी के मुताबिक मामला पूर्व मंत्री कवासी लखमा और शराब घोटाले से जुड़ा हुआ है। सुकमा में बने कांग्रेस कार्यालय के मामले में जांच के लिए टीम पहुंची थी।

ईडी की टीम पीसीसी महामंत्री मलकीत सिंह गैदू को समन जारी किया है। ईडी के 4 अधिकारी सुरक्षा बलों के साथ पहुंचे थे। इस संबंध में पीसीसी महासचिव मलकीत सिंह गैंदू ने कहा कि मैंने समन रिसीव कर लिया है। सुकमा-कोंटा में भवन निर्माण के संबंध में 4 तथ्यों में जवाब मांगा गया है। 27 फरवरी को जवाब पेश करना है। हमारे बड़े नेताओं और अधिवक्ताओं से बातचीत कर इसका जवाब देंगे। 
वहीं कांग्रेस संचार प्रमुख सुशील आनंद शुक्ला का कहना है कि भाजपा के इशारे पर ईडी अपनी सीमाओं को लांघ रही है। हमने विपक्ष में रहते हुए जन सहयोग से कांग्रेस कार्यालय बनाया है। क्या ईडी मेें इतना साहस है कि 150 करोड़ में बने भाजपा कार्यालय और आरएसएस के 500 करोड़ के दफ्तर के लिए लगी राशि का हिसाब पूछे। 
गौरतलब है कि कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में हुए शराब घोटाले की जांच ईडी की टीम कर रही है।

पूर्व आबकारी मंत्री लखमा जेल में हैं
ईडी ने पूर्व आबकारी मंत्री कवासी लखमा को 15 जनवरी को गिरफ्तार किया था। ईडी ने रिमांड पर उनसे 7 दिन पूछताछ की। इसके बाद 21 जनवरी से 4 फरवरी तक न्यायिक रिमांड पर जेल भेजा गया। ईडी की विशेष अदालत 2 बार उनकी रिमांड बढ़ा चुकी है। लखमा 4 मार्च तक न्यायिक रिमांड पर जेल में हैं।

ईडी का आरोप- लखमा सिंडिकेट का अहम हिस्सा थे
ईडी का आरोप है कि पूर्व मंत्री और मौजूदा विधायक कवासी लखमा सिंडिकेट के अहम हिस्सा थे। लखमा के निर्देश पर ही सिंडिकेट काम करता था। इनसे शराब सिंडिकेट को मदद मिलती थी। वहीं, शराब नीति बदलने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, जिससे छत्तीसगढ़ में एफएल-10 लाइसेंस की शुरुआत हुई। ईडी का दावा है कि लखमा को आबकारी विभाग में हो रही गड़बड़ियों की जानकारी थी, लेकिन उन्होंने उसे रोकने के लिए कुछ नहीं किया।

कमीशन के पैसे से बेटे का घर बना, कांग्रेस भवन निर्माण भी
ईडी के वकील सौरभ पांडेय ने बताया कि, 3 साल शराब घोटाला चला। लखमा को हर महीने 2 करोड़ रुपए मिलते थे। इस दौरान 36 महीने में लखमा को 72 करोड़ रुपए मिले। ये राशि उनके बेटे हरीश कवासी के घर के निर्माण और कांग्रेस भवन सुकमा के निर्माण में लगे। ईडी ने कहा था कि छत्तीसगढ़ में शराब घोटाले से सरकारी खजाने को भारी नुकसान हुआ है। शराब सिंडिकेट के लोगों की जेबों में 2,100 करोड़ रुपए से अधिक की अवैध कमाई भरी गई।

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