0 विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन व मुख्यमंत्री साय ने विधानसभा के विशेष सत्र में पूर्व सदस्यों का किया पुण्य स्मरण
रायपुर। छत्तीसगढ़ विधानसभा के पुराने भवन में मंगलवार को एक दिवसीय विशेष सत्र बुलाया गया। इसमें दिवंगत पूर्व सदस्यों रजनी ताई उपासने, बनवारी लाल अग्रवाल और राधेश्याम शुक्ल को श्रद्धांजलि अर्पित की गई और 25 साल की संसदीय यात्रा पर चर्चा की गई। विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह व मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने विधानसभा के विशेष सत्र में पूर्व सदस्यों का पुण्य स्मरण किया। इस दौरान पक्ष-विपक्ष के सदस्य सदन में मौजूद रहे, जिन्होंने अपने अनुभव, संसदीय स्मृतियां और विधानसभा से जुड़ी यादें साझा कीं।
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने इस विशेष सत्र की तस्वीरों के साथ सोशल मीडिया पर एक पोस्ट साझा किया है, जिसमें उन्होंने न सिर्फ 25 वर्षों की संसदीय यात्रा को रेखांकित किया, बल्कि विधानसभा भवन की भूमिका, लोकतांत्रिक परंपराओं और प्रदेश के विकास-पथ की एक व्यापक तस्वीर भी पेश की।
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने छत्तीसगढ़ की रजत यात्रा में योगदान देने वाले तीन प्रमुख जनप्रतिनिधियों रजनी ताई उपासने, बनवारी लाल अग्रवाल और राधेश्याम शुक्ल का पुण्य स्मरण किया। इस दौरान मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने रायपुर की पहली महिला विधायक रजनी ताई उपासने को राजनीति और समाज सेवा के क्षेत्र में प्रेरणादायक व्यक्तित्व बताया। उन्होंने कहा कि उनका निधन राज्य के लिए एक अपूरणीय क्षति है।मुख्यमंत्री साय ने कहा कि रायपुर की पहली महिला विधायक श्रीमती रजनी ताई उपासने राजनीतिक और सामाजिक जीवन की प्रेरक व्यक्तित्व थीं, उनका निधन प्रदेश के लिए अपूरणीय क्षति है। बनवारी लाल अग्रवाल को याद करते हुए उन्होंने कहा कि विधानसभा के पूर्व उपाध्यक्ष, दो बार के विधायक रहे और उनके जनसेवा से जुड़े कार्य, संगठन और समाज के प्रति समर्पण हम सब के लिए अनुकरणीय है। मुख्यमंत्री ने राधेश्याम शुक्ल के बारे में कहा कि वे अनुशासित एवं कर्मनिष्ठ जनप्रतिनिधि के रूप में याद किए जाएंगे। उनका पूरा जीवन जनसेवा को समर्पित रहा, उनके निधन से प्रदेश ने एक प्रतिबद्ध नेता को खो दिया है। मुख्यमंत्री श्री साय ने तीनों दिवंगत विभूतियों की आत्मा की शांति और परिजनों को संबल प्रदान करने की ईश्वर से प्रार्थना की। विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह ने भी तीनों दिवंगत नेताओं को श्रद्धांजलि अर्पित की। इसके साथ ही नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरणदास महंत, मंत्री रामविचार नेताम, भाजपा सदस्य अजय चंद्राकर, धरमलाल कौशिक, पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, मंत्री केदार कश्यप, भाजपा सदस्य किरणदेव सिंह, प्रेमचंद पटेल व धरमजीत सिंह ने भी तीनों दिवंगतों के सम्मान में अपनी बात रखी।
