
0 नाटू की शहादत को याद कर नम हुईं लोगों की आंखें
बगीचा/पत्थलगांव। बगीचा के ग्राम जुरूडांड़ में मंगलवार रात को गणेश विसर्जन जुलूस में अनियंत्रित बोलेरो के आ घुसने से 5 लोगों की मौत हो गई, वहीं 25 लोग घायल हो गए। घायलों को प्राथमिक उपचार के बाद अंबिकापुर मेडिकल कालेज हास्पिटल रेफर किया गया, जहां सभी घायलों का इलाज चल रहा है।
हादसे में अरविंद केरकेट्टा (19 वर्ष), विपिन कुमार प्रजापति (17 वर्ष) व खिरोवती यादव (32 वर्ष) की मौत हो गई। इलाज के दौरान दो और लोगों के मौत होने की जानकारी मिली है। वहीं घायलों में फकीर यादव, नीलू यादव, निरंजन राम, संदीप यादव, नारायण, देवंती, गुलापी बाई, याहूसु लकड़ा, संतोष प्रजापति, हेमंत यादव, उमा यादव, भुवनेश्वरी यादव, चंदा बाई, पिंकी, लीलावती प्रजापति, डमरूधर यादव, गायत्री यादव, आरती यादव, परमानंद यादव, अभिमन्यु, हेमानंद और सुखसागर समेत कई अन्य लोग शामिल हैं।
पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक मंगलवार की रात 11 बजे थाना बगीचा के ग्राम जुरूडांड़ में गणेश विसर्जन जुलूस निकाला गया था। इसमें गांव के करीब 150 लोग भगवार गणेश की प्रतिमा के साथ नाचते गाते चल रहे थे। अचानक से इस जुलूस में एक अनियंत्रित बोलेरो आ घुसी, जिसने भगवान की भक्ति में झूमते श्रद्धालुओं को कुचल दिया। इससे 5 भक्तों की मौत हो गई, वहीं करीब 25 लोग घायल हो गए। घटना से कोहराम मच गया। हादसे के बाद लोगों को आनन फानन में बगीचा के अस्पताल पहुंचाया गया। यहां कई घायलों की गंभीर स्थिति को देखते हुए उन्हें अंबिकापुर के अस्पताल में रिफर किया गया। इस गंभीर घटना ने जहां धार्मिक आयोजनों की सुरक्षा को लेकर पुलिस की गंभीरता को एक बार फिर सवालों के घेरे में लाकर खड़ा कर दिया है।
नशे में था ड्राइवर, लोगों ने पीटा
वहीं, प्राथमिक इलाज के बाद गंभीर रूप से घायलों ग्रामीणों को अंबिकापुर मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया है। जहां उनका इलाज जारी है। घटना के बाद भीड़ ने बोलेरो ड्राइवर सुख सागर यादव को पकड़कर जमकर पीटा। वो नशे में था। मारपीट में घायल ड्राइवर को भी इलाज के लिए प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती किया गया है।
प्रदेश सरकार ने मृतकों को 5 लाख एवं घायलों को 50 हजार की राहत राशि
0 जिला पंचायत अध्यक्ष सालिक साय ने परिजनों को दिया ढांढस
दुर्घटना की जानकारी मिलते ही जिला पंचायत अध्यक्ष सालिक साय ने मौके का जायजा लेते हुए कहा कि “यह क्षति अपूरणीय है। हम सभी एक परिवार की तरह हैं और हम सभी सुख-दुख में हमेशा साथ खड़े रहेंगे। सालिक ने बताया कि प्रदेश के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय जी की संवेदनशील सरकार ने मृतकों के परिजनों को 5 लाख रुपये तथा घायलों को 50 हजार रुपये की तत्काल राहत राशि स्वीकृत की है।”उन्होंने कहा कि इस हृदयविदारक हादसे से पूरे जिले में शोक की लहर है।हम दिवंगत आत्माओं की शांति के लिए ईश्वर से प्रार्थना करते हैं एवं घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करते हैं।
घटना ने चार साल पहले हुए हादसे की याद दिला दी
