
0 पुलिस ने सूटकेस हत्याकांड की गुत्थी सुलझाई
0 पुलिस ने आरोपी दंपत्ति समेत सहयोग करने वाले दोनों युवक को किया गिरफ्तार
0 प्रापर्टी के 30 लाख रुपए बना हत्या का कारण
0 मृतक अपने पैसे को लौटाने के लिए आरोपी पर लगातार बना रहा था दबाव
0 परेशान आरोपी अंकित ने पत्नी के संग मृतक किशोर पैकरा की हत्या का प्लान बनाया
0 इंद्रप्रस्थ कालोनी में किराए के प्लैट में दिया हत्या को अंजाम
रायपुर। रायपुर के इंद्रप्रस्थ कालोनी में सनसनीखेज सूटकेस हत्याकांड की गुत्थी पुलिस ने सुलझा ली है। आरोपी दंपती ने ही मृतक किशोर पैकरा की हत्या 21 जून को की थी। फिर 48 घंटे तक लाश फ्लैट में रही। इस दौरान लाश को ठिकाने लगाने के लिए वे मौका खोजते रहे। जब लाश सड़ने लगी तो हड़बड़ी में उसे झाड़ियों में ले जाकर पेटी समेत फेंक दिया।
पुलिस ने बताया कि मृतक किशोर पैकरा के प्रापर्टी के 30 लाख रुपए हत्या का कारण बना, जिसे आरोपी अंकित उपाध्याय ने अपने निजी काम के लिए खर्च कर दिया था। मृतक किशोर अपने पैसे को लौटाने के लिए आरोपी अंकित पर लगातार दबाव बना रहा था। इससे परेशान अंकित ने अपनी पत्नी शिवानी शर्मा के साथ मिलकर किशोर की हत्या का प्लान बनाया, जिसे अंजाम देने के लिए इंद्रप्रस्थ कालोनी फेज2 में एलआईजी डी ब्लाक में किराए का मकान लिया। दोनों आरोपी दंपत्ति ने किशोर की हत्या कर उसकी लाश को ठिकाने लगाने के लिए परिचित के दो युवक सूर्यकांत यदु और विनय यदु का सहयोग लिया। दोनों दंपत्ति लाश ठिकाने लगाने के बाद फ्लाइट से दिल्ली रवाना हो गए, जहां दोनों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। साथ ही पुलिस ने लाश को ठिकाने लगाने में सहयोग करने वाले दोनों युवक को भी गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने चारों आरोपियों को गिरफ्तार करने के बाद बुधवार को पुलिस लाइन स्थित कंट्रोल रूप में मीडिया से इस हत्याकांड का खुलासा करते हुए पूरी जानकारी दी।
पुलिस ने चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर उनकी निशानदेही पर कब्जे से घटना में प्रयुक्त अल्टो कार क्रमांक सीजी 04 बी 7744, दोपहिया ईथर वाहन क्रमांक सीजी 04 एनवाय 0639 तथा इलेक्ट्रिक ज्वॉय दोपहिया वाहन तथा 5 मोबाइल फोन को जब्त कर लिया है। साथ ही चारों आरोपियों के विरूद्ध डीडीनगर थाना में धारा 103(1), 238क, 61(2), 3(5) बीएनएस के तहत अपराध पंजीबद्ध कर लिया है।
पुलिस के मुताबिक हत्या के संबंध में पूछताछ करने पर आरोपी अंकित उपाध्याय ने बताया कि वह पेशे से वकील होने के साथ ही जमीन, मकान खरीदी-बिक्री का काम करता है। साथ ही बताया कि मृतक किशोर पैकरा पिता स्व. नारायण पैकरा (उम्र 58 साल) निवासी हाण्डीपारा एचएमटी चौक पास आजाद चौक रायपुर इसका पक्षकार था। मृतक किशोर पैकरा आजाद चौक स्थित अपने मकान को चंद्रप्रकाश कुर्रे निवासी बेलटुकरी खरोरा जिला रायपुर को वर्ष 2015-16 में 50 लाख रुपए में बिक्री कर दिया था, किंतु किशोर पैकरा द्वारा क्रेता को उक्त मकान का कब्जा न देकर न्यायालय में क्रेता के विरूद्ध आवेदन पत्र दिया था। इस बात की जानकारी मृतक किशोर पैकरा द्वारा आरोपी अंकित उपाध्याय को देने पर आरोपी अंकित उपाध्याय द्वारा किशोर पैकरा को कहा गया कि वह हाईकोर्ट से उसके उक्त मकान को वापस दिला देगा और इसके एवज में आरोपी अंकित उपाध्याय अलग-अलग किश्तों में अलग - अलग कार्य के नाम से पैसा लेता था।
