
रायपुर। विधानसभा बजट सत्र में गुरुवार को शून्यकाल के दौरान जनपद अध्यक्ष और उपाध्यक्ष चुनाव स्थगित कर तिथि आगे बढ़ाने का मामला गरमाया। इस मामले को लेकर विपक्षी कांग्रेस सदस्यों ने हंगामा करते हुए नारेबाजी कर सदन से वाकआउट कर दिया।
शून्यकाल के दौरान कांग्रेस विधायक अनिला भेड़िया, सावित्री मांडवी, द्वारिकाधीश यादव और पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने इस पर कड़ी आपत्ति जताई। कांग्रेस सदस्य अनिला भेड़िया ने सवाल किया कि बिना पूर्व सूचना के चुनाव क्यों स्थगित कर दिया गया? उन्होंने आरोप लगाया कि खरीद-फरोख्त के लिए चुनाव रोका गया है। इस पर कांग्रेस विधायक उमेश पटेल ने भी कहा कि कई जिलों में निर्वाचित जनप्रतिनिधियों पर दबाव बनाया जा रहा है।
वहीं, पूर्व सीएम भूपेश बघेल ने दुर्ग जिला पंचायत चुनाव का हवाला देते हुए कहा कि वहां दो महिला दावेदारों को विधायक के घर में बैठा दिया गया और निर्विरोध अध्यक्ष चुन लिया गया। यह लोकतंत्र की हत्या है। इस मुद्दे पर विक्रम मंडावी और दिलीप लहरिया ने भी सरकार को घेरा। सत्ता पक्ष की ओर से कोई स्पष्ट जवाब न मिलने पर विपक्ष ने सदन से वॉकआउट कर दिया और नारेबाजी करते हुए बाहर निकल गए।