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0 पूछताछ में हो सकते हैं बड़े खुलासे

रायपुर। छत्तीसगढ़ के बहुचर्चित शराब घोटाला मामले में एक बार फिर बड़ा घटनाक्रम सामने आया है। राज्य प्रशासनिक सेवा की निलंबित अधिकारी व पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की डिप्टी सेक्रेटरी रही सौम्या चौरसिया को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने बुधवार को विशेष अदालत में पेश किया। एजेंसी ने उनसे पूछताछ के लिए कोर्ट से 3 दिन की कस्टोडियल रिमांड मांगी थी, लेकिन विशेष अदालत ने दोनों पक्षों की दलीलें सुनने के बाद ईडी को 2 दिन की रिमांड दे दी। रिमांड अवधि समाप्त होने के बाद शुक्रवार को दोपहर 3:30 बजे सौम्या चौरसिया को फिर से ईडी की विशेष अदालत में पेश किया जाएगा।

ईडी ने पप्पू बंसल उर्फ लक्ष्मी नारायण अग्रवाल, तांत्रिक केके श्रीवास्तव और कारोबारी अनवर ढेबर के होटल मैनेजर दीपेन चावड़ा के बयान के आधार पर सौम्या चौरसिया को गिरफ्तार किया। ईडी को सौम्या, रिटायर्ड आईएएस अनिल टुटेजा और अनवर ढेबर-चैतन्य बघेल के बीच हुई चैट्स में कई अहम सबूत भी मिले हैं। ईडी का दावा है कि सौम्या लीकर स्कैम नेटवर्क में को-ऑर्डिनेटर की भूमिका निभा रही थीं। घोटाले से उन्हें करीब 100 करोड़ रुपए मिलने की जानकारी है। शराब घोटाले में आज सौम्या चौरसिया को ईडी ने कोर्ट में पेश किया। दोनों पक्षों में बहस पूरी हो गई है।
वहीं बचाव पक्ष के वकील हर्षवर्धन परगनिया ने कहा कि ईडी ने पूछताछ के लिए जोनल ऑफिस बुलाया था। शाम 5.30 बजे अवैध तरीके से गिरफ्तार किया। बिना मजिस्ट्रेट जांच, डायरी वही पर कहानी और राशि बदल गई। कोर्ट ने 2 दिन की रिमांड पर भेजा है। शुक्रवार दोपहर 3:30 बजे कोर्ट में पेश किया जाएगा। 

बता दें कि ईडी ने अदालत में दलील दी कि शराब घोटाले की जांच में कई अहम आर्थिक लेन-देन, हवाला नेटवर्क और डिजिटल साक्ष्य सामने आए हैं, जिनकी तह तक जाने के लिए कस्टोडियल पूछताछ आवश्यक है। इसी आधार पर ईडी ने रिमांड की मांग की थी। ईडी के अनुसार, यह मामला करीब 3200 करोड़ रुपये के शराब घोटाले से जुड़ा है। आरोप है कि वर्ष 2019 से 2023 के बीच तत्कालीन कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में राज्य की शराब नीति में बदलाव कर चहेती कंपनियों को लाभ पहुंचाया गया। लाइसेंस की शर्तें इस तरह बनाई गईं कि चुनिंदा कंपनियों को ही काम मिल सके।

लखमा बोले-11 महीने बाद पेशी, हार्ट-बीपी का मरीज हूं

वहीं रायपुर कोर्ट में पेशी के दौरान पूर्व आबकारी मंत्री कवासी लखमा ने कहा कि 11 महीने में पहली बार पेशी में लाया गया। मेरी तबीयत ठीक नहीं रहती। बीपी, शुगर और हार्ट की बीमारी है। विधानसभा सत्र चल रहा है, लेकिन मैं मौजूद नहीं हूं। मैं इलाज के लिए बाहर ले जाने बोला था। प्रताड़ित हो रहा हूं। अब ऊपर वाला ही जाने।

नकली होलोग्राम और टैक्स चोरी
जांच में सामने आया है कि इन कंपनियों ने नोएडा की एक फर्म के जरिए नकली होलोग्राम और सील तैयार करवाई। इन्हीं नकली होलोग्राम लगी महंगी शराब की बोतलों को सरकारी दुकानों के माध्यम से बेचा गया। चूंकि होलोग्राम फर्जी थे, इसलिए बिक्री की पूरी जानकारी शासन के सिस्टम में दर्ज नहीं हो सकी और बिना एक्साइज टैक्स दिए शराब की बिक्री होती रही। इससे राज्य सरकार को करीब 2165 करोड़ रुपये के राजस्व का नुकसान हुआ।

सौम्या चौरसिया तक 115 करोड़ पहुंचने का दावा
ईडी के रिमांड आवेदन में दावा किया गया है कि शराब घोटाले से जुड़े करीब 115 करोड़ रुपये दो अलग-अलग हिस्सों में लक्ष्मीनारायण बंसल के माध्यम से सौम्या चौरसिया तक पहुंचाए गए। इसके अलावा, आरोपी तांत्रिक केके श्रीवास्तव से पूछताछ में यह भी सामने आया है कि घोटाले की करीब 72 करोड़ रुपये की राशि हवाला के जरिए इधर-उधर की गई।

कोयला घोटाले की डायरी फिर बनी जांच का आधार
ईडी ने अदालत को बताया कि कोयला घोटाले की जांच के दौरान मिली एक ही डायरी को शराब घोटाले की जांच में भी साक्ष्य के तौर पर पेश किया गया है। इसी डायरी में पहले कोयला घोटाले से जुड़े लेन-देन का उल्लेख था और अब उसमें शराब घोटाले से जुड़े करीब 43 करोड़ रुपये का भी जिक्र सामने आया है। इस डायरी में अनवर ढेबर और पूर्व आईएएस अधिकारी अनिल टुटेजा के नामों का भी उल्लेख बताया गया है।

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