
0 कांग्रेस विधायक चतुरी नंद ने उठाए सवाल
रायपुर। विधानसभा मानसून सत्र के अंतिम दिन शुक्रवार को महिला एवं बाल विकास विभाग में एनजीओ को अनुदान मामले में मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े घिर गईं। कांग्रेस विधायक चतुरी नंद ने इस मामले की जांच की मांग की।
महिला एवं बाल विकास विभाग से पूछा कि किन सामाजिक संस्थाओं को कितना अनुदान मिला है और उसका उपयोग किस मद में किया गया। उन्होंने खासतौर पर फॉर्च्यून फाउंडेशन एनजीओ का जिक्र करते हुए कहा कि दस्तावेजों में 2024-25 और 2025-26 में जो राशि दिखाई गई है, वह मंत्री के बताए आंकड़ों से मेल नहीं खा रही। इस पर मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े ने जवाब में बताया कि फॉरच्यून फाउंडेशन महासमुंद और आशियाना वृद्धाश्रम को चलाती है। 2023-24 में संस्था को 23.59 लाख, 2022-23 में 23 लाख, और 2024-25 में 10 लाख का अनुदान दिया गया है। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि, “जिन राशियों में अंतर दिखाई दे रहा है, वह दो किस्तों में जारी की गई रकम के कारण हो सकता है। फिर भी मैं जानकारी की पुष्टि करवाने के लिए तैयार हूं।
इस पर कांग्रेस विधायक चतुरी नंद ने सदन में मांग की कि एनजीओ को दिए गए अनुदान और उनके दस्तावेजों की जांच की जानी चाहिए। उन्होंने पूछा कि अगर संस्था महासमुंद में है, तो उसका दफ्तर कहां है? बजट का वास्तविक उपयोग किस काम में किया गया। इस पर मंत्री ने जवाब में बताया कि संस्था की संपर्क जानकारी और बजट उपयोग की जानकारी विभाग उपलब्ध करवाएगा। उन्होंने भरोसा दिलाया कि पारदर्शिता के साथ सभी रिकॉर्ड जांच के लिए तैयार हैं।
गलत जानकारी दी गईः भैया लाल राजवाड़े
भाजपा विधायक भैया लाल राजवाड़े ने मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े से पूछा कि मैंने जो पूछा था उसके हिसाब से जानकारी सही नहीं दी गई है। मैंने पूछा था कि कितने आवेदन दिव्यांगों के लिए आए हैं। इस पर विभाग ने जवाब में कहा कि 21 आवेदन आए हैं। क्या यह गलत जानकारी देकर आपको फंसाने का काम कर रहा है। इस पर मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े ने खड़े होकर जवाब देते हुए कहा कि डिपार्टमेंट मेरे पास है। इतना बड़े आप वरिष्ठ सदस्य हमारे मार्गदर्शक भी हैं। उनके प्रश्न में यह था कि बैकुंठपुर जिला कोरिया कितने आवेदन दिव्यांगों के आए हुए हैं। 21 आवेदन की जानकारी दी गई है। भैया लाल राजवाड़े ने कहा कि सुशासन तिहार में इतने आवेदन आए हैं। निराकरण कहां हुआ है, मैंने तो पूरे विधानसभा की बात की है।