
0 जबरन छुट्टी पर भेजे जा सकते हैं 9 लाख कर्मचारी
वॉशिंगटन डीसी। अमेरिका में मंगलवार रात फंडिंग बिल पर वोटिंग होनी है। अगर बुधवार रात 12 बजे तक ये बिल पास नहीं हुआ तो ट्रम्प के दूसरे कार्यकाल में पहली बार सरकारी फंडिंग रुक जाएगी। इसे 'गवर्नमेंट शटडाउन' कहते हैं।
दरअसल अमेरिका के दोनों प्रमुख दल डेमोक्रेट और रिपब्लिकन में ओबामा हेल्थ केयर सब्सिडी प्रोग्राम को लेकर ठन गई है। इससे सरकारी कामकाज के ठप होने और 9 लाख कर्मचारियों को जबरन छुट्टी पर भेजने का खतरा बढ़ गया है।
डेमोक्रेट्स चाहते हैं कि हेल्थ केयर (स्वास्थ्य बीमा) की सब्सिडी बढ़ाई जाए। रिपब्लिकन को डर है कि अगर सब्सिडी बढ़ाई गई तो सरकार को खर्च करने के लिए और पैसे की जरूरत पड़ेगी, जिससे बाकी सरकारी काम प्रभावित होंगे। शटडाउन रोकने के लिए राष्ट्रपति ट्रम्प और डेमोक्रेटिक नेताओं ने सोमवार को व्हाइट हाउस में बैठक की थी, लेकिन इसका कोई नतीजा नहीं निकला।
अमेरिका में खर्च का सीजन 1 अक्टूबर से शुरू
अमेरिका का फिस्कल ईयर यानी खर्च का साल 1 अक्टूबर से शुरू होता है। यह एक तरह से सरकार का आर्थिक साल होता है, जिसमें वह अपना पैसा खर्च करने और बजट बनाने की योजना बनाती है। इस दौरान सरकार तय करती है कि कहां पैसा लगाना है, जैसे सेना, स्वास्थ्य या शिक्षा में। अगर इस तारीख तक नया बजट पास नहीं होता, तो सरकार बंद हो सकती है। यही वजह है कि फंडिंग बिल के पास होने पर इतना जोर दिया जा रहा है।
फैसला ट्रम्प के हाथ में: विपक्षी सांसद
डेमोक्रेट सांसद चक शूमर का कहना है कि अब फैसला ट्रम्प के हाथ में है। अगर वे हमारी बात मान लें तो शटडाउन टल सकता है। वहीं, डेमोक्रेट सांसद पीटर वेल्च ने कहा- हम हेल्थ संकट से गुजर रहे हैं। ट्रम्प को कांग्रेस (संसद) के फैसले मानने चाहिए। लेकिन डील होने की संभावना कम लग रही है। दूसरी तरफ रिपब्लिकन्स नेता शूमर पर जबरदस्ती फंडिंग बिल रोकने का आरोप लगा रहे हैं। रिपब्लिकन सांसद जोश हॉली ने कहा- शटडाउन का हेल्थ सब्सिडी से क्या लेना-देना? हम बातचीत करने को तैयार हैं, लेकिन गवर्नमेंट शटडाउन न करें। वहीं, सांसद एरिक श्मिट ने कहा- शूमर ट्रम्प के साथ काम करने से डरते हैं। इससे अमेरिकी लोग परेशान होंगे।