छत्तीसगढ़ ने विकास, सुशासन और जनकल्याण की नई इबारत लिखी हैः साय
इसके पहले मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने सोशल मीडिया पर कहा कि छत्तीसगढ़ की लोकतांत्रिक यात्रा में वर्तमान विधानसभा भवन हमारी सामूहिक कार्यसंस्कृति, संवाद, लोकतांत्रिक मर्यादाओं और जनसेवा के संकल्प का साक्षी रहा है। पिछले 25 वर्षों में इस भवन ने अनगिनत ऐतिहासिक निर्णयों, महत्वपूर्ण बहसों और जनहित से जुड़े विधेयकों को जन्म लेते देखा है। यह भवन प्रदेश के विकास, समृद्धि और मजबूत लोकतंत्र का आधार स्तंभ रहा है। हम सभी के संयुक्त प्रयासों से छत्तीसगढ़ ने बीते वर्षों में विकास, सुशासन और जनकल्याण की नई इबारत लिखी है। अब जब हम नए विधानसभा भवन की ओर कदम बढ़ा रहे हैं, तब यह पुराना भवन अपनी हर दीवार, खिड़की और आंगन के साथ हमारी स्मृतियों में सदैव अंकित रहेगा। यह स्थान छत्तीसगढ़ की गौरवशाली संसदीय परंपरा, सुसंस्कृत संवाद और लोकतांत्रिक मूल्यों का सजीव प्रमाण है।
14 दिसंबर से शुरू होगा छत्तीसगढ़ विधानसभा का शीतकालीन सत्र
छत्तीसगढ़ विधानसभा का शीतकालीन सत्र 14 दिसंबर से शुरू होगा, जो 17 दिसंबर तक यानी 4 दिनों तक चलेगा। 14 दिसंबर को विकसित भारत 2047 पर चर्चा की जाएगी। विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह ने बताया कि चार दिवसीय सत्र नए विधानसभा भवन में आयोजित होगा। अधिसूचना जारी होना बाकी है।
अजय चंद्राकर ने रमन कार्यकाल को स्वर्णिम युग बताया
दिवंगत नेताओं को श्रद्धांजलि देने के बाद छत्तीसगढ़ विधानसभा के 25 वर्षों की संसदीय यात्रा पर केंद्रित विषय पर चर्चा की गई। चर्चा की शुरुआत भाजपा सदस्य अजय चंद्राकर ने की। इस दौरान अजय चंद्राकर ने रमन कार्यकाल को स्वर्णिम युग बताया। उन्होंने कहा कि डॉ. रमन सिंह के कार्यकाल में कई ऐसी योजनाएं शुरू की गई, जो देश भी पहली बार शुरू हुई। उन्होंने कहा कि खाद्य सुरक्षा बिल, गृह लक्ष्मी योजना, लोक सेवा गारंटी अधिनियम व एक ही दिन में 3 विश्वविद्यालयों का रजिस्ट्रेशन किया गया। वहीं पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से कहा कि आपके मन में कुछ करने की आग थी, लेकिन आपने योजनाओं को बजट, संसदीय स्वीकृति नहीं दी। आपकी अच्छी योजनाएं भी भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गई। बदनामी आपके हिस्से आई, लेकिन आप में आग अब भी है।
विधायकों का ग्रुप फोटो सेशन हुआ
इसके साथ ही विशेष सत्र में मौजूदा विधानसभा के सभी विधायकों का एक ग्रुप फोटो सेशन भी हुआ। इसे विधानसभा की 25वीं वर्षगांठ का प्रतीकात्मक दस्तावेज माना जाएगा। इसके अलावा सदन में विधायकों के अनुभव को रिकॉर्ड करने की योजना भी बनाई गई, ताकि यह दस्तावेज विधानसभा की ऐतिहासिक यात्रा का हिस्सा बने। दिनभर चलने वाली कार्यवाही के बाद सदन को शीतकालीन सत्र तक स्थगित कर दिया गया है। नया सत्र 14 दिसंबर से नए विधानसभा भवन में शुरू होगा। अगली बैठक की तिथियां तय हो गई हैं। हालांकि अभी अधिसूचना जारी होना बाकी है।