
बिलासपुर/रायपुर। मिनी स्विट्जरलैंड कहे जाने वाले कश्मीर के वादियों को घूमने निकले छत्तीसगढ़ के 82 लोगों ने शायद ही सोचा होगा कि एक पल में सब कुछ बदल जाएगा। पहलगाम की खूबसूरत वादियां अचानक गोलियों की आवाज से कांप उठीं और उन आवाज़ों के बीच रायपुर, बिलासपुर, भिलाई और चिरमिरी से पहुंचे दर्जनों परिवार दहशत में आ गए। जन्नत कहे जाने वाले इस धरती पर भिलाई के 10, रायपुर के 55, चिरमिरी के 11 और बिलासपुर के 6 समेत 82 सैलानी अचानक खौफ और अफरातफरी के साये में फंस गए।
फिलहाल ये सभी पर्यटक श्रीनगर में सुरक्षित हैं। हमले के बाद छत्तीसगढ़ के पर्यटकों ने वहां के हालात को आंखों देखी अपने-अपने अनुभव दैनिक भास्कर डिजिटल से शेयर किए। बतादें कि मंगलवार को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में आतंकियों ने पर्यटकों पर अंधाधुंध गोलियां बरसा कर 26 लोगों की नृशंस हत्या कर दी।
इस आतंकी हमले में रायपुर के स्टील कारोबारी दिनेश मिरानिया की गोली मारकर हत्या कर दी। आतंकियों ने पत्नी, बेटे और बेटी के आंखों के सामने गोली मारी। मृतक का पार्थिव शरीर दिल्ली से फ्लाइट से रायपुर लाया जाएगा, जो रात 8 बजे पहुंचेगी।
चारों तरफ मची अफरातफरी, दुकानें बंद
जैसे ही हमले की खबर मिली वहां अफरातफरी का माहौल बन गया। पर्यटक सुरक्षित होटलों में पहुंचने की कोशिश करते रहे। वहीं, सेना के जवानों की हलचल बढ़ गई। देखते ही देखते कर्फ्यू सा नजारा दिखने लगा।
मुख्यमंत्री साय ने छत्तीसगढ़ के लोगों से की बात
इधर, छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने छत्तीसगढ़ के लोगों से बातचीत की है। डिप्टी सीएम और गृहमंत्री विजय शर्मा भी लगातार पर्यटकों से संपर्क में हैं। राज्य सरकार उन सभी को सुरक्षित लाने के लिए लगातार प्रयास कर रही है। सुरक्षा के लिहाज से जम्मू-कश्मीर को बंद कर दिया गया है। सभी जगह सेना तैनात कर दी गई है। जो भी पर्यटक बाहर जा रहे हैं, उनके गाड़ियों की चेकिंग की जा रही है। पूछताछ की जा रही है। उसके बाद ही उन्हें बाहर जाने दिया जा रहा।
