
0 हर जेल के लिए एक-एक मटका गंगा जल
0 प्रदेश के जेलों में कैदियों के लिए बना कुंड
रायपुर। महाकुंभ का कल यानी महाशिवरात्रि को आखिरी दिन है। इससे पहले छत्तीसगढ़ के 5 सेंट्रल जेल, 20 जिला जेल और 8 उप जेल में मंगलवार को कैदियों को महाकुंभ के गंगा जल से स्नान कराया गया। कुंभ स्नान करते समय कैदी हर-हर गंगे और हर-हर महादेव के जयकारे लगाते रहे।
दरअसल, हर जेल के लिए एक-एक मटका गंगाजल दिया गया। इस जल को प्रयागराज संगम से लाया गया था। हर जेल में एक कुंड बनाकर उसमें एक-एक मटका जल डाला गया। प्रदेश के कुल 18 हजार कैदियों ने इसका लाभ लिया।
कैदियों ने गृह मंत्री से जाहिर की थी इच्छा
दरअसल, उप मुख्यमंत्री और गृह मंत्री विजय शर्मा से जेलों के निरीक्षण के दौरान कैदियों ने महाकुंभ के गंगाजल से स्नान की इच्छा जाहिर की थी। कैदियों की इच्छा को देखते हुए गृह मंत्री ने प्रदेश के जेलों में बंद कैदियों के लिए गंगा जल मंगवाया। रविवार तक सभी जिलों में गंगाजल पहुंचा दिया गया।
जेल में बनी टंकियों में मिलाया गया गंगा जल
गंगा स्नान के लिए जेल के टंकियों की सफाई कर रंगाई-पुताई की गई। टंकियों में 'महाकुंभ स्नान कुंड' लिखा गया। टंकियों को फूलों से सजाया गया, फिर एक कलश गंगा जल डाला गया। पंडित ने विधि-विधान से कलश की पूजा की। उसके बाद उस टंकी की पानी से कैदियों ने स्नान किया। बालोद में कैदियों को कुंड में ही डुबकी लगवाई गई।
कैदी बोले- यह पल दोबारा नहीं आएगा
दुर्ग जेल में बंद कैदियों ने कहा कि 144 साल बाद यह महाकुंभ आया है। उनके जीवन में यह पल दोबारा नहीं आएगा। वो जेल के अंदर सजा काट रहे हैं इस कारण वो प्रयागराज जाकर गंगा स्नान नहीं कर पाते।
कैसे आया आइडिया?
इससे पहले वाराणसी, मुजफ्फरनगर, कासगंज, इटावा की जेलों में गंगा जल लाकर कैदियों को स्नान करवाया गया था। जेल में बकायदा बड़े से टैंक में यह जल डाला गया और कैदियों ने डुबकी लगाई। जिसके बाद छत्तीसगढ़ में भी ऐसा आयोजन किया गया।