बता दें कि बगीचा की इस घटना ने पत्थलगांव में चार साल पहले दुर्गा विसर्जन जुलूस में अनियंत्रित बोलेरो के घुस जाने की घटना की यादें ताजा कर दी हैं। इस घटना में जशपुर रोड निवासी नाटू अग्रवाल की मौत हो गई थी, वहीं 17 लोग घायल हो गए थे। 15 अक्टूबर 2021 का वह दिन काली स्मृति के रूप में लोगों के दिलों दिमाग में आज भी स्पष्ट रूप से अंकित है, जब एक अनियंत्रित बोलेरो दुर्गा विसर्जन जुलुस में आ घुसा था। बता दें कि दोपहर के करीब 12 बजे का समय था। शहर की सभी समितियों द्वारा प्रतिवर्ष की भांति शहर में माता दुर्गा की प्रतिमाओं की शोभा यात्रा प्रारंभ कर दी गई थी। जशपुर रोड स्थित बाजार पारा दुर्गा उत्सव समिति की शोभायात्रा भी शुरू हो गई थी। सबसे आगे करमा नर्तक दल था। जिसके पीछे-पीछे श्रद्धालु पारंपरिक परिधानों में सजे धजे माता के भक्तिगीतों की धुनों पर झूमते गाते चल रहे थे। शोभायात्रा ने कुछ 100 मीटर का फासला ही तय किया होगा कि हरियाणा धर्मशाला के समीप पीछे से आ रही एक अनियंत्रित बोलेरो जुलूस के बीच में आ घुसी और माता की भक्ति में रमे श्रद्धालुओं को कुचलते हुए भाग निकली थी। घटना से कोहराम मच गया थी। आनन - फानन में घायलों को अस्पताल पहुंचाया गया। गंभीर रूप से घायल नाटू को मृत घोषित कर दिया गया वहीं अन्य घायलों को मेडिकल काॅलेज के लिए रिफर कर दिया गया। इस दर्दनाक घटना ने पूरे देश का ध्यान अपनी ओर खींचा। लोगों ने मृतक का शव चैक पर रखकर चक्काजाम कर दिया और पूरा शहर दो दिनों तक पूरी तरह बंद रहा। बाद में तत्कालीन मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के द्वारा मामले में दखल देते हुए दुर्घटना पर अफसोस और संवेदना जाहिर करने तथा मृतक और घायलों के लिए मुआवजे की घोषणा के बाद लोग शांत हुए थे।
संतलाल आयाम ही थे थाना प्रभारी
बगीचा के ग्राम जुरूडांड़ में गणेश विसर्जन जुलूस में बोलेरो के घुस जाने से 5 श्रद्धालुओं की मौत और 25 लोगों के घायल होने की घटना ने थाना बगीचा के प्रभारी संतलाल आयाम के साथ एक अनचाहा रिकाॅर्ड जोड़ दिया है। दरअसल पत्थलगांव में दुर्गा विसर्जन जुलूस हुई दर्दनाक घटना के समय संतलाल आयाम ही यहां के थाना प्रभारी थे। उन पर पूरे शहर की कानून और यातायात व्यवस्था को संभालने की जिम्मेदारी थी। प्रतिवर्ष इस दिन शहर में निकलने वाले जुलूस और भारी भीड़ को देखते हुए भारी और अन्य मालवाहक वाहनों का आवागमन पूरी तरह प्रतिबंधित कर दिया जाता है। ऐसे में तेज रफ्तार बोलेरो को शहर में प्रवेश दिए जाने और इस वाहन में गांजा लदा होने के आरोपों के बीच हुई इस घटना को लेकर थाना प्रभारी संतलाल आयाम पर गंभीर आरोप लगे थे। जिसके बाद तत्कालीन पुलिस अधीक्षक विजय अग्रवाल ने उन्हें पत्थलगांव से तत्काल हटा दिया था। नहीं लिया कोई सबक! बगीचा के ग्राम जुरूडांड़ में हुई घटना से धार्मिक आयोजनों के दौरान सुरक्षा व्यवस्था को लेकर पुलिस की गंभीरता पर एक बार फिर सवाल खड़े कर दिए हैं। पत्थलगांव के लोगों का कहना है कि शहर में दुर्गा विसर्जन जुलूस की दुर्घटना की वीडियो जिसने भी देखा वह कांप उठा। परंतु ऐसा प्रतीत होता है कि थाना प्रभारी संतलाल आयाम और जिला पुलिस ने शहर में हुई दर्दनाक घटना के बावजूद धार्मिक जुलूसों की सुरक्षा को लेकर कोई सबक नहीं लिया है और जिले में पुनः इसी प्रकार की घटना की पुनरावृत्ति हो गई है, जिसमें श्रद्धालुओं को असमय मौत की नींद सोना पड़ा। और संयोग कहें या लापरवाही बगीचा की घटना भी उन्हीं संतलाल आयाम के क्षेत्र में हुई है। वहीं यह घटना जशपुर एसपी शशिमोहन सिंह के कार्यकाल की सबसे दुखद घटनाओं में गिनी जाएगी जिन्होंने पूरे जिले में कानून व्यवस्था को चाक-चैबंद करने में कोई कसर नहीं छोड़ी है। यहां तक कि वर्षों से फरार अपराधियों को जेल की सलाखों के पीछे पहुंचाने से लेकर गौ तस्करी जैसे संगठित अपराध को रोकने में भी वे सफल रहे हैं जिसने पुराने कई अधिकारियों के पसीने छुड़ा रखे थे। अब देखना है कि वे इस घटना को किस प्रकार लेते हैं खास तौर पर तब जबकि यह घटना खुद मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के गृह जिले में हुई है।


