
0 एनडीआरएफ की टीम ने 6 लोगों को रेस्क्यू किया
पुणे। महाराष्ट्र के पुणे जिले के मावल तहसील के कुंडमाला गांव के पास में रविवार को दोपहर 3:30 बजे इंद्रायणी नदी पर बना पुल आधा हिस्सा अचानक टूटकर गिर गया, जिससे उस वक्त पुल पर खड़े कई लोग नदी में गिर गए। घटना के समय मौके पर भारी भीड़ थी और नदी में बहने 25 लोग लापता बताए जा रहे हैं।
विधायक सुनील शेलके ने पहले दावा किया था कि हादसे में 6 लोगों की मौत हो चुकी है। इनमें बच्चे भी शामिल हैं। हालांकि सीएम देवेंद्र फडणवीस और पुणे जोन 2 के डीसीपी ने 2 लोगों की मौत की पुष्टि की है। एनडीआरएफ की टीमों ने 6 लोगों का रेस्क्यू किया है।
बताया जा रहा है कि यह हादसा उस वक्त हुआ, जब कई लोग नदी के तेज बहाव को देखने के लिए खड़े थे। हादसे वाली जगह पुणे से 30 किमी दूर है और लोग वीकेंड मनाने पहुंचते हैं। यह जगह मुंबई के रास्ते में एक्सप्रेसवे में एंट्री करने से पहले स्थित है। वीकेंड पर यहां हजारों की संख्या में लोग पहुंचते हैं।
आधिकारिक तौर पर इस घटना में पांच लोगों के मरने की पुष्टि की गयी है जबकि कई के बहने की आशंका जताई गई है। वहीं रेस्क्यू टीम ने पांच से छह लोगों को बचाया है। बताया जाता है कि यह दुर्घटना रविवार अपराह्न लगभग 3:40 बजे की है। जब पुल का एक हिस्सा टूटा, तो कुछ लोग नीचे मौजूद पत्थरों पर जा गिरे और उन्हें गंभीर चोटें आईं। वहीं कई लोग सीधे नदी की तेज धारा में बह गए। नदी में बहाव काफी तेज होने के कारण राहत कार्य में भी दिक्कतें आ रही हैं। ये वही पुल था जिससे कुंडमाला क्षेत्र को पार किया जाता था। पिंपरी-चिंचवड़ पुलिस आयुक्तालय के अंतर्गत आने वाली तलेगांव दाभाड़े पुलिस घटना की सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची और राहत कार्य शुरू कर दिया गया है। राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ) और स्थानीय गोताखोरों को भी राहत और बचाव कार्य के लिए बुलाया गया है।
रविवार को छुट्टी होने की वजह से बड़ी संख्या में स्थानीय लोग और पर्यटक कुंडमाला क्षेत्र घूमने आए थे। कुछ लोग उस समय पुल पर खड़े होकर फोटो ले रहे थे और दृश्य का आनंद ले रहे थे, जब पुल का एक हिस्सा भरभराकर गिर पड़ा। यह हादसा अचानक हुआ और लोगों को संभलने तक का मौका नहीं मिला।
स्थानीय लोगों का आरोप है कि पुल की हालत लंबे समय से खराब थी और इसकी शिकायतें प्रशासन तक पहले भी पहुंची थीं, लेकिन कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई। बीते कुछ दिनों से पुणे और उसके आसपास के क्षेत्रों में लगातार बारिश हो रही थी, जिससे इंद्रायणी नदी का जलस्तर बढ़ गया था और बहाव तेज था। इसी तेज बहाव और पुल की जर्जर हालत ने मिलकर इस हादसे को जन्म दिया। इस बीच राज्य के मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडनवीस ने कहा कि फिलहाल मौके पर राहत एवं बचाव कार्य जारी है। पुलिस, प्रशासन और स्थानीय स्वयंसेवी संगठनों की मदद से लापता लोगों की तलाश की जा रही है।
पुल जर्जर था, क्षमता से ज्यादा लोग, गाड़ियों की आवाजाही भी थी
शुरुआती जानकारी के अनुसार, यह पुल पहले से ही बहुत खराब और जर्जर स्थिति में था। हादसे के समय पुल पर क्षमता से अधिक पर्यटक मौजूद थे। लोग टू-व्हीलर और मोटरसाइकिल ले जा रहे थे। इसी वजह से पुल भार सहन नहीं कर सका और टूट गया।


