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0 बिजली बिल में बढ़ोतरी पर विपक्ष ने लाया था स्थगन
0 सरकार के जवाब से संतुष्ट हुआ विपक्ष
0 नेता प्रतिपक्ष ने मुख्यमंत्री साय को दिया धन्यवाद 
 
रायपुर। विधानसभा मानसून सत्र के तीसरे दिन बुधवार को सत्ता पक्ष व विपक्ष के बीच तालमेल देखने को मिला। बिजली दर में वृद्धि पर नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरणदास महंत व कांग्रेस विधायकों द्वारा लाए गए स्थगन प्रस्ताव को विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह ने अग्राह्य कर दिया, लेकिन प्रस्ताव अस्वीकार्य होने के बाद भी विपक्ष ने हंगामा नहीं किया। वहीं नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरण दास महंत ने मुख्यमंत्री विष्णु देव साय द्वारा विषय को गंभीरता से लेने पर आभार जताया। इस पर सत्ता पक्ष के विधायकों ने भी मेजें थपथपाकर विपक्ष का आभार जताया। 

शून्यकाल में नेता-प्रतिपक्ष डॉ. चरण दास महंत ने बिजली दर में वृद्धि का मुद्दा उठाते हुए कहा कि बिजली दर में वृद्धि से पूरा छत्तीसगढ़ परेशान है। गरीबों को बिजली दर में वृद्धि आर्थिक मार झेलनी पड़ रही है। विपक्ष ने जो स्थगन दिया है, उस पर चर्चा होनी चाहिए। कांग्रेस सदस्य उमेश पटेल, संगीता सिन्हा, देवेंद्र यादव, रामकुमार यादव, राघवेंद्र सिंह, लखेश्वर बघेल, अनिला भेड़िया ने भी अपनी बात रखते हुए स्थगन प्रस्ताव स्वीकार कर चर्चा कराने की मांग की। इस पर विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह ने 33 विधायकों के स्थगन की सूचना मिलने की जानकारी सदन को दी और नेता प्रतिपक्ष डॉ. महंत की स्थगन सूचना पढ़कर मुख्यमंत्री विष्णु देव साय से इस मुद्दे पर जवाब मांगा।  

इस पर मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने सदन में वक्तव्य देते हुए कहा कि उपभोक्ताओं को मिलने वाली सब्सिडी पर असर नहीं होगा। सरकार द्वारा उपभोक्ताओं को दी जा रही राहत जारी रहेगी। बिजली उत्पादन बढ़ाने में सरकार के प्रयास जारी है। मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि छत्तीसगढ़ विद्युत नियामक आयोग द्वारा वर्ष 2025-26 हेतु घोषित बिजली टैरिफ में मात्र 1.89 प्रतिशत की वृद्धि की गई है, जो कि विगत वर्षों में न्यूनतम वृद्धि में से एक है। यह निर्णय जनसुनवाई की प्रक्रिया के बाद पारदर्शी ढंग से लिया गया है और इसे घरेलू उपभोक्ताओं से लेकर स्टील और रोलिंग मिल उद्योगों तक ने सराहा है। 
मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि घरेलू विद्युत दरों में केवल 10 से 20 पैसे तक की मामूली वृद्धि की गई है, जबकि कृषि पंप उपभोक्ताओं के लिए 50 पैसे प्रति यूनिट की वृद्धि की गई है, जिसका सीधा असर किसानों पर नहीं पड़ेगा, क्योंकि यह राशि शासन द्वारा सब्सिडी के रूप में पहले से अग्रिम भुगतान की जा रही है।  उन्होंने कहा कि हमारा उद्देश्य है कि छत्तीसगढ़ के कृषक वर्ग पर कोई अतिरिक्त आर्थिक भार न पड़े। सरकार किसानों के हितों की पूरी तरह से रक्षा कर रही है। 