मृतक किशोर के 30 लाख रुपए आरोपी अंकित ने खर्च कर कर दिया था
मृतक किशोर पैकरा के बजरंगनगर के मकान को 30 लाख रुपए में अन्य व्यक्ति को बिक्री कर दिया था। उक्त बिक्री रकम को आरोपी अंकित उपाध्याय मृतक किशोर पैकरा से लेकर अपने निजी कार्य में उपयोग कर लिया था। जिस पर किशोर पैकरा अपने पैसा को बार-बार आरोपी अंकित उपाध्याय से मांगता था। इस पर अंकित उपाध्याय मृतक किशोर पैकरा को अपने झांसे में लेकर कहा कि मैं तुम्हारा देखभाल करूंगा और रोज खाना खिलाऊंगा। इसके बावजूद मृतक द्वारा प्रतिदिन अंकित उपाध्याय से पैसों की मांग कर उसे ताना मारने के साथ ही अलग-अलग जगह से खाना खाने की मांग करता था।
परेशान होकर अंकित ने पत्नी संग बनाया हत्या का प्लान
आरोपी अंकित उपाध्याय परेशान होकर उक्त सभी बातों को अपनी पत्नी शिवानी शर्मा को बताया गया और दोनों किशोर पैकरा की हत्या करने की योजना बनाये। योजना के तहत् आरोपी अंकित उपाध्याय ने स्वयं डिजाईन कर अपना फर्जी आधार कार्ड बनाया जिसमें अपना पता कोरबा होना लेख किया। इसी फर्जी आधार कार्ड के आधार पर उसने धमतरी के बलियारा ग्राम निवासी एक व्यक्ति से पुरानी अल्टो कार क्रमांक सी जी 04 बी 7744 को 60 हजार रुपए में खरीदा। इसके बाद योजनाबद्ध तरीके से किशोर पैकरा की हत्या करने के लिये एक किराये का मकान इन्द्रप्रस्थ कालोनी में 19 जून को लिया और 21 जून को सुबह अंकित उपाध्याय अपने घर सत्यम विहार रायपुरा से अल्टो कार से किशोर पैकरा के घर हाण्डीपारा आजाद चौक गया।
आरोपी ने मृतक को झूठ बोलकर किराए के मकान में लाया
किशोर पैकरा को झूठ बोलकर कि तुम्हारे घर की सफाई कराना है, तब तक तुम मेरे किराये के मकान में इन्द्रप्रस्थ कालोनी में रहना कहकर अपने साथ कार में बैठाकर इन्द्रप्रस्थ कालोनी स्थित रूम नंबर डी/321 किराये के मकान में ले गया। थोड़ी देर बाद उसकी पत्नी शिवानी शर्मा भी वहां दोपहिया वाहन से आई। योजना के अनुसार सुबह करीबन 10 बजे आरोपी अंकित उपाध्याय और उसकी पत्नी शिवानी शर्मा द्वारा किशोर पैकरा की हत्या करने के लिये अंकित उपाध्याय उसकी छाती में बैठकर उसका गला दबाया तथा उसकी पत्नी मृतक के पैर को पकड़ी थी। इसी दौरान अंकित उपाध्याय अपने पास रखें चाकू से भी मृतक के गले में वार कर उसकी हत्या कर दी और शव को रूम में छोडकर दोनों अपने घर सत्यम विहार कालोनी चले गए। शाम को दोनों पुनः इन्द्रप्रस्थ कालोनी के उसी रूम में गए तथा किशोर पैकरा के शव से निकले खून को टॉवेल से पोंछ दिये और उसके शव को रूम में पहले से रखें एक लाल रंग के ट्राली बैग में डालकर उस पर परफ्यूम स्प्रे किया और रूम बंद कर घर चले गए। रात में दोनों पति-पत्नी गोलबाजार पेटी लाइन जाकर एक दुकान से एक टिन की पेटी आर्डर किया। अगले दिन 22 जून को सुबह करीबन 9ः30 बजे दोनों रूम में जाकर हत्या में प्रयोग किए गए चाकू एवं खून लगे टॉवेल को प्लास्टिक बोरी में भरकर भाठागांव के पास नाला में फेंक दिया।
लाश को ठिकाना लगाने गोलबाजार से पेटी खरीदा
दोनों पति-पत्नी दोपहर में आर्डर किए गए पेटी को लेने के लिए गोलबाजार पेटी लाइन गए तथा दुकान से टिन की पेटी खरीदकर ऑनलाइन पेमेंट किये और पेटी को आटो में रखवाकर इन्द्रप्रस्थ के रूम में ले गए। शव से लगातार बदबू आने से दोनों एक हार्डवेयर दुकान से सीमेंट खरीदकर रूम में लाए और सीमेंट को शव के ऊपर डालकर ट्राली बैग को बंद कर शव को पेटी में डालकर दोनों अपने घर आ गए। 23 जून को सुबह करीबन 08ः बजे दोनों पति-पत्नी इन्द्रप्रस्थ कालोनी के रूम में गए, फिर शव से भरे पेटी को उठाने की कोशिश की, लेकिन अधिक वजन होने से उठा नहीं पाये। दोनों वापस अपने घर सत्यम विहार गए और मदद करने हेतु अपने परिचित सूर्यकांत यदु और विनय यदु को बुलाया और उक्त घटना की जानकारी दी।
पैसे के लालच में दोनों युवक ने मदद की
पैसे के लालच में सूर्यकांत व विनय शव को ठिकाने लगाने में मदद करने के लिए तैयार हो गए। इसके बाद चारों ने 2 अलग - अलग दोपहिया में इन्द्रप्रस्थ कालोनी के रूम में सुबह 9ः35 बजे गए। सभी अपना पहचान छिपाने हेतु अपने चेहरे को स्कार्फ से ढक लिए। आरोपी अंकित उपाध्याय, सूर्यकांत यदु एवं विनय यदु तीनों मिलकर शव रखे पेटी को लिफ्ट के माध्यम से नीचे लाए। शिवानी शर्मा सीढ़ी से नीचे आई फिर चारों ने मिलकर पेटी को अल्टो कार की डिक्की में रखे और शव को ठिकाने लगाने हेतु घटना स्थल पर ले जाकर पेटी को नीचे उतारकर छोड़कर चले गए। उसके बाद अंकित उपाध्याय और विनय यदु अल्टो कार को कुशालपुर पुरानी बस्ती के एक गैरेज में डेन्टिंग-पेन्टिंग के लिए छोड़ दी। शिवानी शर्मा दोपहिया और सूर्यकांत यदु इलेक्ट्रिक वाहन को लेकर घर सत्यम विहार चले गए। इसके बाद आरोपी दोनों पति-पत्नी घटना को अंजाम देने के बाद रात की फ्लाइट से रायपुर से दिल्ली फरार हो गए।
हत्याकांड सुलझाने में लगी पुलिस की पूरी टीम
पुलिस कार्रवाई में निरीक्षक एसएन सिंह थाना प्रभारी डीडी नगर, एण्टी क्राइम एण्ड साइबर यूनिट से प्रभारी निरीक्षक परेश कुमार पाण्डेय, उपनिरीक्षक मुकेश सोरी, राजेन्द्र सिंह कंवर, सउनि. प्र्रेमराज बारिक, अतुलेश राय, फूलचंद भगत, शंकर लाल ध्रुव, प्र.आर. गुरूदयाल सिंह, उपेन्द्र यादव, अनुप मिश्रा, संतोष दुबे, कृपासिंधु पटेल, सुरेश देशमुख, घनश्याम प्रसाद साहू, म.प्र.आर. बसंती मौर्य, आर. प्रमोद बेहरा, पुरूषोत्तम सिन्हा, प्रशांत शुक्ला, हरजीत सिंह, किसलय मिश्रा, अजय चौधरी, महिपाल सिंह, भूपेन्द्र मिश्रा, अविनाश देवांगन, अभिषेक तोमर, अमित वर्मा, नितेश सिंह राजपूत, अविनाश टण्डन तथा थाना डी.डी.नगर से सउनि. अनंत बारिक, प्र.आर. अरूण तिवारी एवं म.आर. सरस्वती वर्मा की महत्वपूर्ण भूमिका रहीं।