उद्योगों को बढ़ावा-स्टील इंडस्ट्री की दरों में कटौती
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने उद्योगों को प्रतिस्पर्धात्मक बनाए रखने हेतु मिनी स्टील, रोलिंग मिल और फेरो एलॉय जैसे ऊर्जा-गहन उद्योगों की दरों में कटौती की है। यह निर्णय उद्योगों के प्रति राज्य सरकार की प्रतिबद्धता को दर्शाता है। मुख्यमंत्री साय ने कहा कि शहरी क्षेत्रों में औसतन 23.55 घंटे/दिन और ग्रामीण क्षेत्रों में 23.45 घंटे/दिन बिजली आपूर्ति सुनिश्चित की जा रही है। विशेष रूप से कृषि फीडरों में 18 घंटे प्रतिदिन की आपूर्ति दी जा रही है, जो देश के सभी राज्यों में सर्वाधिक आंकड़ों में शामिल है। तकनीकी और वाणिज्यिक हानि को 2020-21 में 23.14% से घटाकर 2024-25 में 13.79% किया गया है। यह उपलब्धि दक्ष संचालन, पारदर्शी व्यवस्था और तकनीकी सुधारों का प्रमाण है। 

कोरबा में 1320 मेगावॉट का नया प्लांट
वर्तमान टैरिफ में केपिटल इन्वेस्टमेंट प्लान का भी समावेश है जिसके अंतर्गत ट्रांसमिशन कंपनी के लिए 2433 करोड़, डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी के लिए 3977 करोड़ और जनरेशन कंपनी के लिए 2992 करोड़ का प्रावधान है। कोरबा में 1320 मेगावॉट के प्लांट की स्थापना का कार्य भी प्रारंभ हो चुका है, जिसकी लागत 15,800 करोड़ है। इससे छत्तीसगढ़ भविष्य में ऊर्जा-सरप्लस राज्य बनेगा और निर्बाध आपूर्ति सुनिश्चित हो सकेगी। 

घरेलू उपभोक्ताओं के लिए डबल अनुदान योजना
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना के अंतर्गत 3 किलोवाट तक के संयंत्रों पर 78,000 तक केंद्र सरकार से अतिरिक्त 2 किलोवाट तक के संयंत्रों पर 30,000 तक राज्य शासन से अनुदान दिया जाएगा। यह योजना छत्तीसगढ़ के घरेलू उपभोक्ताओं को ऊर्जा आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में क्रांतिकारी पहल है। 

ऊर्जा के क्षेत्र में 3 लाख करोड़ रुपए के करार
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने बताया कि पॉवर कंपनी/शासन द्वारा 3 लाख करोड़ रुपये से अधिक के करार किए गए हैं, जिससे आने वाले समय में ऊर्जा उत्पादन और रोजगार दोनों के क्षेत्र में क्रांति आएगी। मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया कि हमारी प्राथमिकता है कि बिजली उपभोक्ताओं को न केवल निर्बाध आपूर्ति मिले, बल्कि वह गुणवत्तापूर्ण, सस्ती और टिकाऊ हो। वर्तमान और भावी योजनाओं के माध्यम से छत्तीसगढ़ ऊर्जा के क्षेत्र में राष्ट्रीय मानक स्थापित करेगा। 

नेता प्रतिपक्ष डॉ. महंत ने सीएम साय को दिया धन्यवाद
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के जवाब के बाद नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरण दास महंत ने मुख्यमंत्री विष्णु देव साय को धन्यवाद देते हुए आग्रह किया कि मुख्यमंत्री अपनी कही बातों को जल्द लागू कराएं। उनकी बातों से हमें लगा कि वह ध्यान दे रहे हैं। हमें लगा कि उन्होंने इसको गंभीरता से लिया है, इसलिए हमने उनका धन्यवाद दिया।
इस पर सत्ता पक्ष से संसदीय कार्य मंत्री केदार कश्यप व कृषि मंत्री रामविचार नेताम ने नेता प्रतिपक्ष डॉ. महंत का धन्यवाद दिया। कृषि मंत्री श्री नेताम ने कहा कि यह नेताजी की अच्छी सोच का प्रतीक है। ऐसे ही सत्ता पक्ष और विपक्ष मिलकर छत्तीसगढ़ के विकास के लिए काम करेंगे। सत्ता पक्ष के विधायकों ने मेज थपथपाकर विपक्ष का आभार जताया